मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व CM बाबूलाल गौर नहीं रहे

चुनाव रैली के समय मंच पर इस तरह PM मोदी से मिले थे गौर जी 
धर्म नगरी (वाट्सएप-6261868110) "भारतीय मजदूर संघ" के संस्थापक सदस्य एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर नहीं रहे। बुधवार सुबह भोपाल के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। मंगलवार को उनकी हालत ज्‍यादा बिगड़ गई थी ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था इस दौरान डॉ. राजेश शर्मा ने बताया था, कि गौर की किडनी पूरी तरह काम नहीं कर रही आगे चलकर मल्टी ऑर्गन फेल होने की स्थिति बन सकती है। 89 वर्षीय बाबूलाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और बीते 14 दिनों से अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। उनके निधन पर मध्यप्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित गया है। 
श्रीमद भगवत गीता में पूर्ण आस्था रखने वाले स्व. गौर जिंदादिली से जिए 
लंबा रहा राजनीतिक जीवन-
स्व. गौर 1946 में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़े थे। आपात काल में 19 माह जेल भी काटा। 1974 में मप्र शासन द्वारा बाबूलाल गौर को "गोवा मुक्ति आन्दोलन" में सम्मिलित होने के कारण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का सम्मान प्रदान किया गया। गौर पहली बार 1974 में भोपाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उप-चुनाव में जनता समर्थित उम्मीदवार के रूप में निर्दलीय विधायक चुने गए। भोपाल से अपनी परंपरागत "गोविंदपुरा विधानसभा सीट" से 10 बार चुनाव जीतने वाले स्व. गौर का जन्म दो जून 1930 को प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) में हुआ। वे 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे। वे शिवराज सिंह चौहान की सरकार में कैबिनट मंत्री भी रहे। 


अंतिम विदाई  (फोटो- साभार ANI) 
ट्वीट कर पीएम ने जताया शोक-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा- बाबूलाल गौर जी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्यप्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। 
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा- बाबूलाल गौर जी ने "गोवा मुक्ति आन्दोलन" में भी सक्रिय भूमिका निभाई। मध्यप्रदेश में भाजपा को सशक्त करने और जनता के हितों के लिए उनके संघर्ष सदैव याद किये जायेंगे। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करे। उन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया जिसके लिए उन्हें 19 माह की जेल भी हुयी। 
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा- भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य रहे एवं उन्होंने "गोवा मुक्ति आंदोलन" में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जनता की सेवा एवं राष्ट्र के विकास के प्रति उनका समर्पण सदैव हम सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान ने लिखा- आदरणीय बाबूलाल गौर को सत्य के लिए लडऩे वाले सिपाही और मजदूरों, गरीबों व कमजोर वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जायेगा। गोवा मुक्ति आंदोलन से लेकर आपातकाल तक में पुलिस की लाठियों का निडरता से सामना करने वाले नायक युगों युगों तक हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। अपने परिश्रम के बल पर शून्य से शिखर पर पहुँचे। 
जब ICU में गौर की आंखों से छलके आंसू...भोपाल (धर्म नगरी/डीएन न्यूज)। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के आंखों में उस समय आंसू छलक गए, जब हॉस्पिटल के आईसीयू में उन्हें देखने मुख्यमंत्री कमलनाथ गुरुवार (15 अगस्त) शाम पहुंचे। आईसीयू में भावुक स्थिति बन गई, जब सीएम कमलनाथ ने उनसे कहा- ''आप ठीक हो जाइए, एक बार फिर हम जापान यात्रा पर चलेंगे इसके बाद गौर साहब रोने लगे।" इतना सुनते ही गौर की आंखें भर आई। शरीर में हलचल भी हुई। वो कुछ बोलना भी चाहते थे, लेकिन बोल नहीं पाए। हॉस्पिटल में सीएम के साथ मप्र के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी रहे। कमलनाथ ने बाबूलाल गौर की बहू एवं भाजपा विधायक कृष्णा गौर की उपस्थिति में आईसीयू में पहुंचकर उनका का हाल-चाल पूंछा था। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया था- जब सीएम बाबूलाल गौर से बात कर रहे थे, उस समय गौर साहब की आंखों से आंसू छलक आए। 
मेदांता अस्पताल में 23 जुलाई 2019 को ICU से प्राइवेट रूम मे शिफ्ट हुए थे 


