#Social_Media : "द केरला स्टोरी" देखकर लोग क्या कह रहे हैं, जिस फ़िल्म पर PM मोदी बोले- "आतंकी षड्यंत्र का किया खुलासा"

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धर्म नगरी / DN News
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"द केरला स्टोरी" फ़िल्म ने आतंकी षड्यंत्र का किया खुलासा : PM नरेंद्र मोदी
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प्रधानमंत्री स्वयं "द केरला स्टोरी" का प्रचार कर रहे हैं और हिन्दुओं को प्रेरित कर रहें हैं। आप भी देखें व ज्यादा से ज्यादा को बताएं क्योंकि - 
- षड़यंत्र साजिश रचते हुए विगत कई वर्षों से जिहादी लोग हिन्दू धर्म, संस्कृति, संस्कारों और देवी देवताओं पर खुब फिल्में खुब गाने बनाया हैं,   
- देवी-देवताओं हिन्दू धर्म संस्कृति व हिन्दूओं पर जम्मकर मजाक उपहास उड़ाया गया। तब किसी हिन्दुओं ने विरोध नहीं किया। धीरे-धीरे जिहादी बाॅलीवुड खान गैंग नंगा होने लग गया और जिहादी बाॅलीवुड कि सच्चाई सब के सामनें आ गई,
- जिहादियों से अलग हटकर हिन्दू डारेक्टर आज सच्ची घटनाओं पर आधारित "द कश्मीर फाईल" (देखें- बिना विज्ञापन लिंकhttps://www.facebook.com/Rajeshwaranandji/videos/761947815580446 ) और अब "द केरला स्टोरी" जैसी मूवी बननें लगी, तो जिहादी बाॅलीवुड, खान गैंग, टुकड़े गैंग, जिहादी, सैक्यूलर-वामपंथी, नक्सलवादी लोग बौखला गए हैं, ऐसी फ़िल्म का विरोध कर रहे हैं।

सोशल मीडिया में लोग लिख रहे हैं- निर्माता 100 करोड़ की फिल्म बनाते हैं कमाने के लिए, परंतु द केरला स्टोरी बनाई गई है 100 करोड़ हिंदुओं को जगाने के लिए । निराश न करना इन हिम्मती निर्माताओं को... इनका भरपूर सहयोग करें और यह फिल्म केवल थिएटर में जाकर देखें, ताकि ऐसी और फिल्में बनाने के लिए निर्माता आगे आ सके...
सभी हिन्दूओं  की ये नैतिक जिम्मेदारी कर्तव्य हैं, कि लड़कियों को लव जिहाद धर्मांतरण से बचाने के लिये हिन्दूओं को जागरूक करनें हिन्दू युवाओं का दिल-दिमाग आंखें खोलने वाली मूवी का प्रचार करें। अपनें बच्चों महिलाओं को जरूर दिखाएं। आज रिलीज हुई 'द केरल स्टोरी', फिल्म देखकर युवाओं ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
#TheKeralaStory
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द केरला स्टोरी के प्रोडूसर- अमृतलाल शाह
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हजारों हिन्दू लड़कियों एवं युवतियों को धोखे से और जबरजदस्ती मुसलमान बनाने की सच्ची घटनाओं पर आधारित फ़िल्म- "द केरला स्टोरी" को देखने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया-
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OneWordReview…
#TheKeralaStory: BRILLIANT.
Rating: ⭐️⭐⭐️⭐️½
The Kerala Story is the most powerful film on Conversion and how innocent girls get trapped under LJ.. Hard-hitting, blunt, brutally honest… JUST DON’T MISS IT. #TheKeralaStoryReview -@koimoi_com
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We urge everyone to go watch #TheKerelaStory. Take your friends, your daughters, your sisters. You will be doing them a huge favour. 
#TheKeralaStoryReview  -@KreatelyMedia
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केरल फ़िल्म का प्रीमियर देखने के बाद जनता का रिव्यू (विश्लेषण)-
कश्मीर फ़ाइल्स की तरह केरल का सच और फैलते जिहाद को उजागर करती ये फ़िल्म सभी ज़रूर देखे.. -@Matru_Bhoomi
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सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति संस्कारों के साथ आज क्या हो रहा हैं ? यह आज की अधिकांश युवा पीढ़ी को कोई लेना देना नहीं हैं। 15 साल से 20 साल तक के हिन्दू लड़के लड़कियों को जागरुक सतर्क सावधान करें, नहीं तो आने वाले चंद सालों में जिहादियों के हाथों मारे काटे जाऐंगें।
ज्यादा से ज्यादा अपने धर्म संस्कृति संस्कारों का प्रचार कर जागरुक सतर्क करें। सभी सूचना और समाचार संदेश msg का वीडियों हिन्दू बहन-बेटियों तक पहुंचाएं। अपने धर्म संस्कृति कि रक्षा के लिये तत्परता से कार्य करनें के लिये... आपका धन्यवाद आभार‌। #सोशल_मीडिया में viral अपील
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इन देशों में बुर्का-हिजाब या चेहरा ढकने पर रोक 
शिक्षण संस्थानों में धार्मिक पहचान जाहिर करने वाले कपड़ों पर कई देशों में बैन लागू है. फ्रांस, इटली जैसे देशों में हिजाब या बुर्का की अनुमति नहीं है. यूरोप के कई देशों ने बुर्का को पहनने पर आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और डेनमार्क शामिल हैं। हाल के दिनों में जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क ने कट्टरपंथ को देखते हुए और भी कई तरह के नए प्रतिबंधों को लगाने का ऐलान किया हुआ है। स्विट्जरलैंड ने तो बाकायदा रेफरेंडम कर लोगों से बुर्के को प्रतिबंधित करने पर राय भी मांगी थी। इस जनमत संग्रह में 51 फीसदी से ज्यादा लोगों ने बुर्का को प्रतिबंधित करने के पक्ष में वोटिंग की थी।
भारत में अभी क्लासरूम में हिजाब पहनने को लेकर विवाद जारी है. दुनिया के कई देश ऐसे हैं जहां सार्वजनिक स्थलों पर चेहरा ढंकने वाले परिधान, बुर्का या हिजाब पहनने पर पाबंदी है. चेहरा ढंकने वाले परिधान के साथ क्लासरूम में एंट्री पर बैन चाड जैसे मुस्लिम बहुल देशों में भी है. किन देशों में क्या है नियम-
 
