#Social_Media : अधिकांश सनातनी अभी 'कुम्भकर्णी नींद' में सोये हैं...! मानव विरोधी (जेहादी ) सोच कहां तक ?


आज के कुछ चुनिंदा पोस्ट्स, ट्वीट्स, वीडियो, कमेंट्स, वायरल...20221122 
जब थाने में बाप ने अपनी पगड़ी उतार कर बेटी के पैरों पर रखी 
क्या है नार्को और पालीग्राफ टेस्ट 
- मानव विरोधी (जेहादी ) सोच कहां तक ?
छोटे से उदाहरण से वर्तमान की स्थिति को समझा दिया सुनें
- "हिन्दू - एक मरती हुई नस्ल" लेखक- यू एन मुखर्जी
to be updated later 
शारिक
धर्म नगरी / 
DN News
(W.app- 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, विज्ञापन व सदस्यता हेतु)

सभी सनातनी अभी भी सोये हुये हैं...
मेरा वाला बाबू ऐसा नहीं है, कहने वाली हिन्दू लड़कियों अब तो जाग जाओ।
अपने सनातन और माँ बाप सहित परिवार की इज्जत को बेंचकर,
छोड़ कर जाओगे तो #35_टुकड़े ही होंगे।
अतः सावधान। ! #श्रद्धाआफ़ताबमर्डर #हत्याकांड

कथित नेता अब कहाँ मर गये ?
अवार्ड वापसी गैंग, 
महान बुद्धि जीवी वर्ग, 
मानवाधिकार आयोग के रक्षक, 
सेकुलर गिरोह वाले।
सभी माता-पिता से विनम्र निवेदन है- *अपने बच्चों को सनातनी संस्कार दें।*

अपने धर्म संस्कृति का ज्ञान दें।

अपने बच्चों को चरित्रवान बनाइये, क्योंकि-
वृत्तं यत्नेन संरक्षेद्, वित्तमेति च याति च।
अक्षीणो वित्ततः क्षीणो, वृत्ततस्तु हतो हतः।।

*क्यों बच्चें हमारे धर्म संस्कारों से विमुख होते जा रहे हैं ?*
क्यों पाश्चात्य संस्कृति के पीछे दौड़ रहे हैं ?

अपने स्वधर्म की रक्षा के लिये उठाये जागिये।

आज के परिवेश के लिये आचार्य चाणक्य कहते हैं-
न विश्वसेत्कुमित्रे च,
मित्रे चापि न विश्वसेत्।
कदाचित्कुपितं मित्रं,
सर्वं गुह्यं प्रकाशयेत्॥

चाणक्य इस श्लोक के माध्यम से बताते हैं कि दुष्ट मित्र पर भूलकर भी विश्वास नहीं करना चाहिये।ऐसे मित्र मौका मिलने पर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।चाणक्य कहते हैं कि मित्र कितना भी प्रिय हो लेकिन उसे अपनी गुप्त बातों को नहीं बताना चाहिये,क्योंकि नाराजगी के समय में वो आपकी राज की बातों को आपके दुश्मन के सामने व्यक्त कर सकता है और इससे आप मुसीबत में फंस सकते हैं।

परोक्षे कार्यहन्तारं, प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।
वर्जयेत्तादृशं मित्रं, विषकुम्भं पयोमुखम्।।
*आचार्य चाणक्य कहते हैं-* आपके सामने मीठा बोलकर पीठ पीछे आपके खिलाफ साजिश रचने वाले मित्र विष भरे घड़े के ऊपर रखे दूध के समान होते हैं।जिस प्रकार विष से भरे घड़े के ऊपर अगर थोड़ा सा दूध डाल दिया जाए तब भी उसे विष का घड़ा ही कहते हैं,उसी प्रकार सामने से आपके बारे में अच्छी बातें करने वाले और पीछे आपका काम बिगाड़ने वाले मित्र भी विष के समान होते हैं। ऐसे मित्रों का तुरंत त्याग कर देना चाहिये।।

गोस्वामी तुलसीदास जी भी श्रीरामचरितमानस जी में कह रहे हैं कि-
बरु भल बास नरक कर ताता।
दुष्ट  संग  जनि  देइ  बिधाता।।
भावार्थ, हे तात ! नरक में रहना वरन्‌ अच्छा है, परंतु विधाता दुष्ट का संग (कभी) न दे।

