#Karnataka : मुस्लिम वसूलता है अपने वोट की पूरी कीमत, जातिवाद, निजी स्वार्थ और तुच्छ लालचों पर मरता आत्मघाती हिन्दू समाज !
- मुस्लिम वसूलता है अपने वोट की पूरी कीमत, सत्ता की मलाई अब मुस्लिमों के हाथ !
- कर्नाटक का नया CM कौन ? CM की कुर्सी पर घमासान !
- #सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया...
- जातिवाद, निजी स्वार्थ और तुच्छ लालचों पर मरता आत्मघाती हिन्दू समाज !
(लिंगायत और वोकालिग्गा की जातिगत लड़ाई ने हिंदू समाज को कमजोर किया)
- Congratulations to divided Hindus of Karnataka for getting.💐
प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए डीके शिवकुमार व पूर्व CM सिद्धारमैया |
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-रा.पाठक अवैतनिक संपादक
मुस्लिम वसूलता है अपने वोट की पूरी कीमत
सत्ता की मलाई अब मुस्लिमों के हाथ लगेगी
मुस्लिम वोट के ठोस ध्रुवीकरण, ताजा उदाहरण कर्नाटकबीजेपी के बढ़ते प्रभाव, हिंदू राष्ट्र की मांग ने मुस्लिम वोट को पूरे देश के अंदर और ज्यादा एग्रेसिव और ध्रुवीकृत किया है। ताजा उदाहरण (13 मई 2023 को) आए कर्नाटक विधानसभा का चुनाव परिणाम है। 2022 में उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोट 90 प्रतिशत तक सपा को गया था। इस कारण बीजेपी को यूपी में कम से कम 20 सीटों का नुकसान हुआ।
मेरा आज भी यही मानना है, अगर यूपी में योगी नहीं होते तो यूपी में दोबारा चुनाव जीत पाना बीजेपी के लिए बहुत मुश्किल हो जाता। हिंदू समाज को हमें अभी और जगाना होगा, जिससे वो एकजुट हो। जबकि मुस्लिम समाज थोड़ा सा झटका लगने पर भी तुरंत संगठित हो जाता है। मूल बात ये है- कि मुस्लिम एक राजनीतिक प्राणी होता है और हिंदू को इकट्ठा कर पाना आज भी तराजू पर मेंढक तोलने जितना कठिन कार्य है।
-कांग्रेस पार्टी का अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने का वादा एक सोची समझी रणनीति थी, जिसके जरिए कांग्रेस ने जेडीएस के मुस्लिम वोट को अपनी तरफ और ज्यादा कंसोलिडेट किया ।
- कुल मिलाकर, हिंदू वही ढाक के तीन पात... जाति के नाम पर बंटा हुआ रहा। सत्ता की मलाई अब मुस्लिमों के हाथ लगेगी। मुस्लिम अपने वोट की पूरी कीमत वसूलता है। राज्यों में बनीं अब तक के गैर-भाजपा शासित सरकारों एवं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्नाटक अब और अधिक इस्लामीकरण के करीब जाएगा।
- जेडीएस का वोट 2018 में 18% था और 2023 में 13% है.. यानी 5 प्रतिशत वोट घटा। ये 5% जेडीएस का वोट, कांग्रेस में शिफ्ट हो गया और कांग्रेस जिसका वोट 2018 में 38% था 2023 में बढ़कर 43% हो गया और कांग्रेस को 135 से ज्यादा सीटों पर जीत मिल गई।
