लेबनान की राजधानी बेरुत विस्फोट से तबाह...!

250 किमी दूर तक सुना लोगों धमाका
खंडहर में बदल गया बंदरगाह, जिसके एक वेयरहाउस में रखा था 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट, जिसमे लगी आग  
बेरुत बंदरगाह का एक दृश्य, जहाँ हुआ धमाका 
(धर्म नगरी / DN News मो. 6261868110)   
बेरुत में दुनिया का सबसे बड़ा विस्फोट हुआ, जिसका वीडियो दुनिया में सर्वाधिक बार देखा जा रहा है। विस्फोट का कारण बेरुत बंदरगाह के वेयरहाउस है, जिसमे अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium Nitrate) रखा था। इसी वेयरहाउस में रखे 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट में आग लगी और जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना भयानक था, जिससे पूरा बंदरगाह खंडहर में बदल गया और इसकी गूँज 250 किमी दूरनिकोसिया शहर तक सुनी गई। निकोसिया, साइप्रस की राजधानी है, जो विस्फोट वाले स्थान से लगभग 250 किलोमीटर दूर स्थित है। भू-वैज्ञानिकों के अनुसार विस्फोट 3.3 रिक्टर स्केल की तीव्रता वाले भूकंप के बराबर था। 
बेरुत बंदरगाह : धमाका के समय का एक दृश्य 
6 साल से रखा था, सूचना भी थी-
लेबनान की राजधानी बेरूत स्थित जिस वेयरहाउस में अमोनियम नाइट्रेट रखा था, उसे पिछले 6 साल से जमा करके रखा था। विस्फोर से धमाके में 135 लोगों की जान गई। विस्फोट के बाद अब जांच हो रही है,
कि आखिर कैसे वेयरहाउस में इतना अमोनियम नाइट्रेट जमा था ? वहां आग कैसे लगी ? जबकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में इसके भंडारण की सूचना छह बार सरकार / संबंधित अधिकारियों को दी थी, लेकिन उसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई।  
विस्फोट का कारण-
लेबनानी अधिकारियों के अनुसार,
बेरुत बंदरगाह के वेयरहाउस में लगभग 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट का मुख्य कारण बना।
वर्ष 2013 में जार्जिया से मोज़ाम्बिक जा रहे एक शिप ने तकनीकी कारणों से बेरुत बंदरगाह पर डॉक किया।
बेरुत में शिप का निरीक्षण करने पर उसमें 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट पाया गया। ज्वलनशील पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट के संबंध में पर्याप्त साक्ष्य न उपलब्ध करा पाने के कारण बेरुत बंदरगाह प्राधिकरण ने अमोनियम नाइट्रेट को सीज़कर वेयरहाउस में रखवा दिया।

संभवतः वेयरहाउस में रखे इसी अमोनियम नाइट्रेट के भंडार में आग लगने की वजह से विस्फोट हुआ।

क्या है अमोनियम नाइट्रेट-
अमोनियम नाइट्रेट सबसे खतरनाक एक्सप्लोसिव केमिकल  है, इसका प्रयोग अनेक कामों में, प्रायः इसका इस्तेमाल खेती के लिए फर्टिलाइजर बनाने या फिर बम बनाने के लिए किया जाता है। वहीं, अगर इसमें जरा सी भी आग लग जाए, तो भीषण धमाका होता है। नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी खतरनाक गैस भी निकलती हैं।

एक दृष्टि में अमोनियम नाइट्रेट-
अमोनियम नाइट्रेट, एक रंगहीन, गंधहीन क्रिस्टलीय पदार्थ है। 
यह जल में अत्यधिक घुलनशील है, जल में घुलित अमोनियम नाइट्रेट के घोल को गर्म करने पर यह नाइट्रस ऑक्साइड (लाॅफिंग गैस) में बदल जाता है।
एक अकार्बनिक यौगिक है। इसका रासायनिक सूत्र NH4NO3 है।
- साधारण ताप व दाब पर सफेद रंग का क्रिस्टलीय ठोस है। 
कृषि में इसका उपयोग उच्च-नाइट्रोजनयुक्त उर्वरक के रूप में तथा विस्फोटकों में आक्सीकारक के रूप में होता है। 
प्रायः एक उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है, पर यह दशकों से कई औद्योगिक विस्फोटों का भी कारण रहा है। 

कृषि क्षेत्र में अमोनियम नाइट्रेट को उर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है। नमी के कारण यह मृदा में जल्दी घुल जाता है जिससे मृदा में नाइट्रोजन के स्तर में वृद्धि होती है जो पौधे के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण होती है।
लेबनान की राजधानी बेरुत बंदरगाह : धमाके के समय का एक दृश्य 
विस्फोट का प्रभाव, लेबनान की वर्तमान स्थिति-
लेबनान की आर्थिक स्थिति अमेरिकी प्रतिबंधों और कुछ घरेलू कारणों से बीते कुछ वर्षों से काफी खराब है। अर्थव्यवस्था एवं यहाँ की आर्थिक स्थिति का अनुमान इससे लगाया जा सकता है, कि वर्तमान में लगभग 1500 लेबनानी पाउंड की कीमत एक डॉलर से भी कम है। 
लेबनान में बेरोज़गारी चरम पर है। WMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष)
 के अनुसार, लेबनान में बेरोज़गारी की दर 30% तक पहुँच गई है। अभी 
यहाँ 15-29 आयु वर्ग के बीच प्रत्येक तीन में से केवल एक युवा को ही रोज़गार मिल पा रहा है।
लेबनान की राजधानी बेरुत बंदरगाह : धमाके के समय का एक दृश्य
लेबनान की जनता भी व्यापक भ्रष्टाचार का सामना कर रही है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार, लेबनान भ्रष्टाचार बोध सूचकांक-2019 (Corruption Perception Index-2019) में 180  देशों की सूची में 137 वें स्थान पर है।
लेबनान की राजधानी बेरुत बंदरगाह : धमाके के समय का एक दृश्य 
वैश्विक महामारी COVID-19 के कारण लेबनान में आर्थिक गतिविधियाँ बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं, ऐसे में आर्थिक गतिविधियों के केंद्र बेरुत में यह घटना लेबनान की समस्याओं में और अधिक वृद्धि कर देगी।

रासायनिक व भौतिक रूप से संवेदनशील स्थलों की पर्याप्त सुरक्षा न कर पाने के कारण वैश्विक बिरादरी के समक्ष लेबनान की छवि नकारात्मक रूप से प्रभावित हुई है।

लेबनान की भौलोगिक स्थिति-
  • पश्चिम एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित देश लेबनान की जनसंख्या लगभग 68.5 लाख है। 
  • लेबनान के उत्तर और पूर्व में सीरिया तथा दक्षिण में इज़राइल स्थित है।
  • लेबनान मुख्य रूप से रोमन, अरब और उस्मानी तुर्कों के शासन के अंतर्गत रहने के बाद फ्रांस का उपनिवेश भी रहा है। इसी ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के कारण लेबनान की धार्मिक और जातीय विविधता इसकी अनूठी सांस्कृतिक पहचान बनाती है।
  • लेबनान की लगभग 54% जनसंख्या इस्लाम धर्म को तथा 40.7% जनसंख्या ईसाई धर्म को मानने वाली है।
  • प्रथम विश्वयुद्ध के बाद यह फ्रांस का उपनिवेश बना। वर्ष 1943 में फ्रांस से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद लेबनान लम्बे समय तक गृहयुद्द में भी जूझता रहा है।



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