अतः अब समय आ गया है गहन विचार करना होगा।
अपने बच्चों को अपने धर्म संस्कृति का ज्ञान दें।

धर्म एव हतो हन्ति,
धर्मो रक्षति रक्षितः
तस्माद्धर्मो  न  हन्तव्यो,
मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।।

श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण हमें यही ज्ञान दे रहे है-
स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः।।
अधूरा और पीड़ादायक जीवन जीकर, समय पूर्व मृत श्रद्धा को विनम्र भावभीनी श्रद्धांजलि
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जब थाने में बाप ने अपनी पगड़ी उतार कर बेटी के पैरों पर रखी 
आफताब कांड पर मुझे यह वीडियो याद आ गया, जो 
कुछ साल पहले का राजस्थान का ही है। 
थाने में बाप ने अपनी पगड़ी उतार कर अपनी बेटी के पैरों पर रख दी लेकिन बेटी बेशर्मी से मुस्कुराते हुए दूर चली गई और अपनी बाप के तरफ देखा तक नहीं...

कदमों में पगड़ी रख देना बहुत बड़ी बात होती है वह लड़की ने यह भी नहीं सोचा इन्हीं माता-पिता ने उसे पैदा किया पढ़ाया लिखाया बड़ा किया पाला पोसा... मां बाप के साथ ऐसा व्यवहार ?
देखें- अनुभव करें इस बाप की पीड़ा को, जिसे उनकी ही बेटी ने दिया ! 
मां-बाप को रुलाने वाली लड़कियां मां बाप को दु:ख देने वाली लड़कियां कभी जिंदगी में सुखी नहीं रह सकती उन्हें सूटकेस और फ्रीज ही नसीब होंगे।
ईश्वर उनकी रक्षा करें...


हिंदुओं को आतंकी घोषित करने और जेहादियों को बचाने के लिए कांग्रेसी किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। 👉आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े कर दिए, राजस्थान के CM अशोक गहलोत के लिए ये सिर्फ एक ‘दुर्घटना’: ‘लव जिहाद’ को बताया जुमला, कहा- उन्हें मिल रहे राजनीतिक फायदे। 
सुना है, महिला अत्याचार और दुष्कर्म दोनों में राजस्थान देश में नम्बर एक पर है
सुनें- वीडियो #ANI 
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Disclaimer : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत हमारा संविधान हमे अपनी बात या पक्ष कहने की अनुमति देता है इस कॉलम "आज के चुनिंदा पोस्ट्स, ट्वीट्स, कमेंट्स..."  में कमेंट व पोस्ट SOCIAL MEDIA से ली गई है, यह जरूरी नहीं की सभी पोस्ट या पोस्ट की जानकारी सोशल मीडिया से लिए गए है. हम यथासम्भव हर पोस्ट की सत्यता परख कर कॉलम में लेते हैं, फिर भी हम सभी पोस्ट एवं उनकी सभी तथ्यों से पूर्णतः सहमत नहीं हैं -सम्पादक 
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अब
एक प्रश्न आपसे, जवाब हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखिए
भागकर लड़की जाए, तो लड़की को वेटर, ड्राइवर, लेबर, मुसलमान भी चल सकता है,
लेकिन, अरेंज मैरिज करना हो तो,
नौकरीपेशा, बंग्ला, फ्लैट, कार, प्रॉपर्टी चाहिए। 
ये आज अधिकांश हिन्दू समाज का कड़वा सच है।   
क्या करें, क्या नहीं ? आप भी सोचिए... 

