हजारो भारतीयों की हत्या के गुनहगार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

आतंकवादियो के सरपरस्त और हजारो भारतीयों की हत्या के गुनहगार सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान "निशान-ए-पाक से नवाजेगा

...नवाजना भी चाहिये। दुश्मन भारत भूमि पर रहकर दुश्मन भारत का इतना भारी नुकसान करना हर किसी के बूते की बात भी नहीं। हक बनता है सैयद गिलानी का इस सम्मान पर।

किंतु आज, भारतीय सेना के वीर जवानो के इस हत्यारे को दुश्मन पाकिस्तान के हाथो "निशान-ए-पाक" मिलते देखकर क्या दिलीप कुमार उर्फ #युसुफ खान की आत्मा जागेगी ?
क्या दिलीप कुमार उर्फ युसुफ खान 1998 में मिले पाकिस्तान के इस सम्मान उर्फ अपमान को लौटाएंगे ?

या फिर दिलीप कुमार उर्फ युसुफ खान भी खुद को गिलानी जैसे खूनी हत्यारे की जमात में देखना पसंद करेंगे ?

अरे युसुफ खान की ना सही दिलीप कुमार की तो लाज रख लो। खुदा की रहमत से अभी तक जिंदा हो, 98 साल की उम्र में भी। शायद इसी दिन के लिए कि ये निशान-ए-पाक का पाप पाकिस्तान के मुँह पे मार जन्नत सिधार सको।

बाकि मैं जानता हूं.....आप ना कभी दिलीप कुमार थे और ना बनोगे। युसुफ खान थे और युसुफ खान ही मरोगे।

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