- बीजेपी का वोट 2018 में 36% था और 2023 में 35% है। अर्थात बीजेपी का वोट केवल एक प्रतिशत ही घटा, लेकिन बीजेपी को सीटों का बड़ा नुकसान इसलिए हुआ, क्योंकि जेडीएस से 5% वोट टूटकर कांग्रेस पार्टी को चला गया।
- ओल्ड मैसुरू जेडीएस का गढ़ है, यहां जेडीएस का मूल वोट बैंक मुस्लिम + वोकाल्लिगा था। दरअसल, देवेगौड़ा वोकाल्लिगा जाति से आते हैं और उनकी पार्टी जेडीएस "MV समीकरण" यानी मुस्लिम + वोकाल्लिगा वोट समीकरण पर जीतती आ रही थी। लेकिन अब तक जेडीएस को वोट देते आ रहे मुस्लिम समाज PFI के बैन के बाद जागृत हो गया और उसने खुलकर कांग्रेस को अपना पूरा वोट शिफ्ट कर दिया। इससे कांग्रेस पार्टी को जमकर पूरा मुस्लिम वोट मिल गया और कांग्रेस पार्टी को वोट बेस और बड़ा हो गया।
- दूसरी तरफ लिंगायत और वोकालिग्गा की जातिगत लड़ाई ने हिंदू समाज को कमजोर किया। कर्नाटक में बासव राज बोमई लिंगायत हैं और वोकालिग्गा जाति के लोगों ने ये विचार किया कि अब कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को ही सपोर्ट करेंगे, जो वोकालिग्गा हैं। यानी वोकालिग्गा अपनी जाति का सीएम चाहते थे इसलिए अब तक जो वोकालिग्गा परंपरागत रूप से जेडीएस को वोट देते आए थे उन सभी ने डी के शिवकुमार के नाम पर कांग्रेस को वोट कर दिया और इस तरह कांग्रेस पार्टी के वोट बेस में मुस्लिम के साथ साथ वोकाल्लिग्गा वोट भी बढ गया और कांग्रेस के वोट बेस में बंपर इजाफा हो गया।
-यानी मूल बात ये, कि मुस्लिम वोट एकजुट हुआ और हिंदू (वोकाल्लिग्गा) वोट का बड़ा चंक कांग्रेस में चला गया। देखा जाए तो स्पष्ट है, कि बजरंग दल और बजरंग बली के मुद्दे पर हिंदू वोट बीजेपी के साथ खड़ा ही नहीं हुआ।
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कर्नाटक का नया CM कौन ? CM की कुर्सी पर घमासान !
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद "यह सिद्धारमैया या शिवकुमार की जीत नहीं" कहने वाले कांग्रेस नेताओं के बीच मुख्यमंत्री (CM) की कुर्सी पर घमासान शुरू हो गया है। चुनाव परिणाम आने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में डीके शिवकुमार ने कहा था- "व्यक्ति पूजा की कोई गुंजाइश नहीं है।"
अब सिद्धारमैया और शिवकुमार के समर्थकों के बीच पोस्टर वॉर शुरू होने के साथ बेंगलुरु में दोनों के समर्थकों ने अपने-अपने नेता के पोस्टर-बैनर लगाए हैं। सिद्धारमैया समर्थकों ने बेंगलुरु में उनके आवास के बाहर लगाए पोस्टर में सिद्धारमैया को 'कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री' बताया। वहीं, बेंगलुरु में ही कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के घर के बाहर के लिए लगे पोस्टर में उन्हें कर्नाटक का अगला सीएम बताया है।
सीएम पद की पहली पसंद कौन ?
