''राजनीतिक मामलों में सीबीआई की जाँच खरी क्यों नहीं उतरती''

''राजनीतिक मामलों में सीबीआई की जाँच खरी क्यों नहीं उतरती''

"...केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) राजनीति से जुड़े मामलों में न्यायिक जांच के मानकों को पूरा नहीं कर पाती है। सीबीआई को भी सीएजी की तरह अधिक स्वायत्तता मिलनी चाहिए... - जस्टिस रंजन गोगोई, चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। सीबीआई पर तंज कसते हुए मंगलवार (13 अगस्त) को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) रंजन गोगोई ने कहा- जब कोई मामला राजनीति से जुड़ा नहीं होता है, तब #CBI अच्छा काम करती है, लेकिन जैसे ही राजनीति से जुड़ा कोई संवेदनशील मामला आता है, तो उनकी जाँच-पड़ताल न्यायिक जाँच के मानकों को पूरा नहीं कर पाती है।

सीबीआई में खाली पदों पर चिन्ता जताई-
देश के हाई प्रोफाइल प्रकरणों में कई वर्ष बीत जाने के बाद भी सजा दिलाने में असफल रहने पर सीजेआई ने CBI को कटघरे में खड़ा किया। CBI में असमानता को लेकर भी चिन्ता जताया और कहा, सीबीआई की एक्जीक्यूटिव में 15 प्रतिशत पद, टेक्निकल यूनिट में 28 प्रतिशत, कानूनी विभाग में 50 प्रतिशत पद खाली हैं। इन पर भर्तियाँ नही होने, खाली पदों की संख्या बढऩे से जाँच में राजनीतिक प्रभाव का हस्तक्षेप अधिक बढ़ जाता है, जिससे जाँच प्रभावित होती है। सीजेआई ने कहा- न्यायपालिका सीबीआई की स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए हर संभव काम कर रही है। सीबीआई को राजनीतिक प्रभाव से बचाने न्यायपालिका ने कई गाइडलाइंस जारी किए हैं।
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CNBC-TV18 tweets-
CJI Ranjan Gogoi, who was speaking at CBI’s DP Kohli memorial lecture, says public perception of CBI must be of the highest degree given intense scrutiny. #CJI #ChiefJustice

सुने संक्षिप्त में CJI ने #CBI को लेकर क्या कहा...
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https://www.youtube.com/watch?v=6EuedjS-MqI

ये भी पढ़ें-
यौन उत्पीडऩ में सीजेआई को क्लीन चिट-
नई दिल्ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगाई पर लगे यौन उत्पीडऩ मामले में तीन जजों की समिति ने "क्लीन चिट" दिया था जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी वाली तीन जजों की समिति ने कहा था- सीजेआई पर लगाए आरोपों का कोई साक्ष्य (सुबूत) नहीं मिला। 
वहीं, सीजेआई को मिली "क्लीन चिट" पर आरोप लगाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी ने ने आश्चर्य जताया था। महिला ने विगत (6 मई को) समिति का निर्णय आने के बाद समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट की एक प्रति यह कहते हुए मांगा था, कि यह उसका अधिकार है। वहीं, समिति पर सवाल उठाते हुए एक दिन पहे महिला ने आंतरिक जांच समिति के सामने प्रस्तुत होने से मना कर दिया था।
ANI 11.33AM, 07 May, 2019
कुछ प्रतिक्रियाएं (Replying to @ANI)



ज्ञान बांटना हो तो #पैरोकार और #सलाहकार !
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अधिकार दिखाना हो तो #बाध्यताकर्ता और #प्रवर्तनकर्ता !
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नियम और कानून सीखाना हो तो #जांचकर्ता और #आदेशकर्ता
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और जब अपने पर आ गयी तो #आश्रयकर्ता और सबकुछ #स्वयंकर्ता व धर्ता
😢
जय हो #मिलार्ड! जय हो #SupremeCourt

Anarchy! How Communists Capture Power Ans: By ruining the reputation of Constitutional Institutions. Recall : Kejriwal trying to create ruckus during Republic Day. Sowing doubts about RBI, CBI, SC, CJI, Parliament. Anarchists hide under the garb of Democratic Rights. Beware!

A Tight Slap to all the Lobbyists who Conspired against CJI
Now Lobbyists will do their Drama


बेचारे मिलॉर्ड फँस गए लेफ्ट वालों के चक्कर में





CJI is not above law.











Very good serves CJI and Supreme Court right . Now u understand leftist kyan hote hai .
🙄



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