मध्य प्रदेश : हिन्दी माध्यम से मेडिकल व इंजीनियरिंग की शिक्षा देने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य
- हिन्दी में आयुर्विज्ञान अध्ययन पाठ्यक्रम का उद्घाटन 16 अक्टूबर को भोपाल
- Conferences based on use of Hindi will be held on 15 Oct. in all the 52 districts
- सभी शिक्षण संस्थाओं में होगा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
हिन्दी माध्यम से आयुर्विज्ञान अध्ययन पाठ्यमक्रम का उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह रविवार (16 अक्टूबर) को भोपाल में करेंगे। इस अवसर पर एम.बी.बी.एस. के प्रथम वर्ष की हिंदी पाठ्य पुस्तकें जारी की जाएंगी।
सभी शिक्षण संस्थाओं में 16 अक्टूबर के मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
देश में हिन्दी माध्यम से मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा देने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य बन रहा है। यह कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प के क्रियान्वयन का परिचायक है जिसके अंतर्गत उन्होंने प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा में मातृ भाषा के उपयोग पर बल दिया है।
मध्यप्रदेश के सभी जिलों में आज हिन्दी प्रेमी सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान, संगोष्ठियाँ, परिचर्चाएं सहित अन्य गतिविधियाँ होंगी। साथ ही, शाम को भोपाल सहित सभी जिलों के प्रमुख स्थानों पर हिन्दी में ज्ञान के प्रकाश के प्रतीक दीपक प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश : 12 नवंबर को 68 सीटों पर चुनाव, 8 दिसंबर को परिणाम की घोषणा
मेडिकल कॉलेज बनने का अर्थ है, मेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ेगी। इस तरह NEET परीक्षा देने के बाद मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले प्रत्याशियों को बड़ी राहत मिलेगी। इन नए कॉलेजों को उन जिलों में तैयार किया जाएगा, जहां की जनसंख्या 10 लाख से अधिक है। इस प्रकार जनसंख्या एक बड़ा फैक्टर होने वाला है। इसके साथ, मेडिकल कॉलेज स्थापित करने से पहले इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा, कि इन जिलों में अभी तक कोई सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज न हों।
वर्तमान मेडिकल कॉलेजों में कितनी सीटें ?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन मेडिकल कॉलेजों के बनने के पश्चात देश में एमबीबीएस मेडिकल कॉलेजों की सीटों की संख्या 11 हजार तक बढ़ जाएगी। वर्तमान स्थिति को देखें, तो अभी देश में 332 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, जहां अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की 48,012 सीटें हैं। इसके अतिरिक्त देश में अभी 290 प्राइवेट कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जहां सीटों की संख्या 43,915 है। वहीं, पोस्ट ग्रेजुएट सीट को देखें, तो सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेजों को मिलाकर कुल 60,202 पीजी सीटें हैं।
- सभी शिक्षण संस्थाओं में होगा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
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सभी शिक्षण संस्थाओं में 16 अक्टूबर के मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
देश में हिन्दी माध्यम से मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा देने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य बन रहा है। यह कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प के क्रियान्वयन का परिचायक है जिसके अंतर्गत उन्होंने प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा में मातृ भाषा के उपयोग पर बल दिया है।
मध्यप्रदेश के सभी जिलों में आज हिन्दी प्रेमी सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान, संगोष्ठियाँ, परिचर्चाएं सहित अन्य गतिविधियाँ होंगी। साथ ही, शाम को भोपाल सहित सभी जिलों के प्रमुख स्थानों पर हिन्दी में ज्ञान के प्रकाश के प्रतीक दीपक प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
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"धर्म नगरी" व DN News के विस्तार के साथ एक तथ्यात्मक सूचनात्मक व रोचक (factual & informative & interesting), राष्ट्रवादी समसामयिक साप्ताहिक मैगजीन हेतु "संरक्षक" या NRI इंवेस्टर चाहिए। विभिन्न राज्यों में राष्ट्रवादी विचारधारा के स्थानीय रिपोर्टर या प्रतिनिधि (जहाँ नहीं हैं) तुरंत चाहिए। -प्रबंध संपादक
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MP : 1st state to provide Medical & Engineering education in Hindi medium
Union Home Minister Amit Shah will inaugurate the study of medical science in Hindi in Bhopal on Sunday (16 October, 2022). Hindi books of MBBS first year will be released on the occasion. With this, Madhya Pradesh is becoming the first state in the country to provide medical and engineering education in Hindi medium. This work is on the line of the implementation of the resolution of PM Narendra Modi, under which he has emphasized on the use of mother tongue from primary education to higher education.
Conferences based on use of Hindi is being organized a day before the inauguration on Saturday, 15 Oct., in all the districts of Madhya Pradesh. During this, seminars and other activities will be held in educational institutions. while in the evening, earthen lamps symbolising the light of knowledge in Hindi will be lit at prominent places in all the districts including Bhopal. The main program will also be telecast live in all educational institutions on Sunday.
Union Home Minister Amit Shah will inaugurate the study of medical science in Hindi in Bhopal on Sunday (16 October, 2022). Hindi books of MBBS first year will be released on the occasion. With this, Madhya Pradesh is becoming the first state in the country to provide medical and engineering education in Hindi medium. This work is on the line of the implementation of the resolution of PM Narendra Modi, under which he has emphasized on the use of mother tongue from primary education to higher education.
Conferences based on use of Hindi is being organized a day before the inauguration on Saturday, 15 Oct., in all the districts of Madhya Pradesh. During this, seminars and other activities will be held in educational institutions. while in the evening, earthen lamps symbolising the light of knowledge in Hindi will be lit at prominent places in all the districts including Bhopal. The main program will also be telecast live in all educational institutions on Sunday.
देश में बनेंगे 112 मेडिकल कॉलेज
देश में आने वाले चार वर्ष में 112 ने मेडिकल कॉलेज बनेंगे। दिल्ली में दो और कॉलेज खुलेंगे। दस लाख आबादी वाले जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं, वहां नए मेडिकल कॉलेज बनेंगे। एमबीबीएस की 11 हजार सीटें बढ़ेंगी।मेडिकल कॉलेज बनने का अर्थ है, मेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ेगी। इस तरह NEET परीक्षा देने के बाद मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले प्रत्याशियों को बड़ी राहत मिलेगी। इन नए कॉलेजों को उन जिलों में तैयार किया जाएगा, जहां की जनसंख्या 10 लाख से अधिक है। इस प्रकार जनसंख्या एक बड़ा फैक्टर होने वाला है। इसके साथ, मेडिकल कॉलेज स्थापित करने से पहले इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा, कि इन जिलों में अभी तक कोई सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज न हों।
वर्तमान मेडिकल कॉलेजों में कितनी सीटें ?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन मेडिकल कॉलेजों के बनने के पश्चात देश में एमबीबीएस मेडिकल कॉलेजों की सीटों की संख्या 11 हजार तक बढ़ जाएगी। वर्तमान स्थिति को देखें, तो अभी देश में 332 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, जहां अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की 48,012 सीटें हैं। इसके अतिरिक्त देश में अभी 290 प्राइवेट कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जहां सीटों की संख्या 43,915 है। वहीं, पोस्ट ग्रेजुएट सीट को देखें, तो सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेजों को मिलाकर कुल 60,202 पीजी सीटें हैं।
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