बताया जा रहा है, आधे से ज्यादा विधायक डीके शिवकुमार के समर्थन में हैं। डीके शिवकुमार के साथ 70-75 विधायक हैं। जबकि कर्नाटक में ये चर्चा है, कि जनता की पहली पसंद सिद्धारमैया हैं, इसलिए कांग्रेस आलाकमान उनको सीएम बनाने के पक्ष में है। डीके शिवकुमार की दलीलों और मेहनत को मानते हुए उनको डिप्टी सीएम और अहम मंत्रालय का ऑफर दिया गया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की योजना है, कि 2024 तक ओबीसी (कुरबा समाज) के सिद्धारमैया को सीएम बनाया जाए। उनके साथ वोक्कालिगा समाज के डीके शिवकुमार, दलित समाज के जी परमेश्वर और लिंगायत समाज के एमबी पाटिल डिप्टी सीएम हों।
मुख्यमंत्री पर CLP में होगा निर्णय
उल्लेखनीय है, रविवार (14 मई) शाम 5:30 बजे कांग्रेस विधायक दल CLP की बैठक में का नेता चुना जाएगा। बैठक में पार्टी आलाकमान के पर्यवेक्षक भी उपस्थित रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, सीएम के साथ 3 डिप्टी सीएम होंगे। इस बीच, चुनाव परिणाम के बाद रविवार को मल्लिकार्जुन खरगे दिल्ली पहुंचेंगे और सोनिया व राहुल गांधी से कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा करेंगे। इस बीच नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों के लिए बेंगलुरु के दो शीर्ष निजी होटलों में कमरे बुक किए गए हैं और उन्हें शनिवार रात तक राज्य की राजधानी पहुंचने को कहा गया है।
क्या बोले शिवकुमार व सिद्धारमैया
चुनाव परिणाम आने के बाद प्रेस कांफ्रेंस (PC) में बोलते हुए डीके शिवकुमार ने कहा था- "व्यक्ति पूजा की कोई गुंजाइश नहीं है। पार्टी सर्वोच्च है। यह सिद्धारमैया या शिवकुमार की जीत नहीं है। यह वह परिणाम है जो भारत को एकजुट करेगा।" वहीं, निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा- यह सात करोड़ कन्नडिगों की जीत है, न कि केवल कांग्रेस की। ...जब भी बीजेपी और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने राज्य में शासन किया, उनके लिए स्थिर सरकार देना संभव नहीं था। लोगों ने बदलाव लाने का फैसला किया है।"
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बीजेपी के कई बड़े नेता पीछे चल रहे, कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही
कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को चुनाव में 73.19 प्रतिशत का ‘रिकॉर्ड’ मतदान दर्ज किया गया था। ऐसे में जब ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले का पूर्वानुमान जताया गया है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है।
राज्य चुनाव आयोग के रुझानों में कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत पा लिया है। राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से 75 सीटों पर बीजेपी, 119 सीटों पर कांग्रेस, 23 सीटों पर JDS और 7 पर अन्य आगे चल रहे हैं।
सुबह लगभग 11:40 बजे तक मिले चुनाव आयोग के रुझानों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल रहा है, जबकि बीजेपी पिछड़ गई है।
उल्लेखनीय है, कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए हो रही काउंटिंग हेतु काउंटिंग सेंटर्स पर सुरक्षा के कड़ी व्यवस्था किया गया है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है। पूरी संभावना है कि चुनाव के नतीजे शाम तक आ जाएंगे और यह साफ हो जाएगा कि कर्नाटक में किसकी सरकार बनेगी। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के अलावा जद (एस) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
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कर्नाटक चुनाव का एग्ज़िट पोल कितने सही होंगे, कहना कठिन है ! क्या भाजपा पर शनि की साढ़े साती है ?
