"21वीं सदी में अवसरों की कोई कमी नहीं...", आज की तारीख ने मानवता पर प्रहार किया, लेकिन...


11 सितंबर, 1893 के दिन स्‍वामी विवेकानंद ने दुनिया को भारत के मानवीय मूल्‍यों से परिचित कराया 

(
धर्म नगरी / DN News वाट्सएप 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, विज्ञापन, कॉपी भिजवाने हेतु) 
"आज 11 सितंबर यानी 9/11 है। दुनिया के इतिहास की एक ऐसी तारीख जिसने मानवता पर प्रहार के लिए भी जाना जाता है, लेकिन इसी तारीख ने पूरे विश्‍व को काफी कुछ सिखाया भी है। एक सदी पहले ये 11 सितंबर, 1893 का ही दिन था जब शिकागो में विश्‍वभर में संसद का आयोजन हुआ था। आज के दिन स्‍वामी विवेकानंद ने उस वैश्विक मंच पर खड़े होकर दुनिया को भारत के मानवीय मूल्‍यों से परिचित कराया था...।"


ये विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (12 अगस्त) गुजरात के अहमदाबाद में अत्‍याधुनिक सरदारधाम भवन का वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से उद्घाटन किया और सरदारधाम चरण-II के अंतर्गत कन्‍या छात्रालय की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने बनारस हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय में सुब्रहमण्य भारती जी के नाम से पीठ स्‍थापित करने की भी घोषणा की। महान विद्वान, विचारक और स्‍वतंत्रता सेनानी सुब्रहमण्‍य भारती की एक सौवीं पुण्‍यतिथि के अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि सरदार साहिब का एक भारत श्रेष्‍ठ भारत विजन महान कवि सुब्रहमण्‍य भारती की तमिल रचनाओं में भी परिलक्षित होता है।


"...आज इस अवसर पर मैं एक महत्‍वपूर्ण घोषणा भी कर रहा हूं। बनारस हिन्‍दू यूनिवर्सिटी में सुब्रमण्‍यम भारती जी के नाम से एक चेयर स्‍थापित करने का निर्णय किया गया है। तमिल स्‍टडीज तमिल भाषा समृद्ध भाषा है। विश्‍व की सबसे पुरातन भाषा है और हम सभी हिन्‍दुस्‍तानियों के लिए गर्व की बात है तमिल स्‍टडीज पर सुब्रहमण्‍यम भारती चेयर बनारस हिन्‍दू यूनिवर्सिटी बी एच यू के फेकल्‍टी ऑफ आर्टस में स्‍थापित होगी...।"


प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि हमें मानवीय मूल्‍यों की रक्षा के प्रयास जारी रखने चाहिए। 2001 में 11 सितंबर को हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन विश्‍व इतिहास में मानवता पर हमले के दिन के रूप में याद किया जाता है, लेकिन इस दिन से समूचे विश्‍व ने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा, 1893 में शिकागो में आयोजित विश्‍व धर्म संसद में स्‍वामी विवेकानंद ने भारत के मानवीय मूल्‍य विश्‍व के समक्ष रखे थे।


प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार समाज के उन सभी वर्गों को आगे लाने की कोशिश कर रही है, जो पीछे रह गए थे। एक तरफ दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए काम हो रहा है और दूसरी ओर, आर्थिक दृष्टि से पिछड़े लोगों के लिए 10% आरक्षण रखा गया है। उन्होंने कहा, हमारी अर्थव्‍यवस्‍था कोरोना महामारी के कारण जितना ठहरी थी उससे अधिक गति से उसमें सुधार आ रहा है।


"...कठिन से कठिन समय हो जब अपने कर्तव्‍यों को समझते हुए पूरे विश्‍वास के साथ काम किया जाए तो परि‍णाम भी मिलते ही हैं। कोरोना की महामारी आई पूरी दुनिया की अर्थव्‍यवस्‍था पर आंच आई। भारत पर भी इसका काफी असर हुआ, लेकिन हमारी अर्थव्‍यवस्‍था महामारी के कारण जितना ठहरी थी, उससे ज्‍यादा रिकवर फिर से कर रही है। जब बड़ी-बड़ी इकोनॉमि‍ज डिफेंस में थी तब हम रिफोर्मस कर रहे थे। जब ग्‍लोबल सप्‍लाई चेन्स डिसरप्‍ट हो रही थी। तो हमने नए हालातों को भारत के पक्ष में मोड़ने के लिए पीएलआई स्‍कीम शुरू की...।"


21वीं सदी में अवसरों की कोई कमी नहीं- 
"...21वीं सदी में भारत के पास अवसरों की कमी नहीं है। हमें खुद को ग्‍लोबल लीडर के रूप में देखना है। अपना सर्वश्रेष्‍ठ देना है और सर्वश्रेष्‍ठ करना भी है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश की प्रगति में गुजरात का जो योगदान रहा है। उसे हम अब और सशक्‍त रूप में सामने लाएंगे। हमारे प्रयास न केवल हमारे समाज को नई ऊचाई देंगे बल्कि देश को भी विकास की बुलंदी पर लेकर जाएंगे...।"

Prime Minister Narendra Modi inaugurated Sardardham Bhavan at Ahmedabad through video conferencing today (11 Sept). He also laid the foundation stone of Sardardham phase-II - Kanya Chhatralay on this occasion. 

He emphasised that our efforts should continue to protect human values. Referring to the 9/11 terror attack in 2001, the Prime Minister said, this date in the history of the world is known for the attack on humanity, but this date also taught a lot to the whole world. He said, India's human values can bring lasting solution to tragedies like 9/11 terror attack. A century ago in 1893, Swami Vivekananda introduced the world to the human values of India at the World Parliament of Religions held in Chicago.

Prime Minister also announced to establish a chair in the name of Subramanya Bharti ji in the Banaras Hindu University. This announcement was made on the 100th death anniversary of India's great scholar, philosopher and freedom fighter Subramanya Bharati.

Referring to the Azadi ka Amrit Mahotsav, the Prime Minister said that Kheda Satyagrah under the leadership of Sardar Patel showed the unity of farmers, youth and poor which had forced the British government to bow down. PM Modi said that the government is making continuous efforts to bring forward all sections of the society, who have been left behind.

Prime Minister said, the Patidar samaj is known for its business skills and community service. He also greeted the people on the occasion of Ganesh Mahotsav and Samvatsari.

------------------------------------------------

इसे भी पढ़ें-

11 सितंबर शनिवार : प्रमुख समाचार पत्रों की "हेड लाइन्स" व महत्वपूर्ण संक्षिप्त समाचार

http://www.dharmnagari.com/2021/09/Todays-11-September-Saturday-Newspapers-Head-Lines-and-Informative-News.html
इलाहाबाद हाईकोर्ट सबसे बड़ा कोर्ट है, जिसने लिखा गौरवशाली इतिहास : राष्ट्रपति
लंबित मुकदमे चिंताजनक हैं : CJI   प्रयागराज शिक्षा और न्याय के लिहाज से अनूठा शहर : राज्यपाल 

"धर्म नगरी" की सदस्यता, शुभकामना-विज्ञापन या दान देने अथवा अपने नाम (की सील के साथ) से
लेख/कॉलम/इंटरव्यू सहित 
"धर्म नगरी" की प्रतियां अपनों को देशभर में भिजवाने हेतु बैंक खाते का डिटेल।   

No comments