नीदरलैंड में 130 यूरो तक का जुर्माना
नीदरलैंड में अगर आप चेहरे को ढकते हैं तो आप पर 130 यूरो (13033 रुपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह पाबंदी केवल बुर्के पर ही नहीं, बल्कि उन सभी कपड़ों पर लागू होती है जिससे चेहरे को ढका जा सकता है। इसलिए, नीदरलैंड में चेहरे को पूरा ढंकने वाला हेलमेट और बैलेक्लाव पर भी प्रतिबंध है। बैलेक्लाव को अक्सर कमांडो अपना चेहरा ढकने के लिए उपयोग करते हैं। हालांकि यह प्रतिबंध केवल आम जनता के लिए ही है।

डेनमार्क में जुर्माने के बाद कई अन्य सजाएं भी
डेनमार्क में 1 अगस्त 2018 से चेहरे को पूरी तरह से कवर करने की मनाही है। डेनिश संसद ने मई 2018 में इस कानूनको पारित किया था। जिसे लेकर संसद में हुई वोटिंग में इसके पक्ष में 75 जबकि खिलाफ में 30 सांसदों ने वोट किया था। इस कानून को तोड़ने वाले शख्स पर 135 यूरो (11729 रुपये) का जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि, बार-बार ऐसा करने वाले लोगों को कई अन्य सजाएं भी देने का प्रावधान है।

ऑस्ट्रिया
ऑस्ट्रिया ने साल 2017 में देश में फेस कवर करने को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। इस कानून में प्रावधान है कि कोई भी पुरुष या महिला ठुड्डी से लेकर बाल तक अपने चेहरे को कवर नहीं कर सकता है। ऐसा करने पर 150 यूरो के जुर्माने के साथ जेल का भी प्रावधान है।

फ्रांस में बुर्का-हिजाब के साथ स्कूल में नो एंट्री
फ्रांस पहला यूरोपीय देश है जिसने 2004 में स्कूलों में धर्म को जाहिर करने वाले कपड़ों के पहनने पर रोक लगाई थी. सरकार ने 2011 में सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब या पूरा चेहरा ढकने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था. 2021 में फ्रांस की नेशनल एसेंबली ने सेपरेटिज्म बिल पास किया है. इसके तहत स्कूल ट्रिप, सार्वजनिक स्थानों, प्राइवेट ट्रांसपोर्ट में यात्रा करते हुए हिजाब पहनने या किसी भी तरह से चेहरा ढंकने वाले कपड़ने पहनने पर पाबंदी है. 

रूस की सुप्रीम कोर्ट ने लगाया बैन
रूस के स्त्रावरोपूल क्षेत्र ने 2012 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया था. मामला 2013 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो अदालत ने फैसले को सही ठहराया था. रूस की सरकार का कहना है कि हिजाब या बुर्का के लिए आधुनिक समतामूलक और प्रगतिशील रूस में कोई जगह नहीं है. डेनमार्क में भी बुर्का, हिजाब या चेहरा ढंकने वाले परिधान पहनने पर जुर्माने का प्रावधान है. डेनमार्क में इसके खिलाफ विरोध भी हुआ था लेकिन कानून लागू कर दिया गया है. 

