कोरोना के इलाज खोजने का दावा !
जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने किया खोज का दावा
पूरी दुनिया के लिए घातक बन चुकी बीमार #Corona का उपचार
डॉ प्रकाश केसवानी (प्रोफेसर मेडिसिन) सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, जयपुर ने बताया #कोरोना के रोगी पर कौन से दवाइयां प्रयोग की, उनकी टीम ने कौन-कौन सी दवा को #कोरोना_वायरस से पीड़ित रोगी के लिए बताया प्रभावी...
धर्म नगरी / DN News (वाट्सएप- 6261868110)
जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल ने दुनियाभर में तेजी से फैले चीन के लाइलाज बीमारी- कोरोना #Corona के आरम्भिक उपचार खोजने का दवा किया है। सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ प्रकाश केसवानी ने न्यूज़ चैनल- "न्यूज़24" से बातचीत में उन्होंने बताया, कैसे वह एवं उनके डॉक्टरो की टीम ने इस अत्यंत घातक और तेजी से वायरल हो रहे बीमारी का उपचार की दिशा में कुछ खोज की है। उपचार में कौन-कौन सी दवा का उपयोग किया, कैसे अपने विभाग के डॉक्टर्स के साथ मिलकर किया।
विशेष उल्लेखनीय है, कि दुनियाभर में दो लाख से अधिक लोग 18 मार्च तक इस घातक कोरोना की चपेट में आ चुके है। विगत 6 मार्च तक दुनियाभर में 1,02,050 लोगों के, जबकि बीते 6-18 मार्च (12 दिन में) 1,13,127 लोग मारे गए। वहीं, केवल बुधवार (18 मार्च) को 1,027 लोगों की मृत्यु के साथ अबतक कुल 8,892 लोगों की मौत हो चुकी है।
क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य ?
(कब खत्म होगा कोरोना का प्रभाव ? अभी 15 मई 2020 तक रहना होगा सावधान )
देखें-
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https://www.youtube.com/watch?v=t_LYtKUoLg0
https://www.youtube.com/watch?v=t_LYtKUoLg0&feature=youtu.be
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डॉ प्रकाश केसवानी, जयपुर |
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क्यों छुपाया चीन ने "कोरोना" को ? (साभार- पत्रिका)
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कोरोना के लिए सैनिटाइजर जितना प्रभावी है ये-
(कम खर्चे में मिल सकता है अधिक लाभ )
अगर आप सैनिटाइजर नहीं खरीद पा रहे या मिल नहीं रहा है, तो आप हाथों की सफाई के लिए इन चीजों का प्रयोग कर सकते हैं। चीन के घातक कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 8,892 लोगों की मौत हो गई है। इससे अब तक 2,15,177 लोग प्रभावित हुए हैं और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। इससे चीन में सबसे ज्यादा 3,213 मौत हुईं। इसके इटली इटली में 1,809 और ईरान में 724 लोगों की जान गई। कोरोना वायरस की वजह से भारत में भी दो लोगों की मौत हुई है और यहां संक्रमित लोगों की कुल संख्या 110 हो गई है।
दुर्भाग्यवश कोरोना वायरस का अभी तक कोई उपचार नहीं होने की बात हो रही थी, लेकिन इस बीच उक्त समाचार दुनियाभर के लिए अत्यंत सुखद साबित होगी। भारत में डॉक्टरो द्वारा इसके खोजने की, इससे बचाव पर जोर दिया रहा है। कोरोना वायरस से बचने के लिए अधिकतर लोग सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन इन चीजों की मांग और कीमत बढ़ने से इन्हें खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं हैं।
वैसे, आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आप हाथों की सफाई के लिए सैनिटाइजर के स्थान पर कई अन्य चीजों का उपयोग कर सकते हैं। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसा, कोरोना अन्य किसी भी तरह के विषाणुओं के लिए कई प्रभावी घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक औषधियां हैं जिनका उपयोग करके कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
नहाने का साबुन-
सैनिटाइजर का प्रभावी पर्याय नहाने का साबुन है। वायरस से बचने के लिए साबुन से हाथ धोते रहना उचित है। वायरस के कहर के बीच देश में सैनिटाइजर की मांग और कीमतें बढ़ गई हैं, जिन्हें खरीदना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं है।
डेटॉल का पानी-
उन्होंने कहा कि डेटॉल का पानी छोटी बोतल में भरकर सैनिटाइजर के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। आमतौर पर लोग वायरस से बचने के लिए अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन आप हाथों की सफाई के लिए डेटॉल के पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
हल्दी का पानी-
हल्दी और त्रिफला चूर्ण का पानी भी हाथ धोने के लिए अच्छा साबित हो सकता है। हल्दी का इस्तेमाल सदियों से कई रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कीटाणुओं को खत्म करने में सहायक हैं।
इथेनॉल-
डॉक्टर ने बताया कि इथेनॉल, अल्कोहल व हाइड्रो पैराक्साइड जैसे पदार्थों का उचित मात्रा में बना मिश्रण भी सैनिटाइजर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
फिटकरी-
प्रत्येक के घर में फिटकरी होती ही है। फिटकरी को साथ में रखें। इसका साबुन की तरह उपयोग कर हाथ धोये जा सकते हैं। सालों से हम के सब के घरों में फिटकरी का इस्तेमाल होता आ रहा है। रसायन विज्ञान में इसे पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट के नाम से जाना जाता है। फिटकरी एक एंटीसेप्टिक है, जिसका प्रयोग त्वचा और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
रीठा का पानी-
हल्दी, रिठा, फिटकरी का पानी नहाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इस दौरान गुनगुने पानी से ही नहाना सबसे बेहतर है। इसमें एंटी-बैक्टीरिया, एंटी-फंगल और कीटनाशक गुण हैं। रीठा आयुर्वेद की सबसे लोकप्रिय जड़ी-बूटियों में से एक है। रीठा का उपयोग जड़, छाल, बीज और पाउडर के रूप में किया जाता है।
नींबू का रस-
नींबू का रस मिलाकर बनाया गया पानी अत्यंत असरदार सैनिटाइजर हो सकता है। नींबू में मौजूद एंटी- बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट के गुण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक हैं। नींबू में ब्लीचिंग गुण पाया जाता है, जिस वजह से यह त्वचा के लिए फायदेमंद है।
नीम की पत्तियों का रस-
कड़वे नीम की पत्तियों का रस भी सैनिटाइजर और नहाने के लिए बेहतरीन होता है। एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है। यह स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत के समान होते हैं।
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