"बिहार में जब चुनाव हो रहा था, प्रियंका के शिमला वाले घर राहुल मना रहे थे पिकनिक"
"जब बिहार में चुनाव हो रहे थे, तब राहुल गांधी अपने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के शिमला वाले घर पर पिकनिक मना रहे थे। ...ऐसा कभी लगा ही नहीं कि कांग्रेस बिहार चुनाव को गंभीरता से ले रही है। जो भी नेता आए, उनमें से अधिकतर पटना में प्रेस में बयान देने तक ही सीमित रहे। ...कांग्रेस में भाजपा के विकल्प बनने की क्षमता नहीं है।" -शिवानंद तिवारी आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
(धर्म नगरी / DN News) वाट्सएप- 6261868110
बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप जारी है। आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उक्त बयान दिया, तो कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने आरजेडी को आत्ममंथन करने की सलाह दे डाली। अनिल कुमार ने कहा- हार का ठीकरा कांग्रेस से सिर फोड़ने के बजाए आरजेडी को समीक्षा करना चाहिए। भविष्य में यदि पूर्ण बहुमत की सरकार बनाना है, तो पार्टी को अपनी रणनीति बदलना चाहिए। अनिल कुमार ने बसपा का उदाहरण दिया और कहा, वोट बैंक की पॉलिटिक्स करने के बजाए समाज को एक सम्पूर्ण रूप में देखना चाहिए।
राहुल गांधी को लेकर क्या कहा शिवानंद ने ?
शिवानंद तिवारी ने कहा था, बिहार में चुनावी सरगर्मी थी। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में भाजपा-जदयू जैसी मजबूत पार्टियों की संयुक्त ताकत के खिलाफ लड़ाई थी और राहुल गांधी शिमला में बहन प्रियंका वाड्रा के घर पिकनिक मना रहे थे। कांग्रेस बिहार में 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, लेकिन 70 जनसभाएं भी नहीं कर पाईं। यहां तक कि राहुल गांधी ने भी सिर्फ चार सभाएं ही की।
------------------------------------------------
चुनिंदा समाचार, राष्ट्रवादी लेख, उपयोगी धार्मिक- लेख व कॉलम की लिंक हेतु हमारे ट्वीटर को अवश्य फॉलो करें- www.twitter.com/DharmNagari एवं वाट्सएप- 6261868110 -केवल "धर्म नगरी" की सदस्यता, अपनी शुभकामना देने व "अपने नाम से" धर्म नगरी भिजवाने हेतु
चुनिंदा समाचार, राष्ट्रवादी लेख, उपयोगी धार्मिक- लेख व कॉलम की लिंक हेतु हमारे ट्वीटर को अवश्य फॉलो करें- www.twitter.com/DharmNagari एवं वाट्सएप- 6261868110 -केवल "धर्म नगरी" की सदस्यता, अपनी शुभकामना देने व "अपने नाम से" धर्म नगरी भिजवाने हेतु
------------------------------------------------
बिहार विधान सभा चुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर एकबार फिर से कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं. पार्टी के तारिक अनवर के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राहुल और सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया- कि जनता कांग्रेस को प्रभावी विकल्प के रूप में नहीं देखती।
अंग्रेजी दैनिक "इंडियन एक्सप्रेस" को दिए इंटरव्यू में सिब्बल ने कहा- ‘बिहार ही नहीं, विभिन्न राज्यों के उपचुनावों के नतीजों से ऐसा लग रहा है कि लोग कांग्रेस को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं. बिहार में विकल्प तो आरजेडी ही है. गुजरात उपचुनाव में हमें एक भी सीट नहीं मिली. लोकसभा चुनाव में भी यही हाल रहा था. उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कुछ सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को 2 फीसदी से भी कम वोट मिले, जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है।’
------------------------------------------------
"धर्म नगरी" की सदस्यता, अपनी शुभकामना के साथ अपनों को "अपने नाम से" धर्म नगरी भिजवाने 6261868110 पर सम्पर्क करें। ईमेल- dharm.nagari@gmail.com
"धर्म नगरी" की सदस्यता, अपनी शुभकामना के साथ अपनों को "अपने नाम से" धर्म नगरी भिजवाने 6261868110 पर सम्पर्क करें। ईमेल- dharm.nagari@gmail.com
------------------------------------------------
सीट बंटवारे में देरी से महागठबंधन को खामियाजा : अनवर
इससे पहले बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारीक अनवर ने भी कहा कि बिहार चुनाव परिणाम पर पार्टी के अंदर मंथन होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा था, सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने में देरी का खामियाजा महागठबंधन को उठाना पड़ा. कांग्रेस को इससे सीखना चाहिए और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की औपचारिकताओं को अच्छी तरह से पूरा करना चाहिए।
...तो होता रहेगा नुकसान
तारीक अनवर से जुड़े एक सवाल के जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा- ‘यदि छह सालों में कांग्रेस ने आत्ममंथन नहीं किया तो अब क्या उम्मीद है? हमें कांग्रेस की कमजोरियां पता हैं, हमें पता है सांगठनिक तौर पर क्या समस्या है. मुझे लगता है कि इसका समाधान भी सबको पता है. कांग्रेस पार्टी भी यह अच्छी से जानती है, लेकिन वे इन उपायों को अपनाना नहीं चाहते. यदि वे ऐसा ही करते रहेंगे तो प्रदर्शन का ग्राफ यूं ही गिरता रहेगा।’
सिब्बल से जब पूछा गया, यदि कांग्रेस हकीकत से वाकिफ है, तो आखिर उपायों को अपनाने में हिचकिचाहट कैसी ? इस पर उन्होंने कहा, क्योंकि कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) एक नॉमिनेटेड बॉडी है, CWC के संविधान में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को शामिल करना होगा. आप नामित सदस्यों से यह सवाल उठाने की उम्मीद नहीं कर सकते कि कांग्रेस चुनाव दर चुनाव कमजोर क्यों होती जा रही है।
----------------------------
आवश्यकता है-
आर्थिक रूप से सम्पन्न राष्ट्रवादी विचारधारा के व्यक्ति की "धर्म नगरी" के हर जिले में विस्तार के लिए तुरंत आवश्यकता है. विस्तार के अंतर्गत शहरी (वार्ड, कालोनी तक) व ग्रामीण (पंचायत, ब्लॉक स्तर तक) क्षेत्रों में स्थानीय प्रतिनिधि, अंशकालीन रिपोर्टर की नियुक्ति के साथ प्रत्येक जिले में वर्षभर में एक से तीन सेमिनार/गोष्ठी/सार्वजनिक आयोजन आयोजित किए जाने हैं. सम्पर्क- वाट्सएप- 6261868110 ईमेल- dharm.nagari@gmail.com
Post a Comment