आमलकी एकादशी : एकादशी बन रहे शुभ योग, पांच राशि के जातकों हेतु शुभ, करें ये उपाय


अक्षय नवमी के समान है आमलकी एकादशी का महत्व 
धर्म नगरी / DN News
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आमलकी एकादशी के दिन बुधवार 20 मार्च को कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसका लाभ पाँच राशियों के जातकों को होगा। ज्योतिर्विदों के अनुसार, चंद्रमा अपनी ही राशि कर्क में हैं और गुरु ग्रह के साथ चतुर्थ दशम योग बना रहे हैं, जिसे केंद्र योग भी कहा जाता है। इससे "आमलकी एकादशी" के दिन गजकेसरी नामक शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ रवि-योग और पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग समेत अन्य शुभ-फलदायक योग बन रहे हैं 

फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाने वाली आमलकी एकादशी को आंवला एकादशी और रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, जो 20 मार्च (बुधवार) को मनाई जाएगी। मान्यतानुसार, आमलकी एकादशी का महत्व अक्षय नवमी के समान होता है। इस व्रत को रखने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा भी मिलती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी एकादशी के दिन महादेव और माता पार्वती विवाह के पश्चात काशी नगरी गए और होली खेली थी। आमलकी एकादशी के दिन ही आंवला की पूजा का भी खास महत्व होता है। आमलकी एकादशी की पूजा में आंवला के महत्व और पूजा-विधि है-

भगवान विष्णु ने जनकल्याण के लिए अपने शरीर से पुरुषोत्तम मास की एकादशियों सहित कुल 26 एकादशियों को उत्पंन किया। गीता में भी श्रीकृष्ण समस्त एकादशियों को अपने ही समान बलशाली बताया है। आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ-साथ आंवले की पूजा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन आंवले की पूजा का विशेष विधान है। माना जाता है, सृष्टि के निर्माण से पहले आंवले के वृक्ष की उत्पत्ति हुई थी। वहीं, आंवले के वृक्ष को श्रीहरि का प्रिय भी माना जाता है। कहते हैं कि एकादशी के दिन आंवले के स्मरण मात्र से ही गोदान का फल मिलता है और इस पेड़ को एकादशी पर छूने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है।  

रंगभरी या आमलकी एकादशी पर आंवला की पूजा करने एकादशी की पूजा में आंवला सम्मिलित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आमलकी एकादशी का व्रत रखकर आंवले की जड़ में कच्चा दूध चढ़ाना शुभ मानते हैं। इस दिन आंवले के पेड़ पर रोली, अक्षत, पुष्प और गंध डालना अच्छा होता है। आंवले के पेड़ के नीच दीप प्रज्वलित किया जा सकता है। कहते हैं ऐसा करने पर घर में सुख-समृद्धि आती है।  

आंवले की पूजा करते हुए माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का स्मरण करना शुभ होता है। एकादशी के दिन जप, तप और दान की भी अत्यधिक विशेषता होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हुए तुलसी के पत्तों को भी पूजा में शामिल करना अति शुभ होता है। 

आंवले के पूजन का महत्व
पदम पुराण के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी के साथ-साथ आंवले के वृक्ष की पूजा का खास विधान है। क्योंकि इसी दिन सृष्टि के आरंभ में सबसे पहले आंवले के वृक्ष की उत्पत्ति हुई थी। आंवला वृक्ष भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इसके स्मरण मात्र से गोदान का फल मिलता है, स्पर्श करने से दोगुना और फल भक्षण करने से तिगुना फल प्राप्त होता है। इसके मूल में विष्णु, उसके ऊपर ब्रह्मा, तने में रूद्र, शाखाओं में मुनिगण, टहनियों में देवता, पत्तों में वसु, फूलों में मरुदगण  और फलों में समस्त प्रजापति वास करते हैं।'' अतः यह सब पापों को हरने वाला परम पूज्य वृक्ष है। इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर नारायण की पूजा करने से एक हजार गौ दान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।

आमलकी एकादशी पर करें उपाय 
- अगर आप वैवाहिक जीवन में सुख-शांति चाहते हैं, तो आमलकी एकादशी व्रत करें और सुबह स्नान करने के बाद आंवले के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध अर्पित कर पुष्प, अक्षत, रोली और गंध चढ़ाएं। साथ ही सच्चे मन से पूजा करें और पेड़ की 7 परिक्रमा लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
- आमलकी एकादशी के दिन घर में आंवले के पेड़ को लगाना बेहद शुभ