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कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बीजेपी के कई बड़े नेता सुबह 11 तक पीछे चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है। चुनावों में एक तरफ बीजेपी की बड़ी हार होती दिख रही है, वहीं बीजेपी के कई कद्दावर नेता भी अपनी-अपनी विधानसभा सीटों पर पीछे चल रहे हैं। इन नेताओं में श्रीरामलू, मधुस्वामी, रेणुकाचार्य, बीसी पाटिल, एसटी सोमशेखर, एमटीबी नागराज, डॉक्टर सुधाकर, वी सोमन्ना और सुरेश कुमार शामिल हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए सुबह 10 बजे तक कांग्रेस जीत की तरफ बढ़ती दिखने लगी, जब 224 विधानसभा सीटों के रुझान में बीजेपी को 82, कांग्रेस को 108, JDS को 30 और अन्य 4 सीटों पर आगे चल रहे हैं। फिलहाल, वोटों की गिनती जारी है और रुझानों में कांग्रेस ने बहुमत प्राप्त करते हुए दिख रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस लगातार बहुमत से आगे बढ़ती दिख रही है। सुबह लगभग 10:25 बजे तक मिले रुझानों में 224 सीटों में से 73 सीटों पर बीजेपी, 125 सीटों पर कांग्रेस, 21 सीटों पर JDS और 5 पर अन्य आगे चल रहे हैं।
सुबह लगभग 10:40 बजे तक मिले रुझानों में राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से 83 सीटों पर बीजेपी, 106 सीटों पर कांग्रेस, 30 सीटों पर JDS और 5 पर अन्य आगे चल रहे हैं।
उक्त काउंटिंग के अगले 15 मिनट बाद लगभग 10:55 बजे बीजेपी की सीट और कम, कांग्रेस की सीट और बढ़ गई, जब 71 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी आगे चल रहे थे। जबकि कांग्रेस के 117 प्रत्याशी वोटों की गणना में आगे चल रहे थे। जबकि 31 सीटों पर JDS और 5 पर अन्य आगे चल रहे हैं। रुझानों से पता चलता है कि वोक्कालिगा वोटरों के बीच अभी भी जेडीएस काफी ताकतवर है।
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#Social_Media में कुछ प्रतिक्रिया, पोस्ट...
इनका नाम V somanna है, भाजपा के नेता हैं, कर्नाटक में 2 सीट से चुनाव लड़े थे, दोनों सीट मुस्लिम बहुल इलाका था,दोनों हार गए, साहब ने अभी कुछ दिन पहले उसी इलाके में urdu school का उद्घाटन किया था -@ShaliniKumawat0
V. Somanna #Minister भी है 'वरुणा और चामराजनगर' दोनों सीटों से हारे वे 'सबका साथ सबका विकास' भी कर रहे थे, इस वीडियो में जुटे लोग केवल लाभ लेने के लिए हैं, वे बेहतर जानते हैं कि किसे वोट देना है और कब तक वोट देना है -@ankitt2901
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Le liya vikas, par vote ekdum khallas! - @deystrix
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Sahi saluk kiya he shantidut ne inke sath... aap kuchh bhi kar lo ye log apko vote nhi karenge -@HukmaGodara3
Kuchh bhi karlo yeh kaum Hindu ko nahin denge vote. Inka kaam bana chahiye bhaad main jaaye Hindustan -@Rajesh__Warrior
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भाजपा को भाईचारे की बहुत-बहुत बधाई कर्नाटक चुनाव के दो सीट पर भाईजानों ने हराया भाईजानों की आती सराहना करना पड़ेगा की भाई जान बीजेपी के नेताओं की जान ले ली और भाई चुनाव जीत गए जान बीजेपी के गले की खास बन गई -@RaviKum15928410
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कांग्रेस की या अन्य विपक्षी दलों की एक बात बहुत बढ़िया लगती है वो खुलकर मुल्लो का समर्थन करते हैं की तरह दोगला व्यवहार नही करते इन bjp का यही हाल होना चाहिए था
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बिलकुल वे खुल कर समर्थन करते हैं कोई लाग लपेट नहीं करते और बीजेपी विश्वास जितने में लगी है । -@SinghSS_
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क्या ये गजवा-ए-कर्नाटक है ? सोशल_मीडिया में viral वीडियो क्लिप
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Belagavi, Karnataka
Same Place 5 yrs ago. This is not new for them. They keep doing it in every 5 yrs. -@erbmjha
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हिजाब बैन के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस उम्मीदवार कनीज़ फातिमा कर्नाटक के गुलबर्गा नार्थ से जीत चुकी हैं.......
