#देवउठनी_एकादशी आज : राशि अनुसार करें ये उपाय
उत्तिष्ठोत्तिष्ठ देवेश उत्तिष्ठ हृदयेशय |
उत्तिष्ठ त्वमुमास्वामिन् ब्रह्माण्डे मड्गलं कुरु ||
जानामि धर्मं न च मे प्रवृत्ति-र्जानाम्यधर्मं न च मे निवृत्ति:|
त्वया महादेव ह्रदि स्थितेन यथा नियुक्तोsस्मि तथा करोमि ||
मेष- भगवन विष्णु (श्रीहरि) का भजन कीर्तन करें. गुड़ का भोग लगाएं और खाएं।
वृष- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. भगवान को पंचामृत का भोग लगाएं, ग्रहण करें।
मिथुन- श्री हरि को मिठाई और तुलसी दल अर्पित करें. तुलसी दल का सेवन करें।
कर्क- भगवान का भजन कीर्तन करें. भगवान को सफेद चन्दन अर्पित करें, स्वयं भी लगाएं।
सिंह- भगवान को शुद्ध जल अर्पित करें, पूरे घर में जल का छिड़काव करें।
कन्या- घर के मुख्य द्वार पर वंदनवार लगाएं. विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें, शंख बजाएं, शंख ध्वनि करें।
तुला- भगवान को पंचामृत अर्पित करें। जितना सम्भव हो, हरि कीर्तन करें।
वृश्चिक- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। भोजन अर्पित करें, प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
धनु- नारायण कवच का पाठ करें। भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें।
मकर- श्रीहरि के मन्त्रों का जप करें। भगवान को फलों का भोग लगाएं।
कुम्भ- भगवान के लिए घी का दीपक जलाएं, अधिकाधिक भजन कीर्तन करें।
मीन- श्रीमद भगवद्गीता का पाठ करें। भगवान को ढेर सारे फूल अर्पित करें।
उत्तिष्ठ त्वमुमास्वामिन् ब्रह्माण्डे मड्गलं कुरु ||
जानामि धर्मं न च मे प्रवृत्ति-र्जानाम्यधर्मं न च मे निवृत्ति:|
त्वया महादेव ह्रदि स्थितेन यथा नियुक्तोsस्मि तथा करोमि ||
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी एवं तुलसी विवाह है। देवउठनी एकादशी बुधवार (25 नवंबर) को है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, देवउठनी के दिन राशि अनुसार कुछ विशेष उपाय करें, तो इसका अनुकूल प्रभाव पड़ेगा, आपके जीवन की समस्याओं का निदान होगा-
मेष- भगवन विष्णु (श्रीहरि) का भजन कीर्तन करें. गुड़ का भोग लगाएं और खाएं।
वृष- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. भगवान को पंचामृत का भोग लगाएं, ग्रहण करें।
मिथुन- श्री हरि को मिठाई और तुलसी दल अर्पित करें. तुलसी दल का सेवन करें।
कर्क- भगवान का भजन कीर्तन करें. भगवान को सफेद चन्दन अर्पित करें, स्वयं भी लगाएं।
सिंह- भगवान को शुद्ध जल अर्पित करें, पूरे घर में जल का छिड़काव करें।
कन्या- घर के मुख्य द्वार पर वंदनवार लगाएं. विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें, शंख बजाएं, शंख ध्वनि करें।
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http://www.dharmnagari.com/2020/11/Devotthan-Ekadashi-Char-Maah-Baad-Manglik-Karya-Aarambh.html
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वृश्चिक- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। भोजन अर्पित करें, प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
धनु- नारायण कवच का पाठ करें। भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें।
मकर- श्रीहरि के मन्त्रों का जप करें। भगवान को फलों का भोग लगाएं।
कुम्भ- भगवान के लिए घी का दीपक जलाएं, अधिकाधिक भजन कीर्तन करें।
मीन- श्रीमद भगवद्गीता का पाठ करें। भगवान को ढेर सारे फूल अर्पित करें।
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