अफ्रीकी देश चाड में भी हिजाब पर बैन
अफ्रीकी का चाड मुस्लिम बहुल देश है. मुस्लिम बहुल आबादी वाले देश में सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सरकार ने हिजाब या चेहरा ढकने की व्यवस्था पर 2015 से रोक लगा रखी है. आतंकी संगठन बोको हरम द्वारा किए गए बम हमले में 34 लोगों की मौत के बाद सरकार ने यह सख्त कदम उठाया था। 

मुस्लिम बहुल देशों में की स्थिति
सऊदी अरब और पाकिस्तान जैसे देशों में चेहरा ढंकने वाले परिधान क्लासरूम, सार्वजनिक जगहों पर पहनने की अनुमति है. कुछ मुस्लिम देश ऐसे भी हैं जहां चेहरा ढंकने पर पाबंदी है. सीरिया में मुस्लिम आबादी की तादाद करीब 70 फीसदी है. इजिप्ट में मुस्लिम आबादी करीब 90 फीसदी है. यहां की सरकारों ने विश्वविद्यालयों में साल 2010 और 2015 में चेहरे को पूरी तरह से ढंकने पर प्रतिबंध लगाया गया है.

इटली और श्रीलंका में भी सख्त कानून
इटली और श्रीलंका में भी बुरका या हिजाब पहनने पर रोक है. यहां पर अगर कोई भी महिला बुर्का पहनती है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाती है. श्रीलंका ने आतंकी हमले के बाद काफी सख्ती बरती है. अब यहां सार्वजनिक स्थलों पर हिजाब, बुर्का या चेहरा ढंकने वाले परिधान पहनने की छूट नहीं है.

बुल्गारिया में भारी भरकम जुर्माना 
नीदरलैंड्स की तरह बुल्गारिया ने 2016 में बुर्का प्रतिबंध लागू किया। यदि कोई इसे तोड़ता है तो उसपर 750 यूरो तक का भारी भरकम जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि, इसमें धूल-मिट्टी या खुले में काम करने वाले, खिलाड़ियों और घरों में प्रार्थना करने वालों को छूट दी गई है।

बेल्जियम में जुर्माना या सात दिन तक की जेल 
बेल्जियम ने जुलाई 2011 से सार्वजनिक रूप से बुर्का को प्रतिबंधित किया हुआ है। कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को जुर्माना या सात दिन तक की जेल की सजा होती है। हालांकि, यह प्रतिबंध बहुत कम लोगों को प्रभावित करता है। बेल्जियम में बुर्का या नकाब पहनने वाले 10 हजार मुस्लिमों में से केवल 300 लोग ही हैं।

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#सोशल_मीडिया में / ट्वीटर पर कुछ प्रतिक्रिया...
अगर एक लड़की का भी धर्मांतरण होता है और वो आईएसआईएस में शामिल हो जाती है तो भी यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। 
नाम: फातिमा (परिवर्तित) 
पूर्व रूपांतरण नाम: निमिषा वह केरल से है, अपने पति के साथ आईएसआईएस में शामिल हो गई थी
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Just walking out of the theatre. Movie ends but not many are able to get up from there seats. Old man crying, a girl shows her anger , few murmurs of impotence of the govt. Opposition was right it’s not the story of 3 or 30k girls. For me it’s a story of  IMPOTENT administration -@Citizensview1
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कांग्रेस, बंगलादेश हिन्दू और रोहिंग्या मुसलमान... 
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दवा देते समय भी कहा जाता है...
"रामबाण" इलाज हैं, ऐसी महिमा हैं राम नाम की !
देखें- अभिषेक

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पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी के भतीजे 
और 
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी का कारनामा- 
निशानेबाजी के बहाने मंगवाए विदेशी हथियार ! 
दिल्ली में किराए के घर में छिपाया
अब्बास अंसारी ने निशानेबाजी के बहाने मंगवाए विदेशी हथियार? दिल्ली में किराए के घर में छिपाया
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी अब एक बार फिर से मुश्किलों में हैं. इस बार उनके हथियार इसकी वजह बने हैं.

माफिया डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने अपने हथियार लाइसेंस पर अपने स्थायी पते के रूप में दिल्ली स्थित किराए के घर को दिखाकर जांचकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की. आरोप है कि अब्बास अंसारी ने कथित रूप से आतंक फैलाने के लिए विदेशी हथियार खरीदे थे. अब विधायक बन चुके अब्बास अंसारी एक पेशेवर निशानेबाज भी हैं और पंजाब राइफल एसोसिएशन के लिए खेलते रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि अब्बास अंसारी ने अपने आपराधिक सिंडिकेट का विस्तार करने के लिए तीन साल पहले अपने हथियार लाइसेंस को दिल्ली में एक पते पर ट्रांसफर कर दिया था. वह भी कभी-कभी इसी पते पर रहते थे. सूत्र ने कहा कि उन्होंने यह जानकारी एजेंसी और फेडरेशन से छिपाई. हालांकि, जांच के दौरान यूपी एसटीएफ दिल्ली के पते पर पहुंच गई. इधर जमीन के मालिक ने पुलिस को बताया कि अब्बास दो-तीन बार उस जगह पर आ चुका है और वह उसका किराए का मकान है.

