कृषि कानूनों पर बहस को लेकर राज्यसभा दिनभर के लिए स्थगित
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राज्यसभा में आज तीन नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विपक्ष के विरोध और लगातार शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्य इस मुद्दे पर तुरन्त चर्चा कराने को लेकर सदन के बीचों बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे।
इससे पहले, विपक्ष के हंगामे पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें आश्वासन दिया, कि इस मुद्दे पर वे कल सदन में चर्चा करायेंगे। उन्होंने कहा- सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है और राष्ट्रपति के अभिभाषण में किसानों के आंदोलन की बात को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कल धन्यवाद प्रस्ताव के लिए होने वाली चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्य किसानों के आंदोलन के मुद्दे को उठा सकते हैं। विपक्षी दलों ने सभापति को कार्य-स्थगन के लिए नोटिस देकर किसानों के मुद्दे को हल करने की मांग की थी।
असाधारण परिस्थितियों में प्रस्तुत किया बजट : PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत का बजट अवसरों का बजट है और इससे विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि होगी। ट्वीट संदेश में श्री मोदी ने कहा- यह बजट आम आदमी के जीवन को और सुगम बनायेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में स्वास्थ्य सेवा पर अभूतपूर्व ध्यान केन्द्रित किया गया है। साथ ही शोध और नवाचार पर भी जोर दिया गया है।
उन्होंने कहा- इस बजट में दक्षिणी राज्यों, पूर्वोत्तर और लद्दाख की आकांक्षाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि तटीय ढांचागत सुधार से मछुआरे सशक्त होंगे। ...आम बजट से उद्योग, निवेश और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बहुत सकारात्मक बदलाव होंगे।
"...वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है। कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया, उसने पूरी मानव जाति को हिलाकर रख दिया। इन परिस्थितियों के बीच, आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला है। बजट में हर नागरिक, हर वर्ग का समावेश भी है। हम इस बजट में जिन सिद्धांतों को लेकर चले हैं, वो हैं- ग्रोथ के लिए नए अवसरों, नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करना, मानव संसाधन को एक नया आयाम देना। इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए नए-नए क्षेत्रों को विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना, नए सुधार लाना।"
इससे पहले, विपक्ष के हंगामे पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें आश्वासन दिया, कि इस मुद्दे पर वे कल सदन में चर्चा करायेंगे। उन्होंने कहा- सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है और राष्ट्रपति के अभिभाषण में किसानों के आंदोलन की बात को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कल धन्यवाद प्रस्ताव के लिए होने वाली चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्य किसानों के आंदोलन के मुद्दे को उठा सकते हैं। विपक्षी दलों ने सभापति को कार्य-स्थगन के लिए नोटिस देकर किसानों के मुद्दे को हल करने की मांग की थी।
विपक्षी दलों में कांग्रेस, डीएमके पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य दलों ने किसानों के आंदोलन का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर तुरंत सदन में चर्चा करने की मांग की। विपक्षी दलों का मानना था कि यह मामला राष्ट्रीय महत्व का है और सरकार को इस मामले पर तुरंत चर्चा करनी चाहिए। सभापति ने जब उनकी मांगों को नहीं माना तो वे सदन से वॉकआउट कर गए।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत का बजट अवसरों का बजट है और इससे विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि होगी। ट्वीट संदेश में श्री मोदी ने कहा- यह बजट आम आदमी के जीवन को और सुगम बनायेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में स्वास्थ्य सेवा पर अभूतपूर्व ध्यान केन्द्रित किया गया है। साथ ही शोध और नवाचार पर भी जोर दिया गया है।
उन्होंने कहा- इस बजट में दक्षिणी राज्यों, पूर्वोत्तर और लद्दाख की आकांक्षाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि तटीय ढांचागत सुधार से मछुआरे सशक्त होंगे। ...आम बजट से उद्योग, निवेश और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बहुत सकारात्मक बदलाव होंगे।
"...वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है। कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया, उसने पूरी मानव जाति को हिलाकर रख दिया। इन परिस्थितियों के बीच, आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला है। बजट में हर नागरिक, हर वर्ग का समावेश भी है। हम इस बजट में जिन सिद्धांतों को लेकर चले हैं, वो हैं- ग्रोथ के लिए नए अवसरों, नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करना, मानव संसाधन को एक नया आयाम देना। इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए नए-नए क्षेत्रों को विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना, नए सुधार लाना।"
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