ICU में गौर को देखते CM कमलनाथ (15-8-2019)-फाइल फोटो 
पुरानी मित्रता है-
कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में कहा था- "आशा करता हूँ कि वे जल्द स्वस्थ होकर घर वापस लौटेंगे। उल्लेखनीय है, बाबूलाल गौर जब मप्र के मुख्यमंत्री थे, तब कमलनाथ केंद्र में मंत्री थे। दोनों ने डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को लेकर एकसाथ में विदेश यात्राएं की। कमलनाथ जब बीमार गौर का हाल जानने अस्पताल पहुंचे, पुरानी स्मृति ताजा हो गईं। स्थिति भावुक बन गई।"
CM कमलनाथ - बाबूलाल गौर -फाइल फोटो 
6 अप्रैल को भी ट्रामा सेंटर में भर्ती हुए-
विगत 6 अप्रैल को अचानक स्वास्थ बिगडऩे पर उन्हें अरेरा कालोनी स्थित एक ट्रामा सेंटरम ें भर्ती कियागया। सीटी स्कैन और एमआरआई सहित अन्य जांच में उनके मस्तिष्क के एक हिस्से में बहुत छोटा क्लॉट मिला था, जिसे मेडिकल टर्मोलॉजी में स्ट्रोक कहा जाता है। तब उनको सांस लेने में भी समस्या होरही थी और वह बोल भी नहीं पा रहे थे। तब आठ डॉक्टरों, जिनमें हार्ट स्पेशलिस्ट, न्यूरो फिजिशियन, मेडिकल विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट थे, की देखरेख में रखा गया था। 

70 वर्ष सीमा को लेकर त्यागपत्र देना पड़ा-
89 वर्षीय गौर ने पहला चुनाव 1974 भोपाल दक्षिण सीट से लड़ा। उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता। इसके बाद 1977 में गोविंदपुरा सीट को चुना और जीते। तब से वे इस सीट पर लगातार 10 बार से जीतते रहे। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक गौर मप्र के मुख्यमंत्री भी रहे। 
2016 में उन्हें मंत्री पद छोडऩा पड़ा, भाजपा हाईकमान ने 70 वर्ष के पार के नेताओं को बड़ी दायित्व न देने का निर्णय किया। इसके बाद गौर को मंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा। तब से गौर अघोषित रूप से पार्टी के खिलाफ हो गए और कई बार तत्कालीन शिवराज सरकार की नीतियों की आलोचना भी किया। 

जब गौर को दिया कांग्रेस में आने का न्योता-कमलनाथ उस समय (11 जून 2018) को मप्र कांग्रेस अध्यक्ष थे और राजधानी भोपाल में माली-सैनी समाज के सम्मेलन में बाबूलाल गौर के साथ एक मंच पर थे। दोनों दिग्गज नेताओं के बीच में कानाफूसी और हास-परिहास के कई दृश्य दिखे। कमलनाथ ने माली-सैनी समाज की प्रसंशा करते हुए कहा, ये समाज सीधा-सच्चा है जो अपनी मांगों के लिए कभी धरना-प्रदर्शन नहीं करता। फिर आगे कहा, बाबूलाल गौर भी माली-सैनी समाज की तरह सीधे, सच्चे और ईमानदार हैं लेकिन वे गलत पार्टी में शामिल हैं... अगर चाहे तो गौर हमारी पार्टी में शामिल हो सकते है। इस पर गौर साहब असहज दिखाई दिए और उन्होंने मुस्कुराकर हाथ जोड़े व सिर भी हिलाकर इंकार किया।
गौर जी - उनकी बहू व भाजपा MLA कृष्णा गौर 
गोविन्दपुरा सीट पर बहू से टक्कर-  
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर गोविन्दपुरा सीट से दस बार से लगातार विधायक हैं। विधानसभा चुनाव-2018 के मैदान में भी उतरे और टिकट की मांग भी कर रहे थे। उनके साथ उनकी बहू कृष्णा गौर भी उसी (गोविन्दपुरा) सीट से ताल ठोंक रही थी और भाजपा के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था। इसे लेकर मीडिया में बहुत चर्चा हुई। इसी दौरान कमलनाथ ने फोन पर (2 नवंबर, 2018) बाबूलाल गौर को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया, जिसे श्री गौर ने अस्वीकार कर दिया। उल्लेखनीय है, तब कृष्णा गौर ने कहा था- ''उन्हें पार्टी और संगठन पर है पूरा भरोसा है और टिकट मिलने की उम्मीद है। हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं, टिकट नही मिलता तो ये भविष्य की बात है और वो वर्तमान में जीती हैं।"  
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श्रद्धांजलि दी
(ट्वीट कर सांत्वना व्यक्त किया)
विनम्र श्रद्धांजलि : धर्म नगरी (Mob./W.app 6261868110)    
Rajnath Singh @rajnathsingh (रक्षा मंत्री)- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल ग़ौर के निधन से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है। सरकार और संगठन में पदों पर रहे बाबूलालजी कुशल संगठक और कर्मठ प्रशासक थे। काम करने की उनकी लगन और ललक लोगों को प्रेरणा देती थी। ईश्वर उनके परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति दें।

