तीनों कृषि कानून वापस, देश को संबोधन में PM की घोषणा, कैसे थे तीनों कानून, किस नेता ने क्या कहा ?


Three laws were in farmers' benefit but we couldn't convince section of farmers despite best efforts : PM  
-किसानों की जिद के आगे मोदी सरकार को झुकी 
-14 महीने बाद तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा 
-#सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया, राजनेताओं के बयान-
"...किसानों के प्रति समर्पण भाव से, नेक नीयत से ये कानून लेकर आई थी, लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए...
...हमने MSP बढ़ाई और रिकॉर्ड सरकारी खरीद केंद्र भी बनाए। हमारी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। किसानों को उनकी मेहनत के बदले उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए भी कदम उठाए। हमने ग्रामीण बाजार के बुनियादी ढांचा को मजबूत किया... -प्रधानमंत्री मोदी     
राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी 
धर्म नगरी / DN News 
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा करते हुए आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर लौटने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा- 
"...आज मैं आपको और पूरे देश को बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर दें। मैं सभी आंदोलन किसान साथियों से आग्रह कर रहा हूं कि अब आप अपने-अपने घर और खेतों की तरफ़ लौटें..." 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (19 नवंबर) सुबह राष्ट्र के नाम संबोधन में बड़ी घोषणा हुए PM मोदी ने तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की। कोरोना काल में आज अपने 11वें संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अचानक लिए गए इस निर्णय से हर कोई हैरान है। 

प्रधानमंत्री ने संबोधन में सबसे पहले कहा-
...आज देव दीपावली का पावन पर्व है और गुरू नानक देव जी का भी पवित्र प्रकाश पर्व है। उन्होंने सबसे पहले सभी को पर्व की बधाई दी। इसके बाद उन्होेंने कहा कि अपने 5 दशक के सार्वजनिक जीवन में किसानों की परेशानियों और चुनौतियों को बहुत करीब से देखा और महसूस किया है। जब देश ने मुझे 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में सेवा का अवसर दिया तो हमने कृषि विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी...

उन्होंने कहा-
 “मैं आज देशवासियों से क्षमा माँगते हुए, सच्चे मन से कहता हूँ कि शायद हमारी तपस्या में भी कोई कमी रह गई थी। हम अपनी बात कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए। आज गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व है। आज मैं पूरे देश को ये बताने आया हूँ, हमने 3 कृषि कानूनों को वापस करने का निर्णय लिया है। जल्द ही इसको लेकर संवैधानिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।”  

“हमारी सरकार, किसानों के कल्याण के लिए, खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए, देश के कृषि जगत के हित में, देश के हित में, गांव गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए, पूरी सत्य निष्ठा से, किसानों के प्रति समर्पण भाव से, नेक नीयत से ये कानून लेकर आई थी, लेकिन इतनी पवित्र बात, पूर्ण रूप से शुद्ध, किसानों के हित की बात, हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। कृषि अर्थशास्त्रियों ने, वैज्ञानिकों ने, प्रगतिशील किसानों ने भी उन्हें कृषि कानूनों के महत्व को समझाने का भरपूर प्रयास किया... हमने भी किसानों को समझाने की कोशिश की। हर माध्यम से बातचीत भी लगातार होती रही। किसानों को कानून को जिन प्रावधानों पर दिक्कत था, उसे सरकार बदलने को भी तैयार हो गई। दो साल तक सरकार इस कानून को रोकने पर तैयार हो गई।” 

प्रधानमंत्री ने ये भी कहा-
देश के छोटे किसानों की चुनौतियों को दूर करने के लिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत, इन सभी पर चौतरफा काम किया। सरकार ने अच्छी गुणवत्ता के बीज के साथ ही किसानों को नीम कोटेड यूरिया, स्वायल हेल्थ कार्ड, माइक्रो इरिगेशन जैसी सुविधाओं से भी जोड़ा।

किसानों की स्थिति सुधारने के लिए ही तीनों कृषि कानून लाए गए थे। उद्देश्य था, कि किसानों को और ताकत मिले। उनको अपनी उपज बेचने का ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिले। पहले भी कई सरकारों ने इसपर मंथन किया। इस बार भी संसद में चर्चा हुई, मंथन हुआ और ये कानून लाए गए। देश के कोने-कोने अनेक किसान संगठनों ने इसका स्वागत किया, समर्थन किया। वो उन सभी के बहुत आभारी हैं।

किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। उनकी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए गए। देश की 1000 से ज्यादा मंडियों को ई नाम योजना से जोड़कर उन्होंने किसानों को कहीं पर भी अपनी उपज बेचने का एक प्लेटफॉर्म दिया। कृषि मंडियों के आधुनिकीकरण पर करोड़ों खर्च किए। देश का कृषि बजट पहले के मुकाबले 5 गुना बढ़ गया है। हर वर्ष सवा लाख करोड़ कृषि पर खर्च किया जा रहा है।

आपदा के समय ज्यादा से ज्यादा किसानों को मुआवजा मिल सके इसके लिए नियम भी बदले। पिछले 4 सालों में किसान भाई बहनों को 1 लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा मिला है। छोटे किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सीधे उनके बैंक खातों में 1.62 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए।

हमने MSP बढ़ाई और रिकॉर्ड सरकारी खरीद केंद्र भी बनाए। हमारी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। किसानों को उनकी मेहनत के बदले उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए भी कदम उठाए। हमने ग्रामीण बाजार के बुनियादी ढांचा को मजबूत किया।

तीन कृषि कानून :
 उसमें प्रावधान (उपज, किसानों को लाभ)-
1- किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम-2020, 
2-किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम-2020 3- आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम-2020 हैं। 
इन तीन कानूनों को पिछले साल मानसून सत्र संसद द्वारा पारित किया गया था। 1-किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम विभिन्न राज्य विधानसभाओं द्वारा गठित कृषि उत्पाद विपणन समितियों एपीएमसी द्वारा विनियमित मंडियों के बाहर कृषि उपज की बिक्री की अनुमति देता है। 2-किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 अनुबंध खेती के लिए अनुमति प्रदान करता है जबकि 3-आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम अनाज, दाल, आलू, प्याज और खाद्य तेलों जैसे खाद्य पदार्थों के उत्पादन, आपूर्ति तथा वितरण को नियंत्रित करता है।
"Whatever I did, I did for our farmers. What I'm doing, is for the country. With your blessings, I never compromised on hard work. Today I assure you that I will now work even harder, so that your dreams, our nation's dreams can be realised." -PM @narendramodi
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जब पीट-पीटकर उसकी गर्दन तोड़ दी, वह जिंदा था ! #किसान_आंदोलन : आज ये कैसी सरकार, राजनीति पार्टी है / तब थी...!  

http://www.dharmnagari.com/2021/10/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Saturay-20211016.html
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What is unique about PM @narendramodi Ji's announcement is that he picked the special day of ‘Guru Purab’ to make this announcement. It also shows there is no other thought except the welfare of each and every Indian for him. He has shown remarkable statesmanship. -AmitShah (Union Home Minister)

Protest will end when Farm Laws Repealed in Parliament -Tikait
The ongoing anti-farm laws protest will be withdrawn only after the contentious legislations are repealed in Parliament, said Rakesh Tikait, Bharatiya Kisan Union (BKU) leader on Friday. He also stressed that the government should talk to farmers over the issue of minimum support price (MSP) of crops and other matters.
The national spokesperson BKU said, this on Twitter soon after Prime Minister Narendra Modi announced repealing the three farm laws, which were at the centre of the farmers' protest since November 26 last year. 
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आवश्यकता है- (संरक्षक / NRI चाहिए).. मैगजीन- सूचनात्मक व रोचक (factual & informative & interesting), साफ़-सुधरी, स्तरीय, राष्ट्रवादी समसामयिक साप्ताहिक मैगजीन का प्रकाशन शुरू हो रहा रहा इसके विस्तार हेतु हमें तुरंत राष्ट्रवादी विचारधारा के पार्टनर / इन्वेस्टर / "संरक्षक" की खोज है। साथ ही हर राज्य / राजधानी में मार्केटिंग हेड चाहिए। संपर्क  9752404020, W.app- 8109107075 ट्वीटर / Koo- @DharmNagari 
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वर्ष का अंतिम चंद्र-ग्रहण 19 नवंबर को, ग्रहण काल, राशियों पर प्रभाव, क्या करें क्या नहीं...
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आज 18 नवंबर गुरुवार : प्रमुख समाचार पत्रों की "हेड लाइन्स" व महत्वपूर्ण संक्षिप्त समाचार
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#सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया, नेताओं के बयान-
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा की है। सभी किसानों को इसका स्वागत करना चाहिए, अब उन्हें अपने धरने समाप्त कर देने चाहिए -अनिल विज, गृह मंत्री, हरियाणा 

देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।अन्याय के ख़िलाफ़ यह जीत मुबारक हो। जय हिंद, जय हिंद का किसान -राहुल गांधी, कांग्रेस नेता 

700 से ज़्यादा किसानों की मौत के बाद अगर ये सरकार कृषि क़ानून वापस लेती है तो इससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों के बारे में कितना सोचती है। साल भर से जो किसान और आम जनता का नुकसान हुआ है इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा ? इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे -मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता 

आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतज़ार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें (
The protest will not be withdrawn immediately, we will wait for the day when the farm laws are repealed in Parliament. Along with MSP, the government should talk to farmers on other issues too.) -राकेश टिकैत, किसान नेता  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की जो घोषणा की है मैं उसका स्वागत करता हूं। 75 साल किसान विरोधी नीतियों के कारण देश का किसान कर्ज़दार हो गया है, उसे फसलों के दाम नहीं मिले हैं -भानु प्रताप सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष-भारतीय किसान यूनियन (भानु)  

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा-
Great news! Thankful to PM @narendramodi ji for acceding to the demands of every punjabi & repealing the 3 black laws on the pious occasion of #GuruNanakJayanti. I am sure the central govt will continue to work in tandem for the development of Kisani! #NoFarmers_NoFood -Capt Amrinder Singh (9:23 पूर्वाह्न · 19 नव॰ 2021)

"आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन" -अरविंद केजरीवाल, CM दिल्ली (9:36 पूर्वाह्न · 19 नव॰ 2021)
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भाजपा किसानों के लिए सब कुछ करने को तैयार थी है और रहेगी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भाजपा विरोधी विपक्षी दलों और नेताओं को जो किसानों को गुमराह कर रहे थे बेरोज़गार कर दिया है,किसानों के नाम पर राजनीतिक दुकान चलाने वालों को आज रात नींद नहीं आयेगी ।
#जय_किसान_जय_किसान -केशव प्रसाद मौर्य, उप-मुख्यमंत्री, उप्र 
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केंद्र सरकार ने कृषि क़ानूनों को देर से रद्द करने की घोषणा की है। यह फ़ैसला बहुत पहले ले लिया जाना चाहिए था। इसके लिए सभी किसानों को हार्दिक बधाई। यदि केंद्र सरकार यह फ़ैसला काफी पहले ले लेती तो देश अनेक प्रकार के झगड़ों से बच जाता।
हमारी पार्टी(BSP) की केंद्र सरकार से मांग है कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है, केंद्र सरकार उन्हें उचित आर्थिक मदद दे और उनके परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी ज़रूर दें -मायावती, BSP प्रमुख, लखनऊ
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अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी। -अखिलेश यादव, पूर्व CM उप्र
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600 से अधिक किसानों की शहादत
350 से अधिक दिन का संघर्ष, @narendramodi  जी आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी। आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आपने खुद आंदोलनजीवी बोला..1/3
उनपर लाठियाँ बरसायीं, उन्हें गिरफ़्तार किया। अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी - कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। 2/3
.. आपकी नियत और आपके बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है। किसान की सदैव जय होगी। जय जवान, जय किसान, जय भारत। (एक के बाद एक 3 करते हुए) -प्रियंका गाँधी वाड्रा, राष्ट्रिय महासचिव-कांग्रेस
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My heartfelt congratulations to every single farmer who fought relentlessly and were not fazed by the cruelty with which 
@BJP4India  treated you. This is YOUR VICTORY!  
My deepest condolences to everyone who lost their loved ones in this fight.
#FarmLaws -Mamata Banerjee, CM, West Bengal 
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आज सरकार को तीनों कृषि क़ानून वापस लेने पड़े हैं, राजनीति की वजह से यह वापस लिए गए हैं लेकिन मैं इसका स्वागत करता हूं। पंजाब और उत्तर प्रदेश के चुनाव में हार के डर की वजह से यह क़ानून वापस लिए हैं। सरकार के ऊपर दबाव था आखिर में किसानों की जीत हुई -संजय राउत, शिवसेना, मुंबई
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I am happy for ending of the suffering farmers who sat in peaceful satyagraha for nearly a year in heat and icy cold now that Modi has backed down. But the BJP needs to do prayascit for not passing a resolution in NEC demanding from the PM to backdown. -Dr Subramnyam Swami, MP Rajya Sabha, Ex Union Minister 
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ऐतिहासिक फैसला 
मोदी जी ने फिर साबित किया उनके लिए देश सबसे बड़ा 
किसानों की आड़ में खालिस्तानी आग से खेलने का ख्वाब देखने वालों को अब सामने से आना पड़ेगा 
असली लीडर ही खुद सामने आकर ऐसे बड़े फैसले ले सकता हैं
नमन @narendramodi -@KapilMishra_IND
किसान कानून वापस होने से, किसान को नुकसान होगा।
अब
-अब किसान वही खड़ा हो गया जहां पहले था।
-अब किसान मंडी आढ़ती बिचौलियों को बेचने को मजबूर होंगे।
-अब किसान न केवल 4% मंडी tax देंगे बल्कि अब उन्हें बड़े उद्योगपतियों से बचाने के लिए कोई कानून नहीं बचा।
आढ़त के दलालों मौज करो। -@SANJAY_1857
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Great news! Thankful to PM @narendramodi ji for acceding to the demands of every IndianFlag of India & announcing the withdrawal of 3 black laws on the pious occasion of #GuruNanakJayanti. I am sure central govt will continue to work in tandem for development of Kisani! -@soravchoudharyy
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I come from an India where irony is alive & well as:-
VirDas is a comedian
Rakesh Tikait is a farmer
Swara Bhasker is an actress
Rana Ayyub is a journalist
Mamata Banerjee is peaceful &
Arvind Kejriwal is developing Delhi!!! -@Anjna116
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#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा करने के बाद गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने जलेबियां बांटी। -ANI 
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पीएम को धन्यवाद कीजिए वो खुद झुके लेकिन देश नहीं झुकने दिया। बिलों को बचाने से पहले उन्होंने देश बचाया। पाकिस्तान और खालिस्तान जो आंदोलन के कंधे का इस्तेमाल करके भारत में अस्थिरता फैलाना चाह रहे थे, उन पर स्ट्राइक की। इसे नाक की लड़ाई ना बनाकर देश की लड़ाई बनाया। #thankyoupmmodi -@epigene_kushwah
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पहले फेशला हो जाता तो पता कैसे चलता टूलकिट का और मियां ख़लीफ़ा ग्रेटा बीच मे कैसे आती ..! -@GopalSa22721269
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And its a WIN, after long 1 year!!
Modi Govt decides to REPEAL ALL 3 FARM LAWS- says PM Modi 
Unity & Justice Is On Its Way to Success -@Kisanektamorcha
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#खेत
म्हारा, #पाणी म्हारा, #खेत मे मेहनत म्हारी, फेर खेत मे पैदा हुई पैदावार का भाव दुसरा कैसे तय करता है??? #किसान -@PathakMedia
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तीनों कृषि कानून वापस होने के बाद एक #किसान की तरफ से...
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Few questions many are asking: 1) Hope the repeal of three farm laws doesn’t one day lead to repeal of draconian Article 370 in Jammu & Kashmir? 2) Will Tikait campaign against BJP in UP/Punjab or support Modi Govt? 3) How soon will the Delhi-Haryana-Punjab highway be open? -@AdityaRajKaul
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एक दिन जी कर तो देखों, 
जिंदगी किसान की ! 
मिट्टी से कैसे सजाता है, 
वो थालियां हिंदुस्तान की !! 
टिकैत को एक झटके में मोदी जी ने बेरोजगार कर दिया.. केन्द्र सरकार ने तीनों कृषि क़ानून वापस ले लिया है.. वैसे भी इस कानून पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी, और इसी मामले पर टिकैत की दुकान चल रही थी,, अब बजाओ घंटी -@YogiDevnath2
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I voted for BJP for the Hindutva... I don't care about Farm Laws I care about RAM Mandir I care about Article 370 I am waiting for Uniform Civil Code I am waiting for Hindu uprising... #FarmLawsRepealed #FarmLaws - @Velayudham456
=
"NaMo"
The realization of some DEEP CONSPIRACY by anti-India & anti-national elements in near future would have compelled him to do so. -@newindia_in
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It’s silly how people start thinking PM is weak by repeal of 3 #farmlaws and then they dream repeal of CAA, reinstatement of Article 370, apologising for demonetisation, and then what not? PM
@narendramodi  will have some big plans for farmers, wait & watch -@CAChirag
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Our country suffered humiliation due to these acts and now you are doing politics …If you wanted to repeal then you should have done much earlier …
#disappointed #NarendraModi -@sachinsanafan
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