शारदीय नवरात्रि

या देवी सर्व भूतेषु, शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

माँ दुर्गा आपको, सुख-शांति, यश, सम्पदा और कीर्ति प्रदान करें।
माँ के पावन #नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें।
अष्टभुजी माँ आदि शक्ति दुर्गा 
29  सितम्बर 2019 रविवार से नवरात्रि प्रारंभ 
नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह क्रम शुक्ल प्रतिपदा को प्रातःकाल  शुरू होता है। प्रतिदिन जल्दी स्नान करके माँ भगवती का ध्यान तथा पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम कलश स्थापना की जाती है।
कलश / घट स्थापना विधि 🌷 घट स्थापना शुभ मुहूर्त 
29 सितम्बर 2019 रविवार को सुबह  06:29 से 07:52 तक
घट स्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:05 से 12:53 तक
देवी पुराण के अनुसार मां भगवती की पूजा-अर्चना करते समय सर्वप्रथम कलश / घट की स्थापना की जाती है। घट स्थापना करना अर्थात नवरात्रि की कालावधि में ब्रह्मांड में कार्यरत शक्ति तत्त्व का घट में आवाहन कर उसे कार्यरत करना । कार्यरत शक्ति तत्त्व के कारण वास्तु में विद्यमान कष्टदायक तरंगें समूल नष्ट हो जाती है। धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। कलश के मुख में विष्णुजी का निवास, कंठ में रुद्र तथा मूल में ब्रह्मा स्थित हैं और कलश के मध्य में दैवीय मातृशक्तियां निवास करती हैं।
🌷 सामग्री -
 जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र,  जौ बोने के लिए शुद्ध साफ़ की हुई मिटटी, पात्र में बोने के लिए जौ
घट स्थापना के लिए मिट्टी का कलश (हैमो वा राजतस्ताम्रो मृण्मयो वापि ह्यव्रणः” अर्थात 'कलश' सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का छेद रहित और सुदृढ़ उत्तम माना गया है। वह मङ्गल कार्यों में मङ्गलकारी होता है )
कलश में भरने के लिए शुद्ध जल, गंगाजल,  मौली (Sacred Thread), सुगंध (इत्र), साबुत सुपारी, दूर्वा,  कलश में रखने के लिए कुछ सिक्के, पंचरत्न, अशोक या आम के 5 पत्ते,  कलश ढकने के लिए ढक्कन, ढक्कन में रखने के लिए अक्षत (बिना टूटे चावल), पानी वाला नारियल, नारियल पर लपेटने के लिए लाल कपडा
फूल माला
🌷 विधि -
सर्वप्रथम जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र लें। इस पात्र में मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब एक परत जौ की बिछाएं। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब फिर एक परत जौ की बिछाएं। जौ के बीच चारों तरफ बिछाएं ताकि जौ कलश के नीचे न दबे। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब कलश के कंठ पर मौली बाँध दें। कलश के ऊपर रोली से ॐ और स्वास्तिक लिखें। अब कलश में शुद्ध जल, गंगाजल कंठ तक भर दें। कलश में साबुत सुपारी, दूर्वा, फूल डालें। कलश में थोडा सा इत्र डाल दें। कलश में पंचरत्न डालें। कलश में कुछ सिक्के रख दें। कलश में अशोक या आम के पांच पत्ते रख दें। अब कलश का मुख ढक्कन से बंद कर दें। ढक्कन में चावल भर दें। 
श्रीदेवी भागवत पुराण के अनुसार “पञ्चपल्लवसंयुक्तं वेदमन्त्रैः सुसंस्कृतम्। सुतीर्थजलसम्पूर्णं हेमरत्नैः समन्वितम्॥” अर्थात कलश पंचपल्लवयुक्त, वैदिक मन्त्रों से भली भाँति संस्कृत, उत्तम तीर्थ के जल से पूर्ण और सुवर्ण तथा पंचरत्न मई होना चाहिए।
नारियल पर लाल कपडा लपेट कर मौली लपेट दें। अब नारियल को कलश पर रखें। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है: “अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय,ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय,तस्तमात् शुभं संमुख्यं नारीकेलं”। अर्थात् नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है।नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं, जबकि पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल की स्थापना सदैव इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका मुख साधक की तरफ रहे। ध्यान रहे कि नारियल का मुख उस सिरे पर होता है, जिस तरफ से वह पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है।
अब कलश को उठाकर जौ के पात्र में बीचो बीच रख दें। अब कलश में सभी देवी देवताओं का आवाहन करें। "हे सभी देवी देवता और माँ दुर्गा आप सभी नौ दिनों के लिए इसमें पधारें।" अब दीपक जलाकर कलश का पूजन करें। धूपबत्ती कलश को दिखाएं। कलश को माला अर्पित करें। कलश को फल मिठाई अर्पित करें। कलश को सुगंध (इत्र) समर्पित करें।
