उपनिषद से प्रेरित वाक्य के संदर्भ में UN महासचिव ने प्रेसवार्ता की, G-20 पर US राष्ट्रपति क्यों दे रहे विशेष महत्व...
जो बाइडेन, ऋषि शुनक सहित अन्य नेता पहुचें दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास- 7 लोक कल्याण मार्ग पर पर अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनौथ और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बैठक की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आज (8 सितंबर) शाम दिल्ली पहुंचने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के साथ डिनर और द्विपक्षीय वार्ता हुई। संभवतः चीन के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता और रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चर्चा हुई।
PM मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच बैठक में दोनों नेताओं ने भारत औऱ बांग्लादेश द्विपक्षीय सहयोग में विविधता लाने पर जोर दिया। इसके अलावा PM मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। कल, G-20 बैठकों के अलावा, प्रधानमंत्री यूनाइटेड किंगडम, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
निःसंदेह आज विश्व में भारत ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है। पिछले कुछ सालों में वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति काफी मजबूत हुई है। इसके साथ ही भारत दुनिया के मंच पर ग्लोबल लीडर के रूप में भी उभरा है। ऐसे में दुनिया की कई महाशक्तियों ने भारत को ध्यान देना शुरू कर दिया है।
#सोशल मीडिया से चुनिंदा पोस्ट...
आखिर अमेरिका भारत से क्या चाहता है ?
भारतीय सेना ने दिल्ली के तीन अस्पतालों को अपने कब्जे में लिया
Global leaders have arrived in Delhi to attend the G-20 Summit
#सोशल मीडिया से चुनिंदा पोस्ट...
(W.app- 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, विज्ञापन व सदस्यता हेतु)
नई दिल्ली में कल (9 सितंबर) से शुरू हो रहे 18वें G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने विश्व के अनेक नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ऑस्ट्रलिया के प्रधानमात्री एंथनी अल्बानिस, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अलसीसी, ओमान के सुलतान हातिम बिन तारिक, दक्षिणी अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा, रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतरश शामिल हैं।
हवाई अड्डे पहुंचने पर अतिथियों का पारंपरिक भारतीय लोक नृत्य और संगीत के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया। दो-दिवसीय शिखर सम्मेलन में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा से लेकर स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और जलवायु परिवर्तन तक कई विषयों पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है।
PM मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच बैठक में दोनों नेताओं ने भारत औऱ बांग्लादेश द्विपक्षीय सहयोग में विविधता लाने पर जोर दिया। इसके अलावा PM मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। कल, G-20 बैठकों के अलावा, प्रधानमंत्री यूनाइटेड किंगडम, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
इस बीच, PM मोदी ने विश्वास जताया, नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास में एक नया रास्ता तय करेगा। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने इस पर कहा, कि भारत की जी20 की अध्यक्षता में समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी रही है।
10 सितंबर (रविवार) को PM मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ एक कार्यकारी बैठक करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री कनाडा, कोमोरोस, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, यूरोपीय आयोग, ब्राजील और नाइजीरिया के राष्ट्राध्यक्षों साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
रुसी राष्ट्रपति पुतिन और शी जिनपिंग की अनुपस्थिति में जो बाइडेन के दौरे को और भी अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उल्लेखनीय है, कि अमेरिका ने पहले ही अपने कई बयानों से ये साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति बाइडेन भारत के इस सबसे बड़े इवेंट को खास तवज्जो दे रहे हैं। ऐसे में कई रिपोर्ट्स में ये सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर अमेरिका भारत से क्या चाहता है? आइए इसे विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं।