आज जहाँ रह रहे हैं, उस मोहल्ले, गली, सड़क, कालोनी, कैम्पस, वार्ड, गांव, कस्बे, ब्लॉक में जो कर सकते हैं, स्वेच्छा और अपने सामर्ध्य के अनुसार अवश्य करें, इसे आपको अपनी आने वाली पीढ़ी को बचाने या सुरक्षित माहौल देने के लिए करना , क्योंकि अब कोई भी राजनितिक पार्टी या संगठन हिन्दुओं के लिए सक्रिय नहीं है, हिंदुत्व के नाम पर राजनीती करने वाले भी "वेट एंड वाच" की पॉलिसी पर चल रहे हैं या "हिन्दुओं के बिखरे होने" और "म्लेच्छों की एकता" के सामने हिम्मत नहीं कर रहे हैं...! 
अपनी जवानी या विद्यार्थी जीवन के 10-15, 22-25 साल देश और संगठन/पार्टी को दे चुके अनुमानित 3 से 5 लाख विहिप, बजरंग दल के आर्थिक रूप से कमजोर या विपन्न हिन्दुओं के लिए (सभी 30-40 लाख या अधिक को छोड़िये) भी हिन्दुओं की राजनीती करने वाले, हिन्दुओं के वोट से सत्ता पाने वाले "कोई विशेष योजना" अब तक नहीं ला सके, या हिन्दुओं के संगठित व आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कुछ ठोस नहीं कर सके... अत्यंत दुःखद और लज्जाजनक है ये... पता नहीं कितने प्रतिशत हिन्दू इसे और इसके हो रहे प्रभाव को समझते हैं। हम आपके स्वाभिमान, विवेक को जगाने का ये सार्थक ये निरर्थक प्रयास करते रहेंगे। अगर आप भी कुछ करना चाहते हैं, अपने दम पर, अपनी कमाई और सामर्थ्य पर, तो बताएं 9752404020 -राष्ट्रवादी पत्रकार। ईश्वर ऐसे सभी हिन्दुओं को बुद्धि-विवेक दें, जिनकी चेतना विवेक नहीं बचा...! कड़वा लिखा है, लेकिन हृदय से दुःखी होकर लिखा है।  
ऐसे सन्तों / धर्माचार्यों की अब समाज को आवश्यकता है
सुनें-  
छोटे से उदाहरण के साथ वर्तमान की स्थिति में, बिना लाग-लपेट के सब कुछ समझा दिया
सुनें-
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क्या है नार्को और पालीग्राफ टेस्ट 
श्रद्धा हत्याकांड की तह तक जाने के लिए दिल्ली पुलिस अब आफताब अमीन का नार्को टेस्ट से कराने से पहले पॉलीग्राफ टेस्ट करवाएगी। जहां एक ओर नार्को टेस्ट के लिए अनुमति मिल चुकी है, तो पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए साकेत कोर्ट में याचिका दायर की गई है।

नार्को टेस्ट के लिए कानूनी पहलू-
सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक आरोपित का नार्को-एनालिसिस और पालीग्राफ टेस्ट अवैध है। हालांकि, कोर्ट ने आपराधिक मामलों में आरोपित की सहमति और कुछ सुरक्षा उपायों के साथ इसकी अनुमति कई मामलों में दी है। इसकी अनुमति पाने के लिए जांच एजेंसी के पास टेस्ट के कानूनी, भावनात्मक या शारीरिक निहितार्थ होने चाहिए।
इस संबंध में मजिस्ट्रेट के समक्ष संबंधित जांच एजेंसी को मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने दावों से जुड़े साक्ष्य भी प्रस्तुत करने होते हैं। कोर्ट मानता है, अनुच्छेद-20 (3) अनुसार एक अभियुक्त को कभी भी अपने खिलाफ गवाह बनने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि, नार्को एनालिसिस की सटीकता 100 फीसदी नहीं होती है।

कैसे होता है नार्को एनालिसिस टेस्ट ?
नार्को एनालिसिस टेस्ट में आरोपित से अर्द्ध बेहोशी की हालत में पूछताछ कर सच्चाई का पता लगाया जाता है। इसमें शख्स को ट्रुथ ड्रग नाम से आने वाली एक साइकोएक्टिव दवा दी जाती है। खून में ये दवा पहुंचते ही आरोपित अर्धचेतन अवस्था में पहुंचता है। हालांकि, कई मामलों में सोडियम पेंटाथोल का इंजेक्शन भी दिया जाता है। जांच के दौरान मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट, मनोविज्ञानी और डाक्टर मौजूद रहते हैं।

पालीग्राफ टेस्ट
पालीग्राफ टेस्ट में आरोपी के शरीर में कार्डियो-कफ या सेंसेटिव इलेक्ट्रोड जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाते हैं। इन उपकरणों के माध्यम से रक्तचाप, शरीर में कंपन, श्वसन, पसीने की मात्रा में परिवर्तन और रक्त प्रवाह आदि को मापा जाता है। 
जब अपराध से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं तब झूठ बोलने पर शरीर के कुछ अंगो में अलग तरह का कंपन व संचार पैदा होता है। इसी आधार पर मूल्यांकन कर आरोपित को बताया जाता है, कि वह झूठ बोल रहा है। इसके लिए उससे फिर कई तरह के अलग अलग सवाल पूछे जाते हैं। यह प्रक्रिया इस धारणा पर आधारित है कि जब आरोपित झूठ बोलता है तो उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाएं किसी सामान्य स्थिति में उत्पन्न होने वाली शारीरिक प्रतिक्रियाओं से अलग होती है।

