अब किसान संगठन बोले- बाकी के मुद्दों के लिए PM को लिखेंगे खुला पत्र, 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत और...

...जारी रहेगा पहले की तरह विरोध, आंदोलन पर निर्णय 27 को  
संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक : फोटो ANI
धर्म नगरी / DN News 
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तीन कृषि कानूनों की वापसी और अन्य मुद्दों पर पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज (21 नवंबर) बैठक सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर बैठक संपन्न हो गई। बैठक के बाद कहा, PM नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखेंगे, जिसमें बाकी मुद्दों को उठाएंगे। बता दें, SKM 40 से अधिक किसान संगठनों का समूह है, जो इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है।  

बैठक के बाद किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने घोषणा पर बैठक में चर्चा हुई उन्होंने कहा, ''हमने कृषि कानूनों के खत्म करने पर चर्चा की। इसके बाद कुछ निर्णय लिए गए। संयुक्त किसान मोर्चा का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम योजना के अनुसार रहेगा। 27 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी..."

“...SKM की तरफ से जो पहले से कार्यक्रम थे, वो जारी रहेंगे 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत होगा 26 नवंबर पर सभी बॉर्डर पर किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे 29 नवंबर का जो संसद मार्च है, वो अभी वैसे ही रहेगा

राजेवाल ने कहा, केंद्रीय कैबिनेट के फैसले से पहले SKM कोई घोषणा नहीं किया जाएगा। “प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर किसानों के खिलाफ दर्ज केस को वापस लेने की मांग की जाएगी इसके अलावा एमएसपी को कानून बनाने और लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग करेंगे एमएसपी कमिटी की रूपरेखा, पराली कानून, डीजल की कीमतों को कम करने के लिए भी लिखा जाएगा।” उन्होंने आगे कहा, अगर सरकार बुलाएगी, तो हम चर्चा के लिए जाएंगे “27 नवंबर तक जो हालात बनेंगे, उसके अनुसार फैसला लिया जाएगा कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा सही कदम है, हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन अभी काफी कुछ बाकी है

शुक्रवार को PM ने की थी घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा लाए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की थी, जिसे संसद के आगामी सत्र में संवैधानिक प्रक्रिया के जरिए खत्म किया जाएगा
 प्रधानमंत्री ने कहा था- ‘‘एमएसपी को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए, ऐसे सभी विषयों पर, भविष्य को ध्यान में रखते हुए, निर्णय लेने के लिए, एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि होंगे, किसान होंगे, कृषि वैज्ञानिक होंगे, कृषि अर्थशास्त्री होंगे
’’ विस्तार से पढ़ें Linkhttp://www.dharmnagari.com/2021/11/PM-Modi-address-to-the%20nation-repeal-Three-Farm-Laws19Nov2021.html

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संसद के सत्र के दौरान ट्रैक्टर मार्च- 
संयुक्त किसान मोर्चा ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों के एक साल पूरा होने के मौके पर 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान रोजाना संसद तक 500 किसान शांतिपूर्ण ट्रैक्टर मार्च में भाग लेंगे
 अब कृषि कानून को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद इसे जारी रखने को लेकर अगली बैठक में फैसला हो सकता है

मुआवजा दें, स्मारक बने-
SKM द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, किसान आंदोलन में अब तक 670 से अधिक किसान जान गंवा चुके हैं। सरकार की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देना तो दूर, उनके बलिदान को भी नहीं स्वीकार किया गया। आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मुआवजा देने, आश्रितों को रोजगार देने सहित उन किसानों के नाम पर एक स्मारक बनवाने की मांग की है।

बिना शर्त किसानों पर दर्ज झूठे मामले हो- 
SKM का कहना है, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश सहित दूसरे राज्यों में हजारों किसानों को झूठे मामलों में फंसाया गया है। मोर्चा ने उनपर दर्ज मामले रदद् करने की मांग की है। परिवारों को मुआवजे, रोजगार के अवसरों के साथ समर्थन दिया जाना है। मोर्चा  कहना है, कि मृत किसानों / शहीदों को भी संसद सत्र में श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए और उनके नाम पर एक स्मारक बनाया जाना चाहिए। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश आदि विभिन्न राज्यों में हजारों किसानों के खिलाफ सैकड़ों झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सभी मामले बगैर शर्त वापस लेने की भी किसानों ने मांग की है।

भ्रम में न फंसें किसान : टिकैत
आज SKM की 
दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (सिंघु बॉर्डर) पर बैठक से पहले कल (20 नवंबर) को किसान नेता राकेश टिकैत न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गारंटी कानून, बिजली अमेंडमेंट बिल और अन्य मामलों पर अटक गए। टिकैत ने 22 को लखनऊ में होने वाली पंचायत के असमंजस को भी खत्म कर दिया। उन्होंने कहा, कोई भी सरकार के भम्र में न रहे क्योंकि किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर तेजी से भम्र फैलाया जा रहा है।

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इसे भी पढ़ें, देखें-
आज 20 नवंबर शनिवार : प्रमुख समाचार पत्रों की "हेड लाइन्स" व महत्वपूर्ण संक्षिप्त समाचार
http://www.dharmnagari.com/2021/11/Todays-20-Novermber-Saturday-Newspapers-Head-Lines-and-Informative-News.html 

DGP, IG के 56वें सम्‍मेलन में साइबर क्राइम, डेटा गवर्नेंस, आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी पर चर्चा
कट्‌टरवाद, उग्रवाद, तटीय सुरक्षा है चुनौती -शाह 
http://www.dharmnagari.com/2021/11/DGP-IG-Conference-in-Lucknow-discuss-on-Cyber-Crime-Deta-Governance-Terrorism-Drugs.html

तीनों कृषि कानून वापस, देश को संबोधित करते हुए PM की घोषणा
http://www.dharmnagari.com/2021/11/PM-Modi-address-to-the%20nation-repeal-Three-Farm-Laws19Nov2021.html

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