#UttarPradesh : हत्याकांड में आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा असद एनकाउंटर में ढेर
झाँसी से किमी. दूर पारीछा डैम के पास हुआ एनकाउंटर
- एनकाउंटर में UPSTF ने शूटर गुलाम मोहम्मद भी मार गिराया
- योगी राज में यूपी पुलिस के एनकाउंटर का बोलबाला,
- 10 हजार से अधिक मुठभेड़ में 183 अपराधी मिट्टी में मिले
- 10 हजार से अधिक मुठभेड़ में 183 अपराधी मिट्टी में मिले
असद अहमद के एनकाउंटर के बाद मीडिया में हुआ खुलासा- "मुझे हथियार की कमी नहीं… पाकिस्तान ड्रोन से भेज देता है" -अतीक अहमद के ISI और लश्कर से संबंध, UP पुलिस की चार्जशीट में खुलासा
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माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा असद अहमद यूपी एसटीएफ (UPSTF) टीम के साथ एनकाउंटर में मारा गया है। असद के अलावा शूटर गुलाम मोहम्मद भी इस एनकाउंटर में मारा गया। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड थे। दोनों के ऊपर 5-5 लाख रु का इनाम था।
पुलिस इनकी तलाश में पूरा जोर लगाए हुए थी।
UPSTF अपने कंट्रोल रूम से बीते 72 घंटे से दोनों की पल-पल की हरकतों पर निगाह गड़ाए थी। झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में UPSTF टीम के साथ मुठभेड़ में दोनों मारे गए। रिपोर्ट के अनुसार, असद और गुलाम के पास से पुलिस को विदेशी अत्याधुनिक हथियार भी बरामद हुए, जिनमें असद के पास ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर, गुलाम के पास वाल्थर पी-88 पिस्टल मिली, जिसे उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल होना बताया जा रहा है।
यूपी पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए बताया, कि माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेटा असद और शूटर गुलाम झांसी में उत्तर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। एनकाउंटर आज (13 अप्रैल) दोपहर लगभग 12 बजे झांसी से 7 किलोमीटर दूर बड़का गांव (झांसी) के पारीछा डैम के पास यह हुआ। UPSTF के ADG अमिताभ यश ने बताया, पिछले डेढ़ महीने से असद अहमद और गुलाम को ट्रेस कर रही थी। एक बार तो गुलाम 5 मिनट की देरी से मिस हो गया था।
प्रयागराज में 48 दिन पहले 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपी का UPSTF द्वारा एनकाउंटर यूपी पुलिस की बड़ी कार्यवाई मानी जा रही है।
असद अहमद और गुलाम के एनकाउंटर में ढेर होने के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिट्टी में मिला देने वाले बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “जो कहते हैं, वो कर दिखाते हैं”।
Video
उल्लेखनीय है, उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में विधानसभा में उत्तर प्रदेश में माफियाओं को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी। अगर योगी आदित्यनाथ माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात कह रहे है, तो इसके पीछे वजह भी है।
नेपाल, बिहार से लेकर कोलकाता तक खोजा
माफिया अतीक का पुत्र असद और उसका गुर्गा गुलाम हसन सीसीटीवी में गोली चलाते हुए नजर आए थे। पुलिस इनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। कई बार यह पुलिस के हाथ से बच निकले थे। पुलिस इनकी नेपाल से लेकर बिहार और कोलाकाता तक तलाश कर रही थी। आखिरकार यह झांसी में पुलिस के रडार पर आ गए।
असद अहमद और गुलाम के एनकाउंटर में ढेर होने के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिट्टी में मिला देने वाले बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “जो कहते हैं, वो कर दिखाते हैं”।
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उल्लेखनीय है, उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में विधानसभा में उत्तर प्रदेश में माफियाओं को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी। अगर योगी आदित्यनाथ माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात कह रहे है, तो इसके पीछे वजह भी है।
उत्तरप्रदेश की 2017 में कमान संभालने के बाद योगी आदित्याथ के यूपी पुलिस के एनकाउंटर में माफियाओं को मुठभेड़ में ढेर करने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह लगातार जारी है। योगी राज में यूपी पुलिस के एनकाउंटर में असद और गुलाम को एनकाउंटर में मारे जाने के साथ अब तक पुलिस ने 183 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है।
झांसी तक कैसे पहुंचे असद और गुलाम ?
