लगातार तुष्टीकरण की राजनीति और हिन्दुओं की सहनशीलता का परिणाम...

श्रृंगेरी स्थित आदि शंकराचार्य की मूर्ति को इस्लामी झंडे में लपेटा 
-आरोपित रफ़ीक, साहिल गिरफ्तार, SDPI पर साज़िश का आरोप
-क्या BJP सरकार के विरुद्ध जारी है दंगे का षड्यंत्र ?

(धर्म नगरी / DN News M./W.app 6261868110)   
राजेश पाठक 
भगवान शिव के अवतार आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पीठों- श्रृंगेरी  पीठ में हुई घटना संकेत है, कि 1947 के बटवारे में हिन्दुओं को मिले इस हिंदुस्तान में भविष्य में क्या होने वाला है। बार-बार अन्याय, अपमान और उपेक्षा को सहन सकरने वाले सहिष्णु हिन्दू, फिर भी अकारण, निराधार रूप से "असहिष्णु" शब्द जिसको आज की बिकाऊ मीडिया ने गलत रूप से परिभाषित करते हुए, हिन्दुओ पर जबरजस्ती थोप दिया। पता नहीं क्यों, हिन्दू बार-बार, बारम्बार अपने ही देश देश में अपना, सनातन धर्म का, देवी-देवताओं का, हिन्दुओं के यशश्वी, प्रतापी पूर्वजों-महापुरुषों के अपमान का विष पीता जा रहा है। ये भाव हमारे हृदय के हैं, जो मुझे एक घटना को जानकार मानसिक आघात और हृदय की वेदना से निकलते हैं...   

घटना भगवान आदि शंकराचार्य की नगरी श्रृंगेरी से है, जो उनके द्वारा स्थापित पीठ  एक है स्वाभाविक रूप से घटना और अत्यंत घृणित कृत्य, जो किसी राक्षस, कट्टर धर्मांध नराधम (व्यक्ति या इंसान नहीं लिख सकते) के ही हैं। इससे हिंदुओं में भीषण आक्रोश है आरोपित जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनपर कठोरतम कार्यवाई नहीं होती, तो घटना का विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा। यद्यपि, पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों पर मामला दर्ज किया है। इन युवकों का नाम रफ़ीक और साहिल है। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने इन दोनों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। रफ़ीक नगर पंचायत का सदस्य भी है।

क्या BJP सरकार के विरुद्ध जारी है दंगे का षड्यंत्र ?
कर्नाटक हाल ही में हुए दंगों से उबर ही रहा था कि राज्य का माहौल बिगाड़ने की एक और कोशिश सामने आई है। यह घटना चिकमंगलूर जिले के शृंगेरी में हुई है जहाँ शारदा पीठ स्थित है। आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित 4 अद्वैत और दिव्य पीठों में एक। यह स्थान हिंदू समुदाय के लोगों के लिए बेहद पवित्र मानी जाती है। बुधवार (12 अगस्त 2020) को शृंगेरी स्थित आदि शंकराचार्य की मूर्ति को किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक इस्लामिक झंडे से ढँक दिया। उस इस्लामी झंडे पर अरबी भाषा में काफी कुछ लिखा हुआ था।   

समाचार के अनुसार, श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी एक दिन बाद हुई। सुचना मिलने के बाद घटनास्थल पर भीड़ इकट्ठा हो गई। श्रद्धालुओं ने शारदा पीठ की मूर्ति से इस्लामिक झंडा हटाया। इसके बाद लोगों ने इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया। इस प्रदर्शन में विधायक डीएन जीवाराज भी शामिल हुए। उनके साथ मौजूद तमाम लोगों ने माँग उठाई कि आरोपितों को गिरफ्तार कर उनपर सख्त कार्रवाई की जाए। विधायक जीवाराज ने यह भी कहा कि यह हरकत SDPI के सदस्यों द्वारा की गई है। उनका उद्देश्य ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर शहर का माहौल बिगाड़ना है।   

https://twitter.com/CTRavi_BJP/status/1293806793433313280?s=20
इसके अलावा भाजपा विधायक ने कहा यह स्थान हिंदुओं के लिए आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस हरकत से हिंदुओं में आक्रोश है अगर आरोपित जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं तो विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा। वहीं पुलिस ने फिलहाल दो मुस्लिम युवकों पर मामला दर्ज कर लिया है। इन युवकों का नाम रफ़ीक और साहिल है। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने इन दोनों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। रफ़ीक नगर पंचायत का सदस्य भी है।   