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इसे भी पढ़ें / देखें-
राहुल गाँधी, दम है तो केवल एक दिन उसी ड्रेस में, उसी खाने को खाकर, हथकड़ियां पहने, बिना टॉयलेट वाले उसी सेलुलर जेल में बिताकर दिखाओ, जैसे 11 साल रहे 
http://www.dharmnagari.com/2022/11/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Friday-18-Nov-2022.html

अत्याचारी "'राक्षस' अफजल खान की अवैध कब्र को क्यों बचाती रही सरकार ? 
http://www.dharmnagari.com/2022/11/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Wednesday-16-Nov-2022.html

#Social_Media : श्रीकृष्ण की बेट द्वारिका पुलिस छावनी बनी... !
- बेडरूम में मत झांकिए जज साहब ! 
http://www.dharmnagari.com/2022/10/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Saturday-08-Oct-2022.html
भारतीय संस्कृति : समय सूचक AM और PM का उद्गम  
इस पूरे संगीत में केवल वन के पशु-पक्षियों की आवाज है... अद्भुत है 
http://www.dharmnagari.com/2022/10/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Friday-07-Oct-2022.html
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मानव विरोधी (जेहादी ) सोच कहां तक ?
👉जहां तक आप सोच भी नहीं सकते वहां तक...
देखिए-

💥कुकर बम से मंगलुरु शहर दहलाने निकला संदिग्ध आतंकी, पहले ही फट गया, खुद हो गया शिकार। अगर इस कुकर बम को लोकेशन तक पहुंचाने में कायम हो जाता, तो भयानक तबाही वाला विस्फोट हो सकता था। आरोपी शारिक के ISIS से संबंध थे। प्रेम राज का आधार कार्ड लेकर सफर कर रहा शारिक। 
मंगलुरु ब्लास्ट: कुकर बम के साथ शारिक की फोटो वायरल, पूरी थी आतंकी की तैयारी
माना जा रहा है कि शारिक इसी कुकर बम का इस्तेमाल ब्लास्ट करने में इस्तेमाल करने जा रहा था. एडीजीपी ने कहा, हमें आरोपी के घर से बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अमोनियम नाइट्रेट, नट, बोल्ट आदि अन्य सामग्री मिली है, जहां वह किराए पर रहता था। 

मंगलुरु ब्लास्ट केस में पकड़े गए संदिग्ध आतंकी शारिक के घर से पुलिस को विस्फोटक समेत कई चीजें बरामद हुई हैं. मंगलुरु विस्फोट का आरोपी मोहम्मद शारिक मैसूर में किराए पर रहता था. पुलिस ने इसी मकान की तलाशी ली तो कई राज और खुले थे. इस मामले में शारिक की एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. इसमें शारिक हाथ में कुकर बम पकड़े खड़ा दिख रहा है. उसके हाथ में जो कुकर है, उसमें डेटोनेटर भी लगे दिख रहे हैं. माना जा रहा है कि शारिक ने इसी कुकर का इस्तेमाल ब्लास्ट करने के लिए करना चाहा था, लेकिन यह कुकर बम रास्ते में ऑटो रिक्शा में ही फट गया था. इसमें ड्राइवर समेत शारिक भी घायल हो गया था.

ADG लॉ & आर्डर ने कहा- 
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आलोक कुमार ने बताया, कि शारिक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों से प्रभावित था. बताया गया है कि उसका कनेक्शन आईएसआईएस से है. शिवमोगा जिले का निवासी शारिक कुकर में आईईडी बनाने की कोशिश कर रहा था, जब तटीय शहर में शनिवार को उसमें विस्फोट हो गया। हादसे में वह झुलस गया। उसका शहर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुमार ने कहा, हमारी प्राथमिकता उसे बचाना है ताकि हम उससे पूछताछ कर सकें। पुलिस ने इस विस्फोट को आतंकवाद का एक कृत्य करार दिया है, जिसके पीछे की मंशा गंभीर नुकसान पहुंचाना थी.