मीडिया रिपोर्ट्स एवं यूपी पुलिस के बयानों के अनुसार, 24 फरवरी को सुलेमसराय (प्रयागराज) उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद और गुलाम सबसे पहले बाइक पर बैठकर कानपुर पहुंचे। कानपुर से दोनों ने बस ली और नोएडा डीएनडी पर उतरे,
- नोएडा DND पर पहले से दोनों के कई साथी मौजूद थे, जिन्होंने दोनों को ऑटो में बैठाया और दिल्ली के संगम विहार लेकर गए। संगम विहार में असद और गुलाम 15 दिन तक रुके,
- दिल्ली में दो हफ्ते से अधिक बिताने के बाद दोनों अजमेर पहुंचे। अजमेर में भी दोनों कुछ दिन तक रुके, फिर दोनों झांसी चले गए।
UPSTF झांसी कैसे पहुंची ?
- झांसी में अतीक अहमद के कई करीबियों के होने की जानकारी यूपी एसटीएफ को मिली थी. इसके बाद पुलिस टीम ने झांसी से दो मददगारों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की थी,
- बताया जा रहा है कि झांसी में अतीक अहमद के पुराने करीबियों ने ही असद और गुलाम को पनाह दी थी।
कैसे बचता रहा था असद ?
- UPSTF ने 11 दिन पहले 2 अप्रैल को अतीक अहमद के जीजा अखलाक को मेरठ से गिरफ्तार किया था। उसे शूटरों को छिपाने, उनकी भागने में मदद करने के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया,
- पुलिस सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उमेश पाल की हत्या करने के बाद अखलाक की मदद से ही असद वहां से भागने में कामयाब हुआ था,
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जावेद, खालिद और जीशान नाम के बदमाशों को पकड़ा था, खालिद और जीशान ने पूछताछ मे खुलासा किया था, कि उन्होंने असद और गुलाम को पनाह दी थी,
- वहीं, जावेद को 30 मार्च को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। उसने भी बताया था, कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम से उसने मुलाकात की थी,
- हत्याकांड के बाद कई दिनों तक असद दिल्ली में ही छिपा था। दिल्ली से ही उसका कोई साथी मेरठ गया था। उसने मेरठ से पैसे लाकर असद को दिए थे।
एनकाउंटर टीम में ये थे शामिल
- Dy SP नवेन्दु कुमार
- Dy SP विमल कुमार सिंह
- SP अनिल कुमार सिंह
- SP ज्ञानेंद्र कुमार राय
- SI (दरोगा) विनय तिवारी
- हेड कॉन्स्टेबल पंकज तिवारी
- हेड कॉन्स्टेबल सोनू यादव
- हेड कॉन्स्टेबल सुशील कुमार
- हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार
- हेड कॉन्स्टेबल भूपेंद्र कुमार
- कमांडो अरविंद कुमार
- कमांडो दिलीप कुमार
एनकाउंटर पर विपक्ष के सवाल
योगी सरकार में लगातार अपराधियों के एनकाउंटर में ढेर होने पर विपक्ष सवाल भी उठा रहा है। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद और गुलाम के एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए ट्वीट करके लिखा- “झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है।”
अब तक 10,713 एनकाउंटर
आज मारे गए असद और गुलाम के साथ मुठभेड़ में पहले ढेर हो चुके कई बदमाशों पर पांच-पांच लाख का ईनाम था। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 6 सालों में पुलिस और अपराधियों के बीच 11 हजार के करीब एनकाउंटर हुए है। यूपी पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, योगी राज में अब तक 10,713 एनकाउंटर हो चुके है।
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आज मारे गए असद और गुलाम के साथ मुठभेड़ में पहले ढेर हो चुके कई बदमाशों पर पांच-पांच लाख का ईनाम था। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 6 सालों में पुलिस और अपराधियों के बीच 11 हजार के करीब एनकाउंटर हुए है। यूपी पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, योगी राज में अब तक 10,713 एनकाउंटर हो चुके है।
वहीं, असद के एनकाउंटर मे मारे जाने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके लिखा कि “प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी।”