🌷 कलश स्थापना के बाद माँ दुर्गा की चौकी स्थापित की जाती है।
नवरात्रि के प्रथम दिन एक लकड़ी की चौकी की स्थापना करनी चाहिए। इसको गंगाजल से पवित्र करके इसके ऊपर सुन्दर लाल वस्त्र बिछाना चाहिए। इसको कलश के दायीं ओर रखना चाहिए। उसके बाद माँ भगवती की धातु की मूर्ति अथवा नवदुर्गा का फ्रेम किया हुआ फोटो स्थापित करना चाहिए। मूर्ति के अभाव में नवार्णमन्त्र युक्त यन्त्र को स्थापित करें। माँ दुर्गा को लाल चुनरी उड़ानी चाहिए। माँ दुर्गा से प्रार्थना करें "हे माँ दुर्गा आप नौ दिन के लिए इस चौकी में विराजिये।" उसके बाद सबसे पहले माँ को दीपक दिखाइए। उसके बाद धूप, फूलमाला, इत्र समर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें।
नवरात्रि में नौ दिन मां भगवती का व्रत रखने का तथा प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है। हर एक मनोकामना पूरी हो जाती है। सभी कष्टों से छुटकारा दिलाता है।
नवरात्रि के प्रथम दिन ही अखंड ज्योत जलाई जाती है जो नौ दिन तक जलती रहती है। दीपक के नीचे "चावल" रखने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है तथा "सप्तधान्य" रखने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है
माता की पूजा "लाल रंग के कम्बल" के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है
नवरात्रि के प्रतिदिन माता रानी को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। माँ भगवती को इत्र/अत्तर विशेष प्रिय है।
नवरात्रि के प्रतिदिन कंडे की धुनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कर्पूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नवरात्रि  में  पान और  गुलाब की ७ पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें
मां दुर्गा को प्रतिदिन विशेष भोग लगाया जाता है। किस दिन किस चीज़ का भोग लगाना है ये भी विशेष महत्व रखता है।
🙏🏻 प्रतिदिन कन्याओं का विशेष पूजन किया जाता है। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “एकैकां पूजयेत् कन्यामेकवृद्ध्या तथैव च। द्विगुणं त्रिगुणं वापि प्रत्येकं नवकन्तु वा॥” अर्थात नित्य ही एक कुमारी का पूजन करें अथवा प्रतिदिन एक-एक-कुमारी की संख्या के वृद्धिक्रम से पूजन करें अथवा प्रतिदिन दुगुने-तिगुने के वृद्धिक्रम से और या तो प्रत्येक दिन नौ कुमारी कन्याओं का पूजन करें।  किस दिन क्या सामग्री गिफ्ट देनी चाहिए ये भी आगे बताएँगे।
यदि कोई व्यक्ति नवरात्रि  पर्यन्त प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ हैं तो उसे अष्टमी तिथि को विशेष रूप से अवश्य पूजा करनी चाहिए।  प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।
       मेष
व्यापारिक संदर्भ में आज आपके लिए नए संपर्क बनाने का एक अनुकूल समय है। पूर्व के चले आ रहे प्रेम संबंध और अधिक परिपक्व हो सकते हैं। कुछ जातकों के जीवन में प्रेम आज दस्तक दे सकता है। किसी बात को लेकर पारिवारिक संबंधों में खटास आ सकती है। आप में से कुछ संतान के विकास और खुशी का आनंद लेंगे। बुजुर्गों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
वृष 
आज आप खुश और हंसमुख रहेंगे। आपके पास कई अवसर होंगे और आप वरिष्ठों का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। आपके करियर और वित्तीय स्थिति में भी काफी सुधार होगा। प्रेमियों के लिए सुखद समय रहेगा। आप महत्वपूर्ण लोगों के साथ नए संबंध स्थापित करेंगे। पारिवारिक जीवन खुशहाल और आनंदमय रहेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। निवेश प्रयासों के लिए दिन शुभ है।
मिथुन
वित्तीय परिणाम उम्मीद से कम हो सकते हैं और आपको इससे निपटना होगा। सोच समझकर निवेश करना चाहिए। यदि पैतृक संपत्ति के संबंध में कोई संघर्ष है, तो प्रयास करें और इसे सौहार्दपूर्वक हल करें। काम से संबंधित यात्रा हो सकती है, जिससे नए रास्ते खुलेंगे। कुल मिलाकर आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखें। बच्चे बहुत अच्छा करेंगे और वे आपको गर्व का अनभुव कराएंगे। पारिवारिक परिवेश आनंददायक रहेगा।
कर्क
