आज रवि-प्रदोष है, महादेव शिव की विशेष कृपा पाने के लिए....

रवि प्रदोष व्रत करें, होगी भगवन शिव की कृपा 

(धर्म नगरी / DN News M./W.app 6261868110)   
वर्षभर अनेक शुभ योग ऐसे होते हैं, जब भगवान शिव अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इनमें एक है प्रदोष व्रत, जो कि इस रविवार 16 अगस्त को है। रविवार को आने के ​कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाता है। रवि प्रदोष व्रत से कोई भी भक्त अपने मन की इच्छा को बहुत जल्द पूरा कर सकता है।

ज्योतिष अनुसार व्रत को करने से जीवन की अनेक समस्याएं दूर की जा सकती हैं। रवि प्रदोष व्रत करते समय इन बातों का ध्यान रखें-

ऐसे करें पूजा-
- सूर्य उदय होने से पहले उठें। नहाकर साफ हल्के सफेद या गुलाबी कपड़े पहनें।
-  भगवन सूर्य को तांबे के लोटे से जल में शक्कर डालकर अर्घ्य दें।
- पूरे दिन भगवान शिव के मन्त्र ॐ नमः शिवाय मन में जाप करते रहें और निराहार रहें।
- सांध्य के समय प्रदोष काल में भगवान शिव को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्न्नान कराएं।
- शुद्ध जल से स्न्नान कराकर रोली मौली चावल धूप दीप से पूजन करें।
- साबुत चावल की खीर और फल भगवान शिव को अर्पण करें।
- आसन पर बैठकर ॐ नमः शिवाय मन्त्र या पंचाक्षरी स्तोत्र का 5 बार पाठ करें।

रवि प्रदोष व्रत में इनका रखें ध्यान- 
- घर में और घर के मंदिर को स्वच्छ रखें।
- साफ-सुथरे कपड़े पहन कर भगवान शिव और सूर्य की पूजा करें।
- अपने गुरु और पिता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार करें।
- रविप्रदोष व्रत विधान में अपने आप को भगवान शिव को समर्पण कर दें।
- सारे व्रत विधान में मन में किसी तरीके का गलत विचार ना आने दें।
---------------------------------------------------
 निवेदन- 
"धर्म नगरी" को मिलने वाले शुभकामना या  किसी प्रकार के सहयोग / विज्ञापन से हम संबंधित व्यक्ति, आश्रम, संस्था के नाम से प्रतियां भेजते हैं, क्योंकि धर्म नगरी का प्रकाशन पूर्णतः अव्यावसायिक  है। 
"धर्मं नगरी" तथा "DN News" के विस्तार एवं अयोध्या, वृन्दावन, हरिद्वार में स्थाई कार्यालय व स्थानीय रिपोर्टर / प्रतिनिधि नियुक्त करना है कृपया  अपना सहयोग (दान) केवल "धर्म नगरी" के चालू खाते नंबर- 325397 99922, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) IFS Code- CBIN0007932, भोपाल के माध्यम से भेजें
-
''धर्म नगरी'' मो. 9752404020, वा.एप- 6261868110-(केवल न्यूज, कवरेज, विज्ञापन हेतु)
अपडेट्स हेतु फॉलो करें ट्वीटर- www.twitter.com/DharmNagari किसी समाचार या "धर्म नगरी" से अपने जिले से जुड़ने हेतु ईमेल करें- dharm.nagari@gmail.com 

No comments