सांसदों के निलंबन को लेकर सदन में हंगामा, विपक्ष का धरना...


...बिना माफी निलंबन वापसी नहीं : राज्यसभा अध्यक्ष 
माफी के बिना निलंबन वापसी संभव नहीं : वेंकैया नायडू
धर्म नगरी / DN News. Twitter & Koo- @DharmNagari 
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बीते 11 अगस्त को मानसून सत्र की अवधि में राज्यसभा में हुए हंगामा को लेकर शीतकालीन सत्र के पहले दिन (29 नवंबर) 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया
 यानी ये सांसद सदन की सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे इस मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट के बाद सदन में गांधी प्रतिमा के बाद विरोध प्रदर्शन किया

राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की 12 राज्‍यसभा सदस्‍यों के निलंबन को रद्द करने की अपील खारिज कर दी है। राज्यसभा ने इन सांसदों को पिछले सत्र के दौरान सदन में उनके अभद्र व्यवहार के लिए वर्तमान सत्र से निलंबित करने के संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के प्रस्ताव को कल स्वीकृति दी थी।

श्री नायडू ने कहा कि सांसदों ने अपने अभद्र व्यवहार के लिए खेद नहीं जताया है और इस संबंध में की गई कार्रवाई अंतिम निर्णय है।

निलंबन को लेकर सदन में हंगामा
राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने दो टूक कहा, माफी के बिना निलंबित सदस्यों की वापसी संभव नहीं। वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, सरकार विपक्ष को डरना चाहती है, निलंबन विपक्ष को डरने का न्य तरीका है। इसके बाद कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और राष्‍ट्रीय जनता दल समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। निलंबित सदस्यों में कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो तथा भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी और मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के एक-एक सदस्य शामिल हैं। 

राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्ष के सदस्‍यों के निलंबन को सही ठहराते हुए कहा, कि बार-बार कहने के बावजूद इन सदस्‍यों ने अमर्यादित व्‍यवहार के लिए माफी नहीं मांगी। उन्होंने कहा- दुर्भाग्‍य की बात यही है कि अनाप-शनाप आरोप लगाये जा रहे हैं। खड़गे जी कह रहे हैं कि चेयर के पास अधिकार नहीं है। जो पूरी तरह से बेबुनियाद है। चेयर के पास अधिकार है चेयर ने अधिकार के हिसाब से मोशन मूव करने की हमें परमिशन दी। और ये सदन का निर्णय था कि सदस्‍यों को सस्‍पेंड किया जाये। फॉर द रेस्‍ट ऑफ द सेशन। साथ ही साथ ये नॉर्मल डिसरपशन या नॉर्मल स्‍टॉपिंग ऑफ द हाउस नहीं था। ये एक्‍शन इस प्रकार के थे जिसको माफ करना मेरे ख्‍याल से जब तक वो माफी नहीं मांगे, संभव नहीं था।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, राज्‍ससभा में विपक्ष के 12 सदस्‍यों के निलंबन को रद्द करना तभी संभव है, जब वे अपने अभद्र व्यवहार के लिए सदन में माफी मांगें। संसद से बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, इन सदस्‍यों को पहले माफी मांगने का मौका दिया जा चुका है।

संसद परिसर प्रदर्शन-
राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों के एक समूह ने आज संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि सदस्‍यों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे रद्द किया जाना चाहिए। वहीं, राष्‍ट्रीय जनता दल के मनोज झा ने भी निलंबन को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि सांसदों के खिलाफ यह कार्रवाई लोकतांत्रिक सिद्धांतों के विपरीत है।


ये निलंबन जो है पूर्णत: अलोकतांत्रिक है और हमारी परंपराओं के खिलाफ है। इस निलंबन के संदर्भ को देखना होगा।