कई मामलों में आ चुका है शारिक का नाम
एडीजीपी ने कहा, हमें आरोपी के घर से बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अमोनियम नाइट्रेट, नट, बोल्ट आदि अन्य सामग्री मिली है, जहां वह किराए पर रहता था. पुलिस ने उसके घर से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए हैं. पुलिस सात स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शारिक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. शिवमोगा के जिला मुख्यालय शहर में 15 अगस्त को एक सार्वजनिक स्थान पर हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर हुई सांप्रदायिक झड़प के मामले में भी शारिक का नाम सामने आया था।  (इनपुट साभार- tv9hindi.com)
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हिन्दू - एक मरती हुई नस्ल....

लेखक- यू एन मुखर्जी
** कोई उम्मीद नहीं दिखती,
फिर भी बताने का मन है!!

** साल 1914 में यूएन मुखर्जी ने एक छोटी सी पुस्तक लिखी, नाम था- "हिन्दू - एक मरती हुई नस्ल" 
** सोचिए 108 साल पहले, उन्हें पता था !
** 1911 की जनगणना को देखकर ही 1914 में मुखर्जी ने पाकिस्तान बनने की भविष्यवाणी कर दी।

** उस समय संघ नहीं था, सावरकर नहीं थे,हिन्दू महासभा नहीं थी।

** तब भी मुखर्जी ने वो देख लिया जो पिछले 100 सालों में एक दर्जन नरसंहार और एक तिहाई भूमि से हिन्दू विलुप्त करा देने के बाद भी राजनैतिक विचारधारा वाले सेक्युलर हिन्दू नहीं देख पा रहे।

** इस किताब के छपते ही सुप्तावस्था से कुछ हिन्दू जगे। अगले साल 1915 में पं मदन मोहन मालवीय जी के नेतृत्व में हिन्दू महासभा का गठन हुआ। आर्य समाज ने शुद्धि आंदोलन शुरू किया जो... एक मुस्लिम द्वारा स्वामी श्रद्धानंद की हत्या के साथ समाप्त हो गया।

** 1925 में हिन्दुओं को संगठित करने के उद्देश्य से संघ बना, लेकिन ये सारे मिलकर भी वो नहीं रोक पाए जो यूएन मुखर्जी 1915 में ही देख लिया था।

** गांधीवादी अहिंसा ने इस्लामिक कट्टरवाद के साथ मिलकर मानव इतिहास के सबसे बड़े नरसंहार को जन्म दिया और काबुल से लेकर ढाका तक हिन्दू शरीयत के राज में समाप्त हो गए। 

** जो बची भूमि हिन्दुओं को मिली वो हिन्दुओं के लिए मॉडर्न संविधान के आधार पर थी और मुसलमानों के लिए.....
शरीयत की छूट,
धर्मांतरण की छूट,
चार शादी की छूट,
अलग पर्सनल लॉ की छूट,
हिन्दू तीर्थों पर कब्जे की छूट,
सब कुछ स्टैंड बाय में है।

** हिन्दू एक बच्चे पर आ गए हैं, वहां आज भी आबादी बढ़ाना शरीयत है।

** जो लोग इसे केवल राजनीति समझते हैं उन्हें एक बार इस स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाना चाहिए 2015 में 1915 से क्या बदला है ?

** आज भी साल के अंत में वो अपना नफा गिनते हैं, हम अपना नुकसान।

** हमें आज भी अपने भविष्य के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है।

** आज भी संयुक्त इस्लामिक जगत हम पर दबाव बनाए हुए हैं कि हम अपने तीर्थों पर कब्जा सहन करें, लेकिन उपहास और अपमान की स्थिति में उसी भाषा में पलटकर जवाब भी न दें।

** मराठों ने बीच में आकर 100-200 साल के लिए स्थिति को रोक दिया जिससे हमें थोड़ा और समय मिल गया है लेकिन ये संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है।

** अपने बच्चों को देखिए आप उन्हें कैसा भविष्य देना चाहते हैं।
मरती हुई हिन्दू नस्ल जैसा कि 1915 में यूएन मुखर्जी लिख गए थे।

** अपने समय का एक समय, अपनी कमाई का एक हिस्सा, बिना किसी स्वार्थ के हिन्दू जनजागरण में लगाइये, अगर ये कोई भी दूसरा नहीं कर रहा तो खुद करिए।

** नहीं तो.... आपके बच्चे अरबी मानसिकता के गुलाम, चौथी बीवी या फिदायन हमलावर बनेंगे और इसके लिए सिर्फ आप जिम्मेदार होंगे।