ट्वीटर से गुस्सा और मांग-  
इस घटना पर कन्नड़, संस्कृति और पर्यटन मंत्री सीटी रवि जो कि इस शहर के मुखिया हैं, उन्होंने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे शंकराचार्य की मूर्ति पर इस्लामी झंडा लगाए जाने की ख़बर का पता चला। यह घटना निराशाजनक है, मैंने एसएसपी को इसकी जाँच के आदेश दे दिए हैं।” इसके अलावा उडुपी चिकमंगलूर से भाजपा सांसद शोभा करन्दल्जे ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए गुस्सा जताया और साथ ही आरोपितों को गिरफ्तार करने की माँग उठाई है।   

यह घटना बेंगलुरु में हुए दंगों के ठीक एक दिन बाद हुई है। हैरानी की बात यह है कि बेंगलुरु की घटना में भी भीड़ की अगुवाई SDPI के सदस्यों ने की थी। कर्नाटक के कॉन्ग्रेस विधायक के भतीजे नवीन द्वारा सोशल मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद के कथित अपमानजनक पोस्ट को लेकर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुए दंगों में उग्र भीड़ द्वारा ‘पुलिसकर्मियों को मार डालो, उन्हें मत छोड़ो, उन्हें खत्म करो’ के नारे भी लगाए गए। नवीन को भी फिलहाल गिरफ्तार किया गया है।

विधायक के आवास और डीजे हाली के एक थाने में मुस्लिम उपद्रवियों ने उत्पात मचाया, जिन्होंने कई पुलिस और निजी वाहनों को भी आग लगा दी और लूटपाट भी मचाई। मंगलवार (अगस्त 11, 2020) की शाम कॉन्ग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्थी के आवास पर हज़ारों मुस्लिमों की भीड़ इकट्ठा हुई। कुछ ही देर में भीड़ ने पूरे घर को तबाह कर दिया। इसके बाद डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाने पर भी जम कर तोड़ फोड़ की। पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में कुल 3 लोगों की जान गई थी और 6 लोग घायल हुए थे। दंगे की घटनाओं में 60 पुलिसकर्मी घायल हुए थे जिसमें से 15 नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती हैं
#इनपुट साभार ऑप इंडिया  
---------------------------------------------------
''धर्म नगरी'' मो. 9752404020, वा.एप- 6261868110-(केवल न्यूज, कवरेज, विज्ञापन हेतु)
अपडेट्स हेतु फॉलो करें ट्वीटर- www.twitter.com/DharmNagari किसी समाचार या "धर्म नगरी" से अपने जिले से जुड़ने हेतु ईमेल करें- dharm.nagari@gmail.com 


☞ निवेदन- 
"धर्म नगरी" को मिलने वाले शुभकामना या  किसी प्रकार के सहयोग / विज्ञापन से हम संबंधित व्यक्ति, आश्रम, संस्था के नाम से प्रतियां भेजते हैं, क्योंकि धर्म नगरी का प्रकाशन पूर्णतः अव्यावसायिक  है। 
"धर्मं नगरी" तथा "DN News" के विस्तार एवं अयोध्या, वृन्दावन, हरिद्वार में स्थाई कार्यालय व स्थानीय रिपोर्टर / प्रतिनिधि नियुक्त करना है कृपया  अपना सहयोग (दान) केवल "धर्म नगरी" के चालू खाते नंबर- 325397 99922, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) IFS Code- CBIN0007932, भोपाल के माध्यम से भेजें


No comments