#Karnata -@ShamaParveen78
जहाँ पर @BJP4India ने प्रगतिशील शासन दिया, वहां जीती, जैसे UP के स्थानीय निकाय चुनावों में (१३ मई को नतीजे आये). कर्नाटक में हार की वजह कुशासन है, जिसकी वजह कमज़ोर नेतृत्व है. बीजेपी को नेतृत्व सँभालने के लिए कुशल प्रशासक ढूंढने पड़ेंगे. अन्यथा MP में भी कर्णाटक वाला हाल होगा. -@PrabuddhaManush
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कर्नाटक मैं भाजपा बस इसलिए हार गई क्योंकि वहां के लोगों को हिंदी न्यूज़ चैनल समझ नहीं आता है..
#KarnatakaElectionResults -@Samar19052616
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काफिरों को तब तक समझ नही जब तक उनके बाकी मंदिर भी,,,,,
हमारा कौम विकास के लिए वोट नही देती बल्कि कट्टरता के लिए। -Mohammad akash @mashalfairy
हिजाब बॅन होकर रहेगा। सब समान होगे। धर्म घर मे रहेगा। इस देश मे अगर असली क्रांती लानी हे तो देश को प्रथम स्थान देना होगा। इस देश की संस्क्रीती विविधता को प्रथम स्थान देना होगा ऊस nature से ये देश चलेगा । -@ravi_padalwar
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मोदीजी आप हमारे लिए चाहे जितना काम करो, लेकिन हम आपको ऐसे ही टोपी पहनते रहेंगे #Social_Media
नूपुर शर्मा बहन को पार्टी से निकाले लगभग एक वर्ष हो गए, 1 साल से वो खुद के ही घर में कैद जैसी है, काजल हिंदुस्तानी को जेल भेजा..ऐसे कई मौकों पर आपकी विचारधारा घुटने टेकती नजर आई नतीजा कर्नाटक रिजल्ट सामने है राजनीति में छोटी-छोटी चीजें बहुत मैटर करती हैं आगामी चुनाव जीतना है तो 2014 वाले BJP बनिए मोदी जी व अमित शाह जी.. -@TheAbhishek_IND
Karanata Results are a reminder for the BJP as to what happens when you sideline Hindutva Warriors to appease Shantidoots!
If BJP would've taken a stronger stand for #NupurSharma and #TigerRaja, maybe the results would've shown a different picture. -@JaipurDialogues
-मोदी जी ने चुनाव से एक दिन पहले क्या कहा था, सुनिए
और चुनाव के नतीजे देखिए
#KarnatakaElectionResults2023 #KarnatakaElectionResults #KarnatakaResults
#KarnatakaPolls #BJPMuktSouthIndia #RahulGhandi -Ajit Anjum -Ajit Anjum (पत्रकार)
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Reply to Ajit Anjum
कट्टर मौलाना अजीत अंजुम खान तुम्हारे अब्बा मोदी जी 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की 27 लोकसभा सीटो में से 25 सीट जीते थे और 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 27 सीट जीतेंगे,मोदी जी 2024 में प्रचंड बहुमत से तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे,मौलाना तुम्हें हमेशा मोदी नाम से दस्त ह -@BSagarpur
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The BJP RSS Story -@wittycatty
#Pakistan is very Happy That Congress is Back in Power in Karnataka.
#FactCheck for Those Celebrating The BJP defeat in #KarnatkaElection2023
You are in the Same League as Pakistan & Pakistanis #RealityCheck
#Siddaramaiah #MallikarjunKharge -@AwakenedSanata1
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न बजरंगदल, न बजरंगबली बचा सके। आज BJP जल गई, ख़ाक हो गई। ...BJP का बिल्कुल सफाया जैसा कर्नाटका गया, इंशा अल्ला 2024 में BJP हारेगी ...इंशा अल्ला हम भी CM बन सकते हैं
Unity of muslims works in karnataka to throw BJP out of power in Election. -@VikramMittalBjp
पूरा सुनें- उनकी मंशा, जिनके प्रति BJP ने सॉफ्ट कॉर्नर अपनाया हुआ है, वहीं हिन्दुओं के प्रति तटस्थ है-
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कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के जश्न में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे-
सुनें-
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इसे भी पढ़ें / देखें-
Gyanvapi शिवलिंग / मस्जिद विवाद : इलाहाबाद HC का आदेश, ASI को 'शिवलिंग' की कार्बन डेटिंग करे
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http://www.dharmnagari.com/2023/05/Gyanvapi-case-Allahabad-HC-permits-ASI-to-conduct-carbon-dating-of-Shivling.html
इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात
- #Social_Media में वायरल कुछ पोस्ट और कमेंट्स...
