असाधारण और सर्वोच्च सेवा का सम्मान "भारत रत्न", लालकृष्ण आडवाणी भारत के सर्वोच्‍च सम्‍मान...


"भारत रत्न" से सम्‍मानित होने वाले 50वें व्‍यक्ति 
(धर्म नगरी / 
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भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो किसी क्षेत्र में असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्‍यता देने के लिये प्रदान किया जाता है। यह सम्मान राजनीति, कला, साहित्‍य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है। भारत रत्न प्रदान करने का शुभारम्भ 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने किया। राजनीति के महारथी लालकृष्ण आडवाणी भारत के सर्वोच्‍च सम्‍मान- भारत रत्न से सम्‍मानित होने वाले 50वें व्‍यक्ति होंगे।

पहला सम्मान स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में दिया गया था। तब से कई लोगों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए यह सम्मान दिया जा चुका है।

साल 1954 में भारत रत्न केवल जीवित व्यक्ति को ही दिया जाता था, लेकिन 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिए जाने का प्रावधान जोड़ा गया। एक साल में केवल तीन भारत रत्न ही दिए जाते हैं। अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न सम्मान दिया गया है। आखिरी बार यह सम्मान साल 2019 में दिया गया था। साल 2019 में समाज सेवा के क्षेत्र में नानाजी देशमुख (मरणोपरांत), कला क्षेत्र में डॉक्टर भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) और भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

सम्मानित व्यक्ति को मिलती हैं ये सुविधाएं
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को भारत सरकार द्वारा एक प्रमाणपत्र एवं एक मेडल दिया जाता है। हालांकि, इस सम्मान के साथ कोई धनराशि नहीं मिलती है। भारत रत्न पाने वाले सम्मानित व्यक्ति को सरकारी विभाग सुविधाएं देते हैं। रेलवे ऐसे व्यक्ति को फ्री रेल यात्रा की सुविधा प्रदान करता है।
इस सम्मान से सम्मानित व्यक्ति को मुख्य सरकारी कार्यक्रमों में सम्मिलित होने निमंत्रण दिया जाता है।

पूर्व उप-प्रधानमंत्री एवं वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को कल (3 फरवरी) भारत रत्न देने की PM मोदी ने घोषणा की। इससे पूर्व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा हुई। 
राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में व्यक्ति के अभूतपूर्व योगदान को ध्यान में रखकर दिया  जाने वाला देश का सर्वोच्च सम्मान अब तक निम्न व्यक्तियों को प्रदान किया गया है- 

मोदीजी ने दे दिया "गुरु दक्षिणा", भाजपा 'पितृ-ऋण' से मुक्त हुई, "भारत रत्न" से सम्मानित होंगे लालकृष्ण आडवाणी Link-  http://www.dharmnagari.com/2024/02/Bharat-Ratna-to-LK-Advani-PM-Modi-gave-Guru-Dakshina-Advani-ne-Karachi-me-lagaya-Sangh-ki-Shakha.html

पहली बार साल 1954 में पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन, डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन,और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके बाद साल 1955 में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और डॉ. भगवान दास को भारत रत्न सम्मान दिया गया था। (जानकारों के अनुसार नेहरू एवं इंदिरा गाँधी ने स्वयं को भारत रत्न दिया, जिसे लेकर सोशल मीडिया में उनके जयंती पर व्यंग भी किए जाते हैं ) इसके पश्चात...

1957 में पंडित गोविंद वल्लभ पंत को यह सम्मान दिया गया। फिर 1958 में डॉ. धोंडो केशव कर्वे को यह सम्मान प्रदान किया गया।

1961 में पुरुर्षोत्तम दास टंडन, बिधान चंद्र रॉय को यह सम्मान दिया गया था।

1962 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को यह सम्मान दिया गया था।

1963 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

1963 में डॉ. पांडुरंग वामन काणे को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

1966 में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान प्रदान किया गया।

1971 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भारत रत्न सम्मान मिला।

1975 में वीवी गिरी को भारत रत्न सम्मान दिया गया था।

1976 में के.कामराज को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1980 में मदर टेरेसा को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1983 में आचार्य विनोवा भावे को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1987 में खान अब्दुल गफ्फार खान को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1988 में मनिदुर गोपालन रामचन्द्रन को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1990 में दक्षिण अफ्रीका के डॉ. नेल्सन रोलीहलाहला मंडेला, डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1991 में पूर्व PM राजीव गांधी (मरणोपरांत), मोरारजी रणछोड़जी देसाई , सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1992 में सत्यजीत रे को मरणोपरांत, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1997 में अरुणा आसफ अली (मरणोपरांत), गुलजारी लाल नंदा (मरणोपरांत) और पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम आजाद को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1998 में मदुरै शन्मुखवदिवु सुब्बालक्ष्मी , चिदम्बरम सुब्रमण्यम, गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

1999 में जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रो. अमर्त्य सेन, पंडित रविशंकर को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

2001 में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, सुश्री लता दीनानाथ मंगेशकर को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

2009 में पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

2014 में भारतीय क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज सचिन रमेश तेंदुलकर, प्रोफेसर चिंतामणि नागेसा रामचन्द्र राव को भारत रत्न सम्मान दिया गया था।

2015 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया।

2019 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, डॉ. भूपेन्द्र कुमार हजारिका (मरणोपरांत), नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) को भारत रत्न सम्मान दिया गया था।

2024 में बिहार के पूर्व CM जननायक कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत) एवं पूर्व उप-प्रधानमंत्री एवं वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को प्रदान किया जाएगा।  

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प्रयागराज माघ मेले में इस वर्ष भी "सूचना केंद्र हेल्प-लाइन सेवा" माघ मेला-2024 लगाया गया है। श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु शिविर की सेवा में आप भी "धर्म नगरी" को या शिविर के आयोजन में स्वेच्छापूर्वक किसी प्रकार का सहयोग करें। अपना सहयोग देकर निःसंकोच पूंछे- कि आपके कहाँ कहाँ उपयोग हुआ ? सम्पर्क करें- मो. / वाट्सएप- 6261868110 मो. 9752404020 ईमेल- dharm.nagari@gmail.com हेल्प-लाइन नंबर- 8109107075 पूर्ववत ही है।

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