आपकी मां की स्वास्थ्य स्थिति आपको चिंतित रखेगी और आपके बच्चे भी अच्छे स्वास्थ्य में नहीं हो सकते हैं। किन्तु भौतिक समृद्धि की स्थिति बहुत फायदेमंद होगी और विभिन्न स्रोतों से लाभ होगा। कुछ शत्रु मित्र के रूप में आपके पास रह सकते हैं, लेकिन आप उन्हें नियंत्रित करने में सक्षम होंगे। पेशेवर क्षेत्र में प्रशंसा मिलेगी और सामाजिक रूप से अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे। आपके पास नए अधिग्रहण हो सकते हैं, जो आपको खुश करेंगे।
सिंह
छात्रों के लिए परीक्षा अब मुश्किल होगी। परिश्रम द्वारा लक्ष्य प्राप्ति कर सकते हैं। आपको अपनी व्यावसायिक परियोजनाओं को नया रूप प्रदान करने में सामान्य से अधिक समय लगाना पड़ सकता है। अपने काम और पारिवारिक संबंधों के बीच किसी भी तरह के मतभेद से बचें, इससे समय और संसाधनों का अपव्यय हो सकता है। प्रेम संबंध मधुर रहेंगे। बच्चों के स्वास्थ्य के मामलों में अतिरिक्त सावधानी बरतें।
कन्या
बदलती परिस्थितियों के कारण आप नई रणनीति बनाएंगे। आपकी छवि में निखार आएगा। भागेदारी में आप में से कुछ नवीन व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं। आप में से जो किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से ऋण की तलाश कर रहे हैं, उन्हें सफलता प्राप्त होने की पूर्ण संभावना है। आपका स्वास्थ्य संतोषजनक रहेगा लेकिन पेट से संबंधित बीमारियों के लिए सावधानी रखे। प्रियजनों के साथ लंबी दूरी की यात्रा लाभदायक होगी।
तुला
आज आपको विभिन्न स्तरों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इस समय शांत और सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है। टकराव से बचें। उचित विचार के बाद वित्तीय निर्णय लें। छात्र सफलता प्राप्त करेंगे। आज आपको पारिवारिक सदस्यों के साथ अच्छा तालमेल बनाएं रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। मानसिक अशांति स्वास्थ्य संबंधित विकारों का कारण बन सकती है।
वृश्चिक 
यह आपके लिए सौभाग्यशाली अवधि नहीं है। पारिवारिक जीवन में भी भाई-बहनों से विवाद के कारण अस्थिरता हो सकती है। प्रेम संबंध यथावत बने रहेंगे। अपने परिश्रम से आप वरिष्ठों को संतुष्ट कर सकते हैं। यदि आप अपना दृष्टिकोण बदल सकते हैं और ईमानदारी से काम कर सकते हैं तो आपकी लोकप्रियता बढ़ जाएगी। आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है।
धनु
आप सरकार से किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप समय पर अवसर का पूर्ण रूप से उपयोग कर लेते हैं, तो आपका व्यावसायिक जीवन भविष्य में अत्यधिक लाभ प्रदान कर सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भारी खर्च हो सकता है। मंदिर में कुछ दान करने से आर्थिक नुकसान से बचने में मदद मिल सकती है। अपने धन संबंधी मामलों पर ध्यान रखें, अन्यथा कुछ लाभ हानि में परिवर्तित हो सकते हैं।
मकर
आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे और पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा। आय में वृद्धि संभव है। आपके पास नए अधिग्रहण होंगे जो आपकी सामाजिक स्थिति में सुधार करेंगे और आपकी संतुष्टि को बढ़ाएंगे। रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ आपके संबंधों में सुधार होगा। इस अवधि में व्यावसायिक क्षेत्र में चीजें आपके पक्ष में होंगी। अवसर आपके रास्ते में आएंगे और आप विवेकपूर्ण तरीके से उनका समय पर उपयोग करेंगे। सामाजिक रूप से अधिक लोकप्रियता और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे।
कुम्भ
आज का दिन आपके लिए काफी विवादास्पद साबित हो सकता है। अपने वरिष्ठों की उपेक्षा का सामना करना पड़ेगा और सहयोगी आपकी कमजोरियों को भुनाने व खेल बिगाड़ने का काम करेंगे, इसलिए इस चरण में आपको अपने सहकर्मियों के साथ अपनी योजनाओं या महत्वाकांक्षा का खुलासा या चर्चा नहीं करनी चाहिए। जहां तक संभव हो अपना समय किताबें पढ़ने में बिताएं। पारिवारिक जीवन एवं स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
मींन
इस अवधि में नियोजित कार्य बहुत अधिक परिणाम नहीं देंगे, किंतु परिणाम सकारात्मक होंगे। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए दिन शुभ है। नौकरीपेशा जातकों का कार्यस्थल पर किसी बुजुर्ग महिला के साथ झगड़ा भी हो सकता है। पारिवारिक एवं सामाजिक संबंध मजबूत होंगे और आप नए दोस्त भी बनाएंगे। अपरंपरागत खानपान के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।


  





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