#UPElections2020 : ब्राह्मण साथ आए तो 2007 की तरह 2022 में भी बसपा की सरकार बनेगी, मायावती ने कहा-


ब्राह्मण सम्मेलन : सरकार बनने पर मूर्ति व पार्क की जगह प्रदेश की तकदीर बदलेंगे...
- UP में ओवैसी की मुस्लिम पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी !
- मुस्लिम समाज ओवैसी से सावधान रहें : इकबाल अंसारी
- #सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया... Comment in #Social_Media ...
ब्राह्मण सम्मेलन में मायावती
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- राजेश पाठक  
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए प्रदेश में दिन-प्रतिदिन राजनीतिक गतिविधि तेज होती जा रही है। लखनऊ में बसपा कार्यालय पर आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा, 2022 में सरकार बनने पर ब्राह्मणों के सम्मान, स्वाभिमान व रोजी-रोटी का वह पूरा ख्याल रखेंगी और पार्क, मूर्ति व संग्रहालय नहीं बनवाएंगी। वहीं, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के मंगलवार को तीन-दिवसीय यूपी दौरे से पहले विरोध भी शुरू हो गया। 

प्रतिमाएं डंके की चोट पर लगवाई-
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, इस बार सर्व समाज के साथ ब्राह्मणों की जुगलबंदी से उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा, कि सरकार के दौरान महापुरुषों की प्रतिमाएं डंके की चोट पर अपनी लगवाई और संग्रहालय बनवाए। पार्कों का निर्माण कराया। अब उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं है। अब सरकार बनेगी तो पूरा ध्यान उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदलने पर रहेगा।
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ब्राह्मणों के सम्मान, रोजी-रोटी का ख्याल रखूंगी-  

मायावती ने आगे कहा, ब्राह्मण उनके साथ आए तो निश्चित रूप से 2007 की तरह ही 2022 में भी बसपा की सरकार बनेगी और उनका यह वादा है, ब्राह्मणों के सम्मान, स्वाभिमान व रोजी-रोटी का वह पूरा ख्याल रखेंगी। पहले सपा और बाद में भाजपा सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न होता रहा है। कुछ घटनाएं तो उनके साथ ऐसी हुईं जो राष्ट्रीय स्तर तक चर्चित रहीं। 

किसानों को लेकर उन्होंने कहा, भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन कृषि कानून के जरिए उनकी जमीन छीनने की तैयारी शुरू कर दी। आंदोलन के बावजूद काले कानूनों को खत्म नहीं किया जा रहा है। यूपी में बसपा की सरकार आई तो निश्चित रूप से इन कानून को प्रदेश में लागू नहीं होने दिया जाएगा।

मुसलमान न भूलें मेरठ, व मुजफ्फरनगर कांड- 
मायावती ने कहा, मुसलमानों को मेरठ के मलियाना कांड व मुजफ्फरनगर कांड को नहीं भूलना चाहिए। कांग्रेस और सपा दोनों की ही सरकारों में मुस्लिमों का यह हाल हुआ था। \मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदू और मुस्लिमों के पूर्वज एक हैं। मायावती ने कहा ,कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर मंडल स्तर पर कोई आयोजन नहीं होगा। इस बार प्रदेश भर से कार्यकर्ता सीधे लखनऊ आएंगे और कांशीराम पार्क में श्रद्धांजलि देंगे।
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UP में ओवैसी की मुस्लिम पार्टी 100 सीटों पर लड़ेगी चुनाव !
अतीक अहमद की बेगम शाइस्ता AIMIM में, भागवत के DNA वाले बयान पर पलटवार
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी तीन दिवसीय यूपी दौरे की शुरूआत करने मंगलवार को अयोध्या पहुंचने से पहले संतों सहित पूर्व मुस्लिम पक्षकार ने भी ओवैसी के दौरे पर रोक लगाने की मांग उठाई थी, लेकिन अयोध्या से पहले लखनऊ में हुई प्रेसवार्ता में ओवैसी ने चुनाव को लेकर कहा, कि इस बार हम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम चुनाव लड़ रहे हैं तो दूसरी पार्टियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। हम जरूर चुनाव लड़ेंगे किसी के गुलाम नहीं हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा, हमारा डीएनए टेस्ट करवा लें, हम तैयार हैं, लेकिन आप सभी को भी कराना होगा। उन्होंने कहा, आरएसएस वाले इतिहास में कमजोर होते हैं।
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ओवैसी ब्रदर जिस गोडसे से घृणा करते हैं, ये उसी समाज से है, यानि दोनों चितपावन ब्राह्मण हैं...!
http://www.dharmnagari.com/2021/07/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Saturay-2021703.html 
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भाजपा को हराना ही हमारा लक्ष्य: ओवैसी
चुनाव से इतर ओवैसी ने तालीबान के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, सरकार बताए क्या तालिबान आतंकी संगठन है या नहीं। अफगानिस्तान में जो हुआ वो भारत के लिए ठीक नहीं है। ओवैसी ने स्पष्ट कहा, उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराना ही हमारा लक्ष्य है। यूपी में अब हमारा संगठन मजबूत है। हालात पहले से बदल गए हैं। वहीं, हिंदुओं को टिकट देने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, कि हम उन्हें टिकट क्यों नहीं देंगे वो भी हमारे भाई हैं।
अतीक अहमद की बेगम शाइस्ता परवीन लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में.  
अतीक अहमद की बेगम AIMIM में-   
माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद की बीबी (बेगम) शाइस्ता ने ओवैसी के सामने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओवैसी दलित, मुसलमान के बीच के काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान 50,000 लोग बेघर हुए उस समय समाजवादी पार्टी के मुस्लिम नेताओं को उनकी याद क्यों नहीं आई।