#Hindu dying race नहीं है, हम सनातन हैं।

** और ये आखिरी सदी है, जब हम लड़ सकते हैं।
इसके बाद हमारे पास भागने के लिए कोई जगह नहीं है।

** बेशर्मी और निर्लज्जता की हद देखिए.....

** एक हिन्दू महिला ( नुपुर शर्मा ) के विरुद्ध लगातार आग उगल रहे हैं, जान से मारने के फतवे दे रहे हैं, बलात्कार की धमकी दे रहे हैं और ये हाल तब है जब ये मात्र 25% है 

** गम्भीरता से सोचिए......
आपके सामने आपकी महिला को कट्टरपंथी खुलेआम गर्दन काटने, बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, पोस्टर चिपका रहे हैं, जहां आप बाहुल्य समाज हैं। उनका दुस्साहस देखिए आपके इलाके में जाकर आपकी महिला के विरुद्ध प्रदर्शन में आपकी दुकानें बंद करवाने पहुंच गए. नही माने तो पत्थरबाज़ी कर दंगा कर दिया। 

** ये हाल तब है जब वे 20 दिनों से लगातार फव्वारा चिल्ला रहे हैं।

** यहां मसला केवल एक महिला का नही बल्कि गर्दन काटने को उतारू उस कट्टरपंथ मानसिकता का है, जिसका प्रतिकार बहुत आवश्यक है।

** समय रहते इसे बढ़ने से रोकना बहुत आवश्यक है, वरना देश जंगलराज हो जाएगा। इसे यही रोकिये, हल्के में मत लीजिए। 

** मानवता वाली भूमि को रेगिस्तान बनने से रोक लीजिए....
आप घिर चुके हैं,
ठीक उसी प्रकार जैसे- 
शतरंज मे राजा को प्यादे,
जंगल मे शेर को भेड़िए
 और 
चक्रव्यूह में अभिमन्यु...

** शरजील इमाम ने "चिकेन नेक" की बात की। आप जानते हैं हर शहर का एक चिकन नेक होता है! हर बाजार का एक चिकेन नेक होता है, और सभी चिकन नेक पर उनका कब्जा है।

** आप अपने शहर के मार्केट निकल जाइए अपना लैपटाप बनवाने मोबाईल बनवाने या कपड़े सिलवाने आप को अंदाजा नही है कि चुपचाप "बिजनेस जिहाद" कितना हावी हो चुका है।

** गुजरात का जामनगर हो, लखनऊ का हजरतगंज, मुम्बई का हाजी अली, गोरखपुर का हिंदी बाजार या दिल्ली का करोलबाग "चेक मेट" हो चुके हैं, अब हर जगह इनका कब्जा हो चुका है!

** उतने जमीन पर आप के मंदिर नही हैं जितनी जमीनें उनके पास "कब्रिस्तान" के नाम पर रसूल की हो चुकी हैं!

एक दर्जी की दुकान पर सिलाई करने वाले सभी उनके हम-मजहब है, चैन से लगायत बटन तक के सप्लायर नमाजी हैं! ढाबे उनके, होटल उनके, ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार हो या ओला उबर का ड्राइवर सब जुमा वाले हैं।

** आप शहर में चंदन जनेऊ ढूढते रहिए नहीं पाएंगे, वहीं हर चौराहे पर एक कसाई बैठा है।
** घिर चुके हैं आप !

** उपाय इसका इतना आसान नही है, गहराई से काम करना होगा, अपनी दुकानें बनानी होंगी, अपना भाई हर जगह बैठाना होगा।

** वरना #गजवा-ए-हिंद चुपचाप पसार चुका है अपना पांव, बस घोषणा होनी बाकी है।
** शेर दहाड़ते ही रह गया, भेड़िए जंगल पर कब्ज़ा बना कर बैठ चुके हैं।
** आँखे बंद करिए और ध्यान दीजिए हर जगह आप को नारा ए तकबील "अल्लाहु अकबर"!! सुनाई देगा... और अगर नहीं सुनाई दे रहा है तो मुगालते मे हैं आप।

** बस एक जवाब लिख दीजिए... और बता दीजिए कि "कब जागेंगे आप ?"
कब तक सेकुलर का चोला ओढ़े रहेंगे..?
आध्यात्मिक गुरु
योगी गुरु जी
गया जी धाम बिहार
#सोचनीय...
हिंदू एक मरती नस्ल 
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