जांच को गुमराह करने की कोशिश
रिपोर्ट के मुताबिक, अब्बास ने किराए पर मकान लेकर जांच अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की थी कि वह किराए के मकान पर रहते हैं. जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि अब्बास, मुख्तार अंसारी के अंतरराष्ट्रीय संपर्क का इस्तेमाल करके निशानेबाजी प्रतियोगिता के नाम पर सिल्वेनिया से अत्याधुनिक हथियार खरीदते थे. हालांकि इन हथियारों का इस्तेमाल किसी प्रतियोगिता में नहीं अवैध गतिविधियों में किया गया था और यह शूटिंग फेडरेशन के नियम के खिलाफ था.

सूत्र ने कहा, सिल्वेनिया से हथियार खरीदने का मुख्य मकसद आतंक फैलाना था. इससे पहले आठ आयातित हथियार और 4,500 जिंदा कारतूस जब्त किए गए थे. नतीजतन अब्बास अंसारी का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया. उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने इस सिलसिले में कई हथियार तस्करों से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. उनका बयान अब्बास को और मुश्किल में डाल सकता है. यूपी एसटीएफ भी इस सिलसिले में अब्बास के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की ओर अग्रसर है.

UP STF कर रही है मामले की जांच
यूपी एसटीएफ इस बात की जांच कर रही है कि 2012 से खरीदे जा रहे आयातित हथियारों का असल में इस्तेमाल अपराध में किया गया था या नहीं. वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि उन्हें अन्य गैंगस्टरों को लाखों रुपये में बेचा गया था या नहीं. अब्बास के खिलाफ लखनऊ के महानगर थाने में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 आर्म्स एक्ट की धारा 30 के तहत मामला दर्ज किया गया था, बाद में मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी गई थी. #साभार- डीएनए इंडिया   
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ये बोलने का अधिकार इनको किसने दिया ?
जब मजहब और धर्म के आधार पर मुसलमानों ने 1947 ने अपने लिए पूरा पाकिस्तान ले लिया, फिर भारत में रहने का उनको कोई हक नहीं था। लेकिन नेहरू और (फर्जी राष्ट्रपिता) गाँधीजी के लगातार हिन्दुओं के खिलाफत और मुस्लिम-तुष्टीकरण के कारण दोनों ने मनमानी किया। नेहरू-गाँधी ने करीब पौने 3 करोड़ मुसलमानों को जबरन हिंदुस्तान में रोक लिया। उसी तरह इंदिरा गाँधी "मैमुना बेगम" ने अपने प्रधानमंत्री होने का नाजायज फायदा उठाते हुए और मुस्लिम-प्रेम के चलते 1971 बांग्लादेश बनने पर पांच करोड़ मुसलमानों को बांग्लादेश जाने से रोक लिया और हम हिन्दुओं के देश भारत में बसा दिया। इसी के चलने आज भारत का सर्वांगीण विकास रुक गया है। करीब 35 करोड़ तो अवैध मुसलमान, घुसपैठिये, रोहिंग्या मुसलमान भारत में रहते है, जिससे आज भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे अधिक हो गई है, चीन की आबादी भी पीछे रह गई...
देश के खिलाफ, हमारे नेताओं के खिलाफ अनाब-शनाब बोलने वाले, बकवास करने वाले हम हिन्दुओं के दिए टैक्स पर FREE अनाज से लेकर बैंक खातों में रुपया ले रहे है। हिन्दू लगातार चुप है, सहिष्णु बना हुआ है, इसीलिए ये मुस्लिम हमारे ही देश में हमारे देश का खाते हुए ये सब करते जा रहे हैं, क्या हिन्दुओ को इतिहास से कोई सीख नहीं लेना ? क्या अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को लुटने-मरने के लिए छोड़ जाएंगे ?
https://www.facebook.com/Rajeshwaranandji
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धर्म को बचाते पाकिस्तान में सताये, भारत में भी प्रताड़ित ये पाकिस्तानी हिन्दू...
http://www.dharmnagari.com/2023/05/Dharm-ko-lekar-Pakistan-me-Sataye-India-me-bhi-pratadit-Hindu.html
#Social_Media : ED... मोदी की तरकश के तीर हैं ! ...अरे ! ये तो प्रलय हो गया...
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