कर्नाटक : चौथी बार येदियुरप्पा लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ !

कर्नाटक : चौथी बार येदियुरप्पा लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ !

मंत्रिमंडल का गठन येदियुरप्पा के लिए है चुनौती
शुक्रवार सुबह राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे, सरकार बनाने का किया दावा 


बेंगलुरु / नई दिल्ली (धर्म नगरी /डीएन न्यूज़, वा.एप 6261868110)। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीयस येदियुरप्पा चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। येदियुरप्पा शुक्रवार को राज्यपाल वजुभाई वाला से राजभवन में मिले। कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया। शपथ ग्रहण समारोह शाम 6 बजे होगा। इससे पहले 23 जुलाई को विधानसभा में कुमारस्वामी बहुमत साबित नहीं कर पाए थे। विश्वास मत प्रस्ताव गिरने से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार सिर्फ 14 महीने ही चल पाई।

समर्थकों के साथ कर्नाटक BJP अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा। -फाइल

सरकार बनाने येदियुरप्पा भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से आज ( 26 जुलाई) सहमति मिल गई। सरकार बनाने की रणनीति पर कल (25 जुलाई) जगदीश शेट्टार और अरविंद लिम्बावली समेत कर्नाटक के भाजपा वरिष्ठ नेताओ का प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिला।  

येदियुरप्पा के लिए मंत्रिमंडल गठन चुनौतीपूर्ण-
येदियुरप्पा के लिए मंत्रिमंडल का गठन सबसे बड़ी चुनौती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 15 बागियों समेत 56 विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने 3 या अधिक बार चुनाव जीते हैं। इन सबको नई सरकार के मंत्रिमंडल में जगह या बड़ी भूमिका मिलने की आशा है। हालांकि, मुख्यमंत्री समेत केवल 34 पद स्वीकृत हैं। येदि बागियों समेत इन वरिष्ठों को भी रुष्ट करना नहीं चाहते।  

चार दिन चर्चा के बाद फ्लोर टेस्ट में फेल हुए थे कुमारस्वामी-
चार दिन चली चर्चा के बाद 23 जुलाई (मंगलवार) शाम को कुमारस्वामी सरकार फ्लोर टेस्ट में फेल हो गई थी। विश्वास-मत की अवधि में स्पीकर को हटाकर सदन में विधायकों की संख्या 204 थी। बहुमत के लिए 103 का आंकड़ा आवश्यक था। कांग्रेस-जेडीएस के पक्ष में 99 वोट पड़े। विरोध में 105 वोट पड़े। कुमारस्वामी 14 महीने से 116 विधायकों के साथ सरकार चलाया। इसी महीने 15 विधायक बागी हो गए। यहीं से सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ गई।
कर्नाटक विधानसभा : विश्वास मत से पूर्व चर्चा के समय का दृश्य 

सदन में विश्वास मत के बाद एचडी कुमारस्वामी।
अपवित्र गठबंधन के युग का अंत हुआ : येदियुरप्पा
"कुमारस्वामी सरकार से कर्नाटक परेशान था। मैं कर्नाटक के लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अब राज्य में विकास का नया युग शुरू होगा। भ्रष्ट और अपवित्र गठबंधन के युग का अंत हुआ है। यह जनता की जीत है। हम आपको स्थिर और सक्षम सरकार का वादा करते हैं। हम मिलकर कर्नाटक को समृद्घ बनाएंगे। -बीएस येदियुरप्पा, पूर्व मुख्यमंत्री, कर्नाटक भाजपा (गठबंधन सरकार गिरने के बाद)

तीन सीएम ने पूरा किया कार्यकाल, तीनों कांग्रेसी- 
सदन में विश्वास मत के बाद एचडी कुमारस्वामी। गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने 14 महीने तक 116 विधायकों के साथ सरकार चलाई। कर्नाटक में केवल तीन सीएम- एन निजलिंगप्पा (1962-68), डी देवराज उर्स (1972-77) और सिद्धरमैया (2013-2018) ने अपना कार्यकाल पूरा किया। तीनों कांग्रेस के नेता हैं। 


लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक की जनता हार गई : राहुल
कर्नाटक में सरकार के गठन के पहले ही दिन से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को अंदर और बाहर दोनों ओर से तोडऩे की कोशिश की जा रही थी। लोग इस गठबंधन को तोडऩे की कोशिश कर रहे थे, जिन्होंने गठबंधन को एक खतरे के रूप में देखा और उन्हें लगा कि सत्ता मिल सकती है। आज उनका लालच जीत गया। लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक की जनता हार गई है। -राहुल गांधी, सांसद एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस (सरकार गिरने के बाद)  

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