#Social_Media से : ये इस्लामी मुल्क के स्टाइल का है धरना प्रदर्शन ! और...

मोदी को मिले बहुमत का, दादागीरी से दमन है।


- जब से हिंदुत्ववादियों की सरकार सत्ता में आई है, धरना प्रदर्शन का एक नया ट्रेंड देखने को मिला है।

ये ट्रेंड है- धरना लंबा खींचो... सड़कों को जाम करो... लोगों को परेशान करो और सरकार पर लाठीचार्ज या गोलियां बरसाने का दबाव डालो।
इस ट्रेंड, इस्लामी मुल्कों और मिडिल ईस्ट के देशों से इम्पोर्ट (आयातित) किया गया है।


- इसकी शुरुआत हुई थी तहरीर चौक से.... तहरीर चौक के बाद पूरे मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के मुस्लिम देशों में 'जैस्मिन रिवॉल्यूशन' हुआ और बड़े बड़े तानाशाहों की सत्ता उखड़ गई।

- इसके बाद तहरीर चौक टाइप का प्रोटेस्ट पाकिस्तान के नेताओं ने भी इंपोर्ट कर लिया।

- पाकिस्तान में भी बार-बार इस तरह के धरना प्रदर्शन होते हैं, जब एक-एक महीने के लिए पार्टियों के नेता, इस्लामाबाद घेरकर बैठ जाते हैं।

- भारत में भी शाहीनबाग में 'तहरीर चौक' से ही प्रेरणा ली गई थी।

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क्या ये किसानों का आंदोलन है ?  
http://www.dharmnagari.com/2020/12/Todays-selected-Tweets-Kisan-Andolan-me-ye-kya-hai.html
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- विरोध प्रदर्शन तो अन्ना हजारे ने भी किया था, लेकिन वो प्रदर्शन रामलीला मैदान में था... उसमें अनशन था... अनशन टूटा तो आंदोलन खत्म, लेकिन तहरीर चौक टाइप के आंदोलन देश को अराजकता में धकेलने के लिए किए जाते हैं।

- इस वक्त दिल्ली में भी किसानों के प्रदर्शन पर, ऐसे ही विपक्षी दलों ने कंट्रोल कर लिया है, जो मोदी को मिले बहुमत का, दादागीरी से दमन करना चाहते हैं।


चाहे धारा 370 हटानी हो या राफेल खरीदने हो, राम मंदिर का शिलान्यास हो, या CAA कानून हो, सरकार के हर छोटे-बड़े निर्णय पर, सुप्रीम कोर्ट की तरफ भागने वाले 'PIL गैंग' के पंटरों ने, कृषि सुधार कानून के विरुद्ध कोई PIL नहीं लगाई। क्यों ?

क्योंकि पता है, जब कोर्ट में सुनवाई होगी, तो नए कृषि कानूनों का सच सामने आ जाएगा और फर्जी विरोध की धज्जियाँ उड़ जाएंगी।
इसलिए बिना कोर्ट जाए, ये गैंग सिर्फ आधी अधूरी बात करके, किसानों को भड़का रहा है।

इस गैंग को उम्मीद है कि शायद अब मोदी सरकार गिर जाए और उनका 6 साल से चल रहा षड्यंत्र सफल हो जाए


आपसे निवेदन करता हूं इस पोस्ट को हलके में न लें,
आपके पास जितने भी ग्रुप हैं, उस सभी ग्रुप में ये पोस्ट भेजें। 
आपका आभार ! 

मैंने तो मेरा कर्तव्य निभा दिया अब आपकी बारी। देश सर्वोपरि है।
#साभार सोशल_मीडिया 

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इसे भी पढ़ें- 
कृषि कानूनों को रद्द करने तैयार नहीं सरकार
("भारत बंद" का विशेष प्रभाव नहीं दिखा, सामान्‍य रहा जनजीवन) 
http://www.dharmnagari.com/2020/12/Bharat-Ineffect.html
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यदि आप अपने जिले से सनातन समाज, आने वाली हिन्दू पीढ़ी एवं धर्म को लेकर सजग है, सक्रिय हैं या होना चाहते है, अपने बचे हुए समय का सदुपयोग करना चाहते हैं, आप राष्ट्रवादी विचारधारा के हैं, तो आप भी पत्रकारिता के माध्यम से कार्य कर सकते हैं. आप भी "धर्म नगरी" से जुड़कर, प्रतिनिधि या अपने जिले के डिस्ट्रिक्ट पार्टनर बन सकते हैं... अपने शहर (वार्ड, कालोनी तक) व ग्रामीण (पंचायत, ब्लॉक स्तर तक) में... वास्तव में इच्छुक सम्पर्क करें। विद्यार्थी, सेवानिवृत्त भी संपर्क कर सकते हैं. सम्पर्क- वाट्सएप- 6261868110 ईमेल- dharm.nagari@gmail.com

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केंद्र में कांग्रेस सरकार होती तो किसान आंदोलन से कैसे निपटती ?
देखिए 1998 का मध्य प्रदेश के मुल्ताई के किसान आंदोलन का वीडियो
जिसमे दिग्विजय सरकार ने किसानों पर गोली चलाई° किसानों को मारा
28 किसान मरे ओर 150 किसान गोली से घायल थे
पर हिटलर तो मोदी है ! #सोशल_मीडिया 

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तेजस्वी यादव ने धमकी दी है कि...
किसानों की मांग पूरी नहीं हुयी तो वे...
9 वीं कक्षा की अपनी मार्क शीट लौटा देंगे।

भारत सरकार में इसको लेकर खलबली मच गयी है।
और तेजस्वी को मनाने के लिए
कार्यदल का गठन किया गया है ! #वाट्सएप_से_DN 
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