निःसंदेह आज विश्व में भारत ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है। पिछले कुछ सालों में वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति काफी मजबूत हुई है। इसके साथ ही भारत दुनिया के मंच पर ग्लोबल लीडर के रूप में भी उभरा है। ऐसे में दुनिया की कई महाशक्तियों ने भारत को ध्यान देना शुरू कर दिया है।
शी जिनपिंग के भारत दौरे पर न आने के निर्णय के बाद बाइडेन ने कहा था- वो इससे काफी निराश हुए हैं, हालांकि, जानकारों का मानना है कि चीनी राष्ट्रपति के भारत न आने से अमेरिका को चीन के खिलाफ अपना प्रभाव बढ़ाने का ये सुनहरा अवसर मिला है। इससे चीन के विस्तारवाद नीति के खिलाफ भारत को मजबूत कर चीन के दबदबा को कम किया जा सकता है। वैसे भी, अमेरिका पहले से ही ग्लोबल साउथ में चीन के हस्तक्षेप से परेशान है।
इसके अलावा अमेरिका ने अपने कई बयानों में भारत के साथ अपने संबंधों को लेकर बात की और जी20 समिट को इन संबंधों को बढ़ाने का एक अवसर भी बताया। संभावना जताई जा रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस समिट के मध्य विश्व बैंक में सुधार और अन्य बहुपक्षीय विकास बैंकों से जलवायु परिवर्तन और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ऋण पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
USA में प्रवासी भारतीयों का वोट बैंक
अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के वोट बैंक का सीधा संबंध भारत के साथ संबंध की ओर संकेत कर रहा है। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ((US Secretary of the Treasury)) जेनेट एल. येलेन ने भी कहा- US Secretary of the Treasury, Janet L. Yellen says "We hope to move forward our efforts such as supporting the global agriculture and food security program...Continuing to advance the US-India relationship will be a priority this week. We highly value our bilateral relationship with India. We also welcomed PM Modi to the US in June. The United States is the home to the largest Indian diaspora outside Asia and is India's largest export market..." -Janet L. Yellen (अमेरिका-भारत संबंधों को आगे बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होगी। हम भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को अत्यधिक महत्व देते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका एशिया के बाहर सबसे ज्यादा भारतीय प्रवासियों का निवास स्थान है और भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।')
G-20 से पहले ही PM मोदी का बड़ा रुतबा
20 देशों के लीडर्स जुटेंगे और दुनिया के कारोबार को कैसे सुगम बनाया जाए इस पर रणनीति बनाएंगे। भारत एक मेगा इवेंट आयोजित कर रहा है जिसमें ताकतवर देश यूएस के प्रेसिडेंट जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैंक्रॉन, यूके के पीएम ऋषि सुनक और तमाम बड़े नेता शिरकत करेंगे। सवाल यही है कि क्या एक विकासशील देश के लिए ये संभव था! और अगर अब ऐसा हुआ है तो यकीनन इसका ताज भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई दामोदर मोदी के सिर सजना चाहिए।
जी 20 समिट के लिए भारत को तुक्के पर मेजबानी नहीं मिली, बल्कि पिछले कुछ सालों में जिस तरह की छवि बनी है, उसने राह आसान बना दी। स्वास्थ्य, तकनीक से लेकर व्यवसाय तक में भारत अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है। पीएम के मंत्र वन फ्यूचर, वन फैमिली, वन नेशन की ओर दुनिया बड़ी उत्सुकता से देख भी रही है और साथ आगे भी बढ़ रही है।
दुनिया ने स्वीकारा भारतीय अर्थव्यवस्था को
पीएम मोदी के नेतृत्व में औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने और निर्यात बढ़ाने भारत सरकार ने मुक्त व्यापार सौदों (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) पर ध्यान दिया। इसकी दुनिया ने प्रसंशा की। प्रधानमंत्री अपने बीते विदेश दौरे पर सफल रहे, भारत के लिए अच्छा बाजार और बढ़िया सौदा करने में भी सफल हुए। साल 2021 से, भारत ने ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट समझौते किए हैं। पाइपलाइन में यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा संग इजरायल भी हैं।
इसके अलावा अमेरिका ने अपने कई बयानों में भारत के साथ अपने संबंधों को लेकर बात की और जी20 समिट को इन संबंधों को बढ़ाने का एक अवसर भी बताया। संभावना जताई जा रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस समिट के मध्य विश्व बैंक में सुधार और अन्य बहुपक्षीय विकास बैंकों से जलवायु परिवर्तन और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ऋण पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
USA में प्रवासी भारतीयों का वोट बैंक
अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के वोट बैंक का सीधा संबंध भारत के साथ संबंध की ओर संकेत कर रहा है। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ((US Secretary of the Treasury)) जेनेट एल. येलेन ने भी कहा- US Secretary of the Treasury, Janet L. Yellen says "We hope to move forward our efforts such as supporting the global agriculture and food security program...Continuing to advance the US-India relationship will be a priority this week. We highly value our bilateral relationship with India. We also welcomed PM Modi to the US in June. The United States is the home to the largest Indian diaspora outside Asia and is India's largest export market..." -Janet L. Yellen (अमेरिका-भारत संबंधों को आगे बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होगी। हम भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को अत्यधिक महत्व देते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका एशिया के बाहर सबसे ज्यादा भारतीय प्रवासियों का निवास स्थान है और भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।')
G-20 से पहले ही PM मोदी का बड़ा रुतबा
20 देशों के लीडर्स जुटेंगे और दुनिया के कारोबार को कैसे सुगम बनाया जाए इस पर रणनीति बनाएंगे। भारत एक मेगा इवेंट आयोजित कर रहा है जिसमें ताकतवर देश यूएस के प्रेसिडेंट जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैंक्रॉन, यूके के पीएम ऋषि सुनक और तमाम बड़े नेता शिरकत करेंगे। सवाल यही है कि क्या एक विकासशील देश के लिए ये संभव था! और अगर अब ऐसा हुआ है तो यकीनन इसका ताज भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई दामोदर मोदी के सिर सजना चाहिए।
जी 20 समिट के लिए भारत को तुक्के पर मेजबानी नहीं मिली, बल्कि पिछले कुछ सालों में जिस तरह की छवि बनी है, उसने राह आसान बना दी। स्वास्थ्य, तकनीक से लेकर व्यवसाय तक में भारत अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है। पीएम के मंत्र वन फ्यूचर, वन फैमिली, वन नेशन की ओर दुनिया बड़ी उत्सुकता से देख भी रही है और साथ आगे भी बढ़ रही है।
दुनिया ने स्वीकारा भारतीय अर्थव्यवस्था को
पीएम मोदी के नेतृत्व में औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने और निर्यात बढ़ाने भारत सरकार ने मुक्त व्यापार सौदों (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) पर ध्यान दिया। इसकी दुनिया ने प्रसंशा की। प्रधानमंत्री अपने बीते विदेश दौरे पर सफल रहे, भारत के लिए अच्छा बाजार और बढ़िया सौदा करने में भी सफल हुए। साल 2021 से, भारत ने ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट समझौते किए हैं। पाइपलाइन में यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा संग इजरायल भी हैं।
भारत की जी20 अध्यक्षता पर UN के महासचिव
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतेरस ने कहा- भारत की जी20 अध्यक्षता ऐसे क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने में मदद करेगी, जिनकी विश्व को अत्यधिक आवश्यकता है। भारत अल्प विकसित देशों के लिये विकास एजेंडे को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को लगातार दोहरा रहा है। जी20 शिखर सम्मेलन के संदर्भ में नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए श्री गुतेरस ने एक परिवार, एक पृथ्वी, एक भविष्य की विषयवस्तु को वर्तमान परिस्थितियों में अत्यधिक प्रासांगिक बताया। उन्होंने कहा कि यह वाक्य महा उपनिषद से प्रेरित है।
सुनें (वीडियो साभार-UNO)-
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतेरस (मध्य में ) दिल्ली में स्वागत-सम्मान के दौरान मीडिया को पोज़ देते हुए-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बैठक की
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की पृष्ठभूमि में नाइजीरिया के वित्त मंत्री अदेबायो ओलावाले एडुन और बजट मंत्री अबुबकर अतीकू बागुडु के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अनेक क्षेत्रों में आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने नाइजीरिया के लोगों को उनके विकास पथ में भारतीय ऋण सुविधा, केंद्रीय बैंकों की सहायता, नीति आयोग के साथ सहयोग और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान के माध्यम से भारत के निरंतर समर्थन से अवगत कराया। श्री एडुन ने नाइजीरिया की अर्थव्यवस्था के विकास में भारतीय मूल के नाइजीरिया के नागरिकों के समृद्ध योगदान की भी सराहना की। सुश्री सीतारामन ने अमरीका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन से भी मुलाकात की। उन्होंने महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों के समाधान के लिए जी20 की प्राथमिकताओं और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।