मुस्लिम समाज ओवैसी से सावधान रहें: इकबाल अंसारी
पूर्व मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी ओवैसी के अयोध्या दौरे का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग ओवैसी से सावधान रहें। ओवैसी को उत्तर प्रदेश नहीं आना चाहिए था, वह हैदराबाद के हैं वहीं की राजनीति करें। यूपी में आकर मुसलमानों के नाम पर अपना हित मत साधे।
  
पोस्टरों पर लिखा 'फैजाबाद'
ओवैसी का आज अयोध्या जिले में आने का कार्यक्रम पहले से तय था, लेकिन इस दौरे को लेकर लगाए गए एआईएमआईएम  के पोस्टरों में जिले का नाम अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा गया है। संतों ने इस पर भी गंभीर आपत्ति जताई है। हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने ओवैसी के पोस्टर पर सवाल उठाया। कहा, फैजाबाद का नाम सरकारी अभिलेख में अयोध्या हो गया है तो पोस्टर पर फैजाबाद का नाम क्यों दिखाया जा रहा है। यदि अयोध्या नाम से ओवैसी को इतनी चिढ़ है तो यहां आने की क्या जरूरत। इस विचारधारा की संत समाज निंदा करता है। वहीं, एसडीएम विपिन सिंह ने ओवैसी के कार्यकर्ता सम्मेलन को सशर्त इजाजत दी है। ओवैसी सूफी संत शेख मखदूम अब्दुल हक की दरगाह में जियारत कर जनपद अयोध्या के रुदौली विधानसभा से चुनाव की शुरूआत करेंगे।

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07 सितंबर मंगलवार : प्रमुख समाचार पत्रों की "हेड लाइन्स" व महत्वपूर्ण संक्षिप्त समाचार

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"830 करोड़ डालर" वाला का भारत व मोदी का दुश्मन !
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#सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया... Comment in #Social_Media ...-
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Now this is not communal?...A sitting MP publicly saying....that his or his party victory directly a victory of muslims of state. What is the difference between him and jinna's speech at lahore in 1940...  -@Tarunanandgoyal
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#UPElections2022
#brahmins' priests were invited to recite Mantras amid shankh dhwani to start the event. About whom once Mayawati had commented- Tilak, Taraju aur Talwar, inko maro Jute char.
ब्राह्मण पुरोहित-कर्मकांडी को आज #Mayawati ने बुलाया, जिनको लेकर कभी कमेंट किया था- 
तिलक तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार  -@Modi_Shah_Yogi 


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Slogans of 'Jai Shri Ram', 'Jai Siya Ram' and 'Har Har Mahadev' raised at
@Mayawati's #PrabuddhaSammelan in Lucknow.
Welcome to #UPElections2022. -@itsmeavaneesh
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"We do not need to make any new monuments or parks in the name of those who were our guiding lights - we have already done it thok ke bhaav (wholesale) in our previous terms," said former CM and chief of Bahujan Samaj Party (BSP) Mayawati while addressing a gathering today (7 September) in Lucknow.  

During her 30-minute speech, she promised to not build memorials, statues or parks if she wins the state assembly election scheduled next year. "If I form the government again I will not concentrate on statues or memorials or parks but on governing the state to the best possible ability," she added. 

This is not the first time that she has vowed to abstain from building ostentatious memorials dedicated to herself. She had made the same promise to voters before the last state elections in 2016. The four-time CM Mayawati had commissioned parks and sprawling monuments with giant statues of herself, BSP founder Kanshi Ram and elephants (her party's symbol) in the name of "Dalit pride." 
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... to be updated
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