वहीं विपक्ष के सवालों पर यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश कहते हैं कि एनकाउंटर पर सवाल उठाने को कोई नई बात नहीं बताते है। वह कहते हैं कि एसटीएफ के 25 सालों के इतिहास में कोई भी एनकाउंटर गलत साबित नहीं हुआ है। असद और गुलाम के एनकाउंटर से पहले एसटीएफ की टीम ने एसओपी का पालन किया है। एसटीएफ कानून के दायरे में रहकर काम करती है और असद और गुलाम के एनकाउंटर में भी कुछ भी गलत नहीं साबित होगा।
वहीं विपक्ष के सवालों पर यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश कहते हैं कि एनकाउंटर पर सवाल उठाने को कोई नई बात नहीं बताते है। वह कहते हैं कि एसटीएफ के 25 सालों के इतिहास में कोई भी एनकाउंटर गलत साबित नहीं हुआ है। असद और गुलाम के एनकाउंटर से पहले एसटीएफ की टीम ने एसओपी का पालन किया है। एसटीएफ कानून के दायरे में रहकर काम करती है और असद और गुलाम के एनकाउंटर में भी कुछ भी गलत नहीं साबित होगा।
सोशल मीडिया में नागरिकों / नेताओं की प्रतिक्रिया-
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'यूपी STF को बधाई देता हूं, उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था!' -@kpmaurya1 डिप्टी CM, UP केशव प्रसाद मौर्य (1:18 PM · Apr 13, 2023)
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झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है।
भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है। - @yadavakhilesh (3:10 PM · Apr 13, 2023)
Replying to @yadavakhilesh
अपराधियों के लिए इस तरह की सहानुभूति सिर्फ तुम ही दिखा सके हो।
कौन नहीं जानता है कि अतीक अहमद जैसे राक्षस को कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले तुम्हारे अब्बा 'मुल्ला मुलायम' ने पाला-पोषा, चंद वोटों के लिए।
तुम तो वोट के लिए ओसामा बिन लादेन तक के तलवे चाट लो, लेकिन ये योगी है योगी.. -@anupamnawada
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असद, गुलाम के #Encounter की खबर सुनकर अतीक रोने लगा था, वह समझ में आता है, क्योंकि उसका बेटा था..
लेकिन आप क्यों तड़प उठे, आपका कौन लगता था ?
आखिर उसने पुलिस पर गोली चलाई तो पुलिस के हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती ? -@Sudhir_mish
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एक कुख्यात माफिया के लिए इतनी सहानुभूति क्यों भैया ?
UP STF को कटघरे में खड़ा करने के बजाय उनकी सराहना की जानी चाहिए.
@Uppolice ने एक खौफ का अंत किया है. -@IAbhay_Pratap
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तुष्टिकरण की राजनीति में अंधे हो चुके अखिलेश यादव जी को अपराधियों के एनकांउटर से बेहद पीड़ा हो रही है…वह उनके प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं… उन्हें पीड़ा हो भी क्यों ना, उन्होंने इन अपराधियों को बड़े लाड-प्यार से जो पाला था,
भाजपा सरकार में उनका खात्मा हो रहा है। -@BJP4UP -Official Twitter account of BJP, UP (6:05 PM · Apr 13, 2023)
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YOGI MEANS JUSTICE
YOGI MEANS SAFETY
#मिट्टी_में_मिला_दूंगा -@Sadhvi_prachi
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अखिलेश और मायावती को उमेश पाल की पत्नी का शानदार जवाब- सुनें-
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जब राजू पाल की हत्या हुई तब ना मायावती कुछ कर पाई ना अखिलेश कुछ कर पाये..
जब राजू पाल की हत्या हुई तब ना मायावती कुछ कर पाई ना अखिलेश कुछ कर पाये..
अब बाबा जी की सरकार में ये सब हो रहा, माफिया गीरी खत्म होना चाहिये, गलत तो हो नहीं रहा।
#मिट्टी_में_मिला_दूंगा -@Sudhir_mish
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सिपाही राघवेन्द्र सिंह और संदीप निषाद का परिवार आज अपने बच्चों के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि पाया है। प्रयागराज बम काण्ड में मरने वाले इन सिपाहियों को शांति और परिवार को संतोष प्राप्त हो...