Yogi Adityanath @myogiadityanath (CM-उप्र)- आजीवन आम जनमानस की सेवा के संकल्प को निभाने वाले, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री बाबूलाल गौर जी के निधन की खबर से व्यथित हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें, और परिजनों को इस दारुण दुःख से उबरने की शक्ति दें। ॐ शांति।


Prahlad Singh Patel @prahladspatel (केंद्रीय राज्यमंत्री, सांसद-दमोह मप्र)- मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता आदरणीय बाबू लाल जी गौर के निधन का दुखद समाचार मिला। मै अपनी ओर से सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ 


Gopal Bhargava @bhargav_gopal (नेता विपक्ष-मप्र ) व पूर्व कैबिनेट मंत्री-
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय बाबूलाल जी गौर के निवास पर पहुंच कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
मध्यप्रदेश में भाजपा को सशक्त करने और जनता के हितों के लिए आदरणीय गौर जी के संघर्ष सदैव याद किये जायेंगे।
Yashodhara Raje Scindia @yashodhararaje (पूर्व कैबिनेट मंत्री, मप्र)- भाजपा के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, श्री बाबूलाल ग़ौर जी के निधन का दुखद समाचार मिला। सहज सरल विनोदी स्वभाव के ग़ौर साहिब को कभी नहीं भुलाया जा सकता ।। ईश्वर से प्रार्थना है उन्हें सदगती दे , अपने श्रीचरणों में स्थान दें ।। 


Rampal Singh @RampalSingh_BJP (पूर्व कैबिनेट मंत्री मप्र)- ।।ॐ शांति।। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता आदरणीय श्री बाबूलाल गौर जी के निधन का समाचार सुन अंतर्मन व्यथित है। दुःख की इस घड़ी में मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिरशांति तथा शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
Ram Vilas Paswan @irvpaswan (केंद्रीय मंत्री एवं अध्यक्ष-लोक जनशक्ति पार्टी- 
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन से गहरा दुःख हुआ। उनका लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। #BabulalGaur #बाबूलाल_गौर

digvijaya singh @digvijaya_28 (Ex CM Madhya Pradesh)- बाबू लाल ग़ौर जी के देहांत से मुझे गहरा दुख हुआ। राजनीतिक जीवन में हम दो ध्रुवों पर रहे लेकिन व्यावहारिक रूप से वो मेरे दिल के बेहद क़रीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले। जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। ग़ौर साहब के जाने से मैंने एक राजनीतिक साथी खो दिया। श्रद्धांजलि !
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Nand Gopal Gupta Nandi @NandiGuptaBJP (UP Cabinet Minister)- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर जी के निधन के दुःखद समाचार से मन आहत है। आपका सम्पूर्ण जीवन मध्य प्रदेश के विकाश और जनता की सेवा में समर्पित रहा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें। ॐ शांति ॐ #babulalgaur
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Poonamben Maadam @PoonambenMaadam (सांसद-जामनगर)- Sad to know about the demise of Former Madhya Pradesh chief minister and senior BJP leader Shri Babulal Gaur Ji. My prayers with the family and friends. Om Shanti. #Babulalgaur

Chintamani Malviya @drchintamani (BJP Spoksman of MP)- ॐ शांति ! जुझारू व्यक्तिव के धनी, मध्यप्रदेश भाजपा के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, जन जन के नेता श्री #बाबूलालगौर जी के निधन से दुःखी हूँ। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करें।  #babulalgaur
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 Ex CM Babulal Gaur passes away at 89

Bhopal (Dharm Nagari) Former CM of and BJP leader Babulal Gaur  passed away at a hospital in Bhopal today. Gaur breathed his last at Narmada Hospital this morning. Gaur breathed his last at a private hospital this morning. Madhya Pradesh government declares three-day mourning in the state His last rites is being performed with state honours.


Tributes poured in for Gaur just as the news of his death broke out. Here's what PM Modi said: "Shri Babulal Gaur Ji served people for decades. From Jana Sangh days, he worked constantly to strengthen our Party. As Minister and CM of Madhya Pradesh he undertook many efforts to transform the state. Saddened by his demise. Condolences to his family and supporters. Om Shanti."





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