इससे पहले, कांग्रेस, डीएमके पार्टी, शिवसेना और नेशनल कांफ्रेंस सहित अन्‍य विपक्षी दलों के सदस्‍यों ने इस मुद्दे पर दोनों सदनों से वाकआउट किया। इस बीच, राज्‍यसभा की कार्यवाही पहले दो बजे तक और फिर दिन भर के लिए स्‍थगित कर दी गई।

उपराष्ट्रपति से मिले 8 पार्टी के नेता-
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में 8 विपक्षी पार्टियों के नेता वेंकैया नायडू से मिले और सांसदों के निलंबन को वापस लेने की अपील की. हालांकि, वेंकैया नायडू ने साफ कर दिया कि बिना माफी के यह संभव नहीं है।

उधर, मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया, कि जिन 12 सदस्यों को निलंबित किया गया उन्हें वापस लेने के लिए आज हम अध्यक्ष महोदय से मिले और उनसे अपील की. पिछले सत्र में जो घटना हुई थी, उसे उठाकर फिर से सदस्यों को निलंबित करना गैरकानूनी है और नियमों के खिलाफ है
 सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, पूरा विपक्ष एकजुट है सभी सांसदों का निलंबन वापस होना चाहिए ये लोकतंत्र की हत्या है हम मजबूती से सदन में अपना पक्ष रखेंगे
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पढ़ें, देखें, सुनें- शीतकालीन सत्र-2021 में सदन की कार्यवाही-   
संसद शीतकालीन सत्र : पहले दिन तीनों कृषि बिल वापस, बीते सत्र में अभद्र व्यवहार करने वाले...

http://www.dharmnagari.com/2021/11/12-MPs-suspended-from-Rajya-Sabha-Congress-TMC-Shiv-Sena-CPI.html

#Parliament शीतकालीन सत्र : पहले दिन की कार्यवाही की समीक्षा

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Rajya Sabha Chairman rejected the request to revoke suspension
Rajya Sabha (RS) Chairman M. Venkaiah Naidu rejected the request to revoke suspension of 12 MPs, Opposition walks out. The MPs were suspended on Monday for ‘unruly and violent’ conduct during the Monsoon Session in August, 2021.

RS Chairman has rejected the appeal of Leader of Opposition Mallikarjun Kharge seeking revocation of suspension of 12 MPs of the House. Yesterday (29 Nov.), the Rajya Sabha had approved the motion moved by Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi for suspension of 12 MPs from the current session for their unruly behavior during the last day of the Monsoon Session of Parliament.

Mr Naidu said, action in this regard has been taken by the house and not by him. These members have even not expressed remorse for their behavior and action taken in this regard is final. After that members from Opposition parties including Congress, AAP and RJD started sloganeering. Later the Opposition members including from Congress, AAP and RJD staged a walkout.

Union Minister Piyush Goyal has strongly refuted the allegation by the Opposition of not following the due procedures on the suspension of the 12 MPs. Talking to media outside Parliament, he said, the motion on the suspension has been moved by the Parliamentary Affairs Minister by following the laid down norms.

The members, who were suspended from the current session, included six members from the INC, two each from the TMC and Shivsena and one each from the CPI and the CPI(M).

Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi has said, the revocation of the suspension of 12 Opposition MPs is possible only if the members apologize in the house for their unruly behavior. Talking to news persons outside Parliament, he said, an opportunity was given to the MPs to apologize earlier, which they failed to avail. He asked the Congress leadership, if such unruly behavior of the MPs as was witnessed on the last day of the Monsoon Session of Parliament could be supported by it.

A group of the Opposition MPs staged a demonstration in front of the Mahatma Gandhi statue in the Parliament premises demanding the revocation of the suspension of the 12 Rajya Sabha members. Mr Anand Sharma of the INC said, the suspension is unfortunate and urged to revoke it.

Manoj Jha (RJD) also demanded the revocation of the suspension saying the action against the MPs is contrary to democratic principles.

Earlier, a section of the MPs including from the INC, DMK, Shivsena and the National Conference staged a walk out from both the Houses over the issue of the suspension of the 12 Rajya Sabha members.


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