@Uppolice आपके सराहनीय कार्यों का हृदय से धन्यवाद 💐🙏
#मिट्टी_में_मिला_दूंगा -@Nish_ant_1
CM of all states should learn from Maharaaj Yogi ji. How to administrate. 😎
#मिट्टी_में_मिला_दूंगा -@MalabikaParasar
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इंडिया मुस्लिम reactions on Umesh Pal murder case. - @thevashudevIND
गुड्डू मुस्लिम भी आ रहा है -@ashugkpwale
After the encounter of former MP Atiq Ahmed's son Asad and his aide, CM Yogi Adityanath took a meeting on law and order. CM Yogi praised UP STF as well as DGP, Special DG law and order and the entire team. Sanjay Prasad, Principal Secretary Home informed the CM about the… -@ANI (2:11 PM · Apr 13, 2023)
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मौलाना एजाज अतहर का बयान
#अतिक_अहमद के बेटे का जो #एनकाउंटर किया है यह बहुत अच्छा और सराहनीय कदम है
उसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार व योगी आदित्यनाथ जी की तारीफ करते हैं
@Uppolice @myogiadityanath @Uppolice
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"विकास दुबे" #BigBreaking #Encounter
गुड्डू मुस्लिम विकास दुबे #AtiqueAhmed #UmeshPalCase
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....more reactions to be added later
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"मुझे हथियार की कमी नहीं… पाकिस्तान ड्रोन से भेज देता है"
अतीक अहमद के ISI और लश्कर से संबंध, UP पुलिस की चार्जशीट में खुलासा
चार्जशीट में अतीक के हवाले से कहा गया- "मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं है क्योंकि पाकिस्तान की आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से मेरे सीधे संबंध हैं। पाकिस्तान से हथियार ड्रोन की मदद से पंजाब सीमा पर गिराए जाते हैं और लोकल कनेक्शन उन्हें इकट्ठा करते हैं।"
उमेश पाल मर्डर केस में उत्तर पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट में माफिया अतीक अहमद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस चार्जशीट में अतीक के बयान के हवाले से कहा गया है कि उसके पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों से संपर्क थे।
चार्जशीट में अतीक के हवाले से कहा गया, “मेरे पास हथियारों की कमी नहीं है क्योंकि मेरे पाकिस्तान की आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से सीधा कनेक्शन है। वे हमें पंजाब बॉर्डर पर ड्रोन के जरिए हथियार पहुँचाते हैं और लोकल कनेक्शन उन्हें उठा लेते हैं। जम्मू-कश्मीर के आतंकी भी ऐसे ही हथियारों का जखीरा लेते हैं। अगर आप मुझे अपने साथ वहाँ लेकर चलोगे तो मैं घटना में प्रयोग हथियार व बारूद बरामद करने में आपकी मदद कर सकता हूँ।”
चार्जशीट के अनुसार, पूछताछ में अशरफ अहमद ने भी कहा कि हथियार और कारतूस जिस जगह पर रखे हैं, इसका पता वह जेल में बैठकर नहीं दे सकते। उसे केवल कुछ ठिकानों की ही जानकारी है। ये ठिकाने खेतों में बने फार्म हाउस जैसे हैं इसलिए वहाँ जाकर ही बताया जा सकता है कि हथियार कहाँ है।
उल्लेखनीय है, अतीक के आतंकी संगठनों से कनेक्शन का खुलासा मीडिया में असद अहमद के एनकाउंटर के बाद हुआ है। यूपी पुलिस की एसटीएफ ने झाँसी में अतीक के बेटे का एनकाउंटर किया। उसके साथ शूटर गुलाम भी ढेर हुआ। इन दोनों ने प्रयागराज में उमेश पाल पर गोली चलाई थी। दोनों के ऊपर 5-5 लाख रुपए का ईनाम था। इनके एनकाउंटर के बाद अतीक के आंतकी संगठन का खुलासा हुआ। घटना से एक दिन पहले प्रयागराज कोर्ट ने अतीक और उसके भाई को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
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