अयोध्या श्रीराम मंदिर भूमि-पूजन विवाद...

"पूजन वालों" को कोई समस्या नहीं है
लेकिन 
"सूजन वालों" को बहुत तकलीफ है, कि मोदी बिना पत्नी अकेले शिलान्यास कैसे करेंगे ? 
#Social_Media (धर्म नगरी / DN News  
अरे ओ सूजन वाले भैया, अगर बैठने में ज्यादा तकलीफ है तो खड़े होकर ये कथा सुनो। पारिवारिक पूजा में ही पत्नी के साथ बैठने का विधान है ।
सार्वजनिक पूजा या राष्ट्रीय महत्व और धर्म की पूजा और युद्ध-काल में   अकेले भी पूजा करने का विधान है। 
500 साल पहले जबसे रामलला का मंदिर टूटा है हम हिंदू निरंतर युद्ध मे ही हैं और जब तक यह मंदिर पूरी तरह बन नहीं जाता, यह युद्ध-काल ही है। युद्ध-काल में पत्नी संग पूजा अनिवार्य नहीं है ऐसा शास्त्र भी कहते हैं।

प्रवचन सुनकर अगर थोड़ा आराम हुआ हो, तो अब बैठ जाओ, आगे की कथा सुनो। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जब लंका पर चढ़ाई करने गए थे तो समुद्र तट पर रामेश्वरम में शिवजी की पूजा उन्होंने अकेले ही की थी।
देखें/सुने-
(तहसीन पूनावाला ने क्या कहा, अयोध्या में आगामी 5 अगस्त को PM मोदी द्वारा किए जाने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन पर)-.



लाइक की भूख तो कभी नही रही, पर सूजन वाले भइया को अगर पूरी तरह से आराम मिल गया हो, तो दक्षिणा में पोस्ट को लाइक कर दें. इससे शरीर मे इम्म्युनिटी बढ़ती है। पूजन वाले भैया लोग भी चाहें तो आशीर्वाद के तौर पर लाइक दे सकते हैं #राम_राम  
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 वीडियो ट्वीटर- www.twitter.com/DharmNagari1 पर भी देखें 

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