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http://www.dharmnagari.com/2023/05/Civil-War-like-situation-in-Pakistan-US-Canada-issued-High-Alert.html
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-आत्मघाती हिन्दू समाज !
कर्नाटका विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने विज्ञापन दिया, जिसमें पांच वायदे किए गए-👇
5 प्रमुख वादे किए गए-
1- गृह लक्ष्मी... 2000/- रु प्रति माह प्रति महिला को
(प्रति वर्ष 24,000/- रु)
2- गृह ज्योति... 200 यूनिट महीना मुफ्त बिजली
(2000 यूनिट प्रति वर्ष)
3- अन्न भाग्य... 10 किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रति माह
(120 किलो प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति)
4- युवा निधि... ग्रेजुएट को 3000/-रु प्रति माह
(36,000/ रु प्रति वर्ष)
5- डिप्लोमाधारी को 1500/-रु प्रति माह
(18,000 रु प्रति वर्ष)
महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा !
बस... इसके अलावा और कुछ नहीं ! दिसंबर में तीन राज्यों राजस्थान मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव है। यही होगा ! कर्नाटक में 200 यूनिट फ़्री बिजली काम कर गया लगता है !
सरकार बनाने के लिए 113 सीटें चाहिए, उससे अधिक मिल गया।
जातिवाद, निजी स्वार्थ और तुच्छ लालचों पर मरता आत्मघाती हिन्दू समाज !
1- गृह लक्ष्मी... 2000/- रु प्रति माह प्रति महिला को
(प्रति वर्ष 24,000/- रु)
2- गृह ज्योति... 200 यूनिट महीना मुफ्त बिजली
(2000 यूनिट प्रति वर्ष)
3- अन्न भाग्य... 10 किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रति माह
(120 किलो प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति)
4- युवा निधि... ग्रेजुएट को 3000/-रु प्रति माह
(36,000/ रु प्रति वर्ष)
5- डिप्लोमाधारी को 1500/-रु प्रति माह
(18,000 रु प्रति वर्ष)
महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा !
बस... इसके अलावा और कुछ नहीं ! दिसंबर में तीन राज्यों राजस्थान मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव है। यही होगा ! कर्नाटक में 200 यूनिट फ़्री बिजली काम कर गया लगता है !
सरकार बनाने के लिए 113 सीटें चाहिए, उससे अधिक मिल गया।
जातिवाद, निजी स्वार्थ और तुच्छ लालचों पर मरता आत्मघाती हिन्दू समाज !
कर्नाटक के हिंदुओं पलायन के लिए तैयार रहो। अब आपके सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं आपने सुरक्षा को वोट ही नहीं दिया।
जिस आदमी के परिवार में न कोई उसके आगे है न कोई पीछे, वो 72 साल की उम्र में भी बिना थके इतना परिश्रम क्यों कर रहा है और किसके लिए कर रहा है, ये विचारणीय प्रश्न है ? 😳🧐😰
उससे भी बड़ा सवाल ये है कि विरोधी तो गालियां देते ही हैं, लेकिन तथाकथित समर्थकों की गालियां भी सह रहा है !
