राजनीतिक अस्थिरता से मुक्ति पाने का दिन

राजनीतिक अस्थिरता से मुक्ति पाने का दिन
भोपाल (धर्म नगरी /डीएन न्यूज)। राजनीतिक कार्यों में संलग्न राजनीतिक लोगों के लिए इस सप्ताह 10 जून को देवी धूमावती जयंती का संयोग हैं, उनका राजनेताओं का आशीर्वाद प्राप्त होगा। गंगा-दशहरा 12 जून को है, जो अबूझ मुहूर्त होता है। इस दिन किसी प्रकार के राजनीतिक कार्यों को आगे बढ़ाने की शुरूवात कर सकते हैं। गंगा-दशहरा के दिन राजनीतिज्ञों, राजनीतिक पार्टियों व कार्यकर्ताओं को गंगा सफाई व नर्मदा एवं अन्य पवित्र नदियों के लिए संरक्षण, यात्रा, सफाई आदि आरंभ करने का सुनहरा अवसर है, जिसका परिणाम अनुकूल मिलता है। इस दिन जल से संबंधित किए गए कार्य, सदैव फलदायी होते हैं। वर्तमान समय में ताप एवं जल, गर्मी व पानी की समस्याओं से जनजीवन प्रभावित होने के स्पष्ट संकेत ग्रह दे रहे हैं। अत: राजनीतिज्ञों के लिए इन दोनों मुद्दों पर गंगा दशहरा के दिन से प्रभावी कार्यों को आरंभ करना प्रभावी कदम होगा।
देवी धूमावती राजनीतिक लोगों का संरक्षण देती है। तारा, छिन्नमस्ता आदि शक्तियों में देवी धूमावती की पूजा से पद की स्थिरता के लिए प्रसन्न किया जाता है। इन्हीं देवी के प्रभाव से अस्थिर सरकारें इन देवी के प्रसाद स्वरूप या प्रसन्नता से  स्थिरता प्राप्त कर लेती हैं। पद में अस्थिरता प्राप्त राजनीज्ञों के लिए इस देवी की कृपा का होना आवश्यक है।
अत: इस दिन अनेक स्थान पर तांत्रिक देवी धूमावती के लिए गुप्त यज्ञ, अनुष्ठान भी किए जाएंगे, जिसके प्रभाव से कई अस्थिर राजनीतिक राजनीतिज्ञों को स्थिरता प्राप्त होगी। साथ ही, भविष्य में पद-प्रतिष्ठा एवं मान-सम्मान की प्राप्ति होती रहेगी।  वर्ष में एकबार पडऩे वाला
गंगा-दशहरा (12 जून)--  मुकदमेबाजी, मित्र-मिलन, राजनीतिक-मिलन, प्रतिद्वंदी के विरुद्ध पूजा-पाठ का आरंभ, पद-प्रतिष्ठा, राज-पाठ ग्रहण के साथ राजनीतिक पदों के लिए आवेदन हेतु गंगा-दशहरा का पवित्र मुहूर्त वर्ष में एकबार आता है। ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम (पंचाकर्ता, संस्थापक-ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल)-  संपादकीय सलाहकार -धर्म नगरी, मो. 6261868110

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