भारतीय सेना ने दिल्ली के 3 अस्पतालों को कब्जे में लिया
जी-20 शिखर सम्मेलन को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना ने दिल्ली के तीन अस्पतालों को अपने कब्जे में लिया है, ताकि जरूरत पड़ने पर दिल्ली आये विदेशी मेहमानों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके। सेना ने अपने आर्मी रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल को स्टैंडबाय पर रखा है। इसके अलावा जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय सेना का बम निरोधक दस्ता आयोजन स्थल से लेकर हवाई अड्डे तक तैनात किया गया है।
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(सभी फोटो, वीडियो साभार- सोशल मीडिया से)----
Stage set for 18th G20 Summit beginning tomorrow
Global leaders arrived in Delhi to attend the G-20 Summit
Several Global leaders have arrived in the national capital Delhi to attend the G-20 Summit, beginning from tomarrow (9 Sept 2023). The leaders include US President Joe Biden, UK Prime Minister Rishi Sunak, Japanese Prime Minister Fumio Kishida, Prime Minister of Canada Justin Trudeau, Australia's Prime Minister Anthony Albanese, President of Argentina Alberto Fernandez, Egypt’s President Abdel Fattah al-Sisi Sultan of Oman Haitham Bin Tarik, South African President Cyril Ramaphosa, Russian Foreign Affairs Minister Sergey Lavrov and UN Secretary-General António Guterres.
The visiting dignitaries were given a rousing reception at the airport with traditional Indian Folk Dances and Music. Several issues ranging from food and energy security to clean energy transition and climate change are expected to be deliberated at length by the world's leading economies during the two-day G-20 Summit.
India is leveraging its G-20 Presidency to establish itself as a global powerhouse, advocating for the hopes and aspirations of many developing nations. One of the key takeaways of India's G20 Presidency is the revolutionization of Digital Payment Infrastructure. Briefing media in New Delhi today (8 Sept), G-20 Sherpa Amitabh Kant said, very few people knew about Digital Payment Infrastructure earlier, but it has been taken forward extensively. He further said that the Digital Payment Infrastructure has been widely accepted as a way to bring financial inclusion. He also said, the New Delhi Leaders Declaration is almost ready and will be recommended to the leaders during the G-20 Summit. In the pre-summit briefing, Mr Kant said the Leaders' Declaration will be the voice of the global south and developing countries. He also spoke about the key priorities for India's G20 presidency.
UN Secretary-General António Guterres today said, India's G20 Presidency will help lead to the kind of transformative change the world so desperately needs. Briefing media in New Delhi in the context of the G20 Summit, he emphasised that the 'One Family, One Earth, One Future' finds profound resonance in today's world.
भारत में आपका स्वागत है...
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के दिल्ली पहुंचने पर स्वागत करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Welcome to Bharat -
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We’re celebrating “U.S.-India Friendship Month” in September, a time to honor the friendship and bond between our nations.
Our month-long journey kicked off with a special video message from American Center Director Elizabeth Lee. -@USAndKolkata
#USIndiaTogether #USIndiaDosti
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आज मां भारती की बागडोर एक ऐसे अवतारी पुरुष
@narendramodi जी के हाथ में हैं जो भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने की राह पर अग्रसर कर रहा है....... भारत के बढ़ते रुतबे से हम सब भारतवासी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.... भारत माता की जय
@narendramodi जी के हाथ में हैं जो भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने की राह पर अग्रसर कर रहा है....... भारत के बढ़ते रुतबे से हम सब भारतवासी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.... भारत माता की जय
-@DrRamOfficial
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