फिर भी क्यों अपने काम में लगा हुआ है ? समर्थक भी ऐसे हैं, जो समझते हैं कि एक वोट देकर या चुनाव में थोड़ा प्रचार करके उन्होंने एक गुलाम खरीद लिया है ! जिसे चुपचाप उनके इशारे पर चलना चाहिए !
पता नहीं मोदीजी को क्या पड़ी है, जो दिन-रात गालियां खाकर भी काम करते रहते हैं ! किसके लिए कर रहे हैं ? क्यों कर रहे हैं ?
प्रधानमंत्री से ज़्यादा शक्तिशाली पद भारत में कोई नहीं है। अगर सत्ता के लालच में ही इतनी मेहनत कर रहे हैं, तो वह तो 2014 में ही मिल चुकी है।
इस कुतर्क के हिसाब से तो मोदीजी को अब केवल सत्ता का सुख लूटना चाहिए और सरकारी सुविधाओं पर ऐश करना चाहिए था !
पता नहीं क्यों इधर से उधर भागदौड़ करते रहते हैं !
जब हर हाल में समर्थकों से भी गालियां ही खानी पड़ेंगी तो क्यों न चैन से बैठें और सुख-सुविधाओं का आनंद लें ?
जिस आदमी के परिवार में न कोई उसके आगे है न कोई पीछे, वो 72 साल की उम्र में भी बिना थके इतना परिश्रम क्यों कर रहा है और किसके लिए कर रहा है, ये विचारणीय प्रश्न है ? 😳🧐😰
उससे भी बड़ा सवाल ये है कि विरोधी तो गालियां देते ही हैं, लेकिन तथाकथित समर्थकों की गालियां भी सह रहा है !
फिर भी क्यों अपने काम में लगा हुआ है ? समर्थक भी ऐसे हैं, जो समझते हैं कि एक वोट देकर या चुनाव में थोड़ा प्रचार करके उन्होंने एक गुलाम खरीद लिया है ! जिसे चुपचाप उनके इशारे पर चलना चाहिए !
पता नहीं मोदीजी को क्या पड़ी है, जो दिन-रात गालियां खाकर भी काम करते रहते हैं ! किसके लिए कर रहे हैं ? क्यों कर रहे हैं ?
प्रधानमंत्री से ज़्यादा शक्तिशाली पद भारत में कोई नहीं है। अगर सत्ता के लालच में ही इतनी मेहनत कर रहे हैं, तो वह तो 2014 में ही मिल चुकी है।
इस कुतर्क के हिसाब से तो मोदीजी को अब केवल सत्ता का सुख लूटना चाहिए और सरकारी सुविधाओं पर ऐश करना चाहिए था !
पता नहीं क्यों इधर से उधर भागदौड़ करते रहते हैं !
जब हर हाल में समर्थकों से भी गालियां ही खानी पड़ेंगी तो क्यों न चैन से बैठें और सुख-सुविधाओं का आनंद लें ?
बंगलोर जिस राज्य की 80% मतदाता हिन्दू हैं। ऐसे राज्य में बजरंग दल जैसे धार्मिक संस्था को बंद करने के नाम पर भी कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती है उस देश मे हम हिन्दुराष्ट्र की कल्पना कर रहे हैं !😭😭😭
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Congratulations to divided Hindus of Karnataka for getting.💐
1. Ban on Bajrang Dal
2. Hijab in classrooms
3. PFI's political wing SDPI in Power
4. 75% caste based Reservation
5. 6% Reservation for Muslims
6. Sovereignty of Karnataka
7. Beef shops
8. Rohingyas and Bangladeshis neighbours
All Non-Islamic must Be Ashamed for Such result. Must have heard this Muslim Lecture. 😡🥵 Beware of this in coming Days. #Viral in Social_Media
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After the Karnataka Election result, President of Virat Hindustan Sangam, former Minister, Six terms MP, Member BJP, Harvard Ph.D (Economics), former Professor, Dr Subramnyam Swami tweets-
If Madhya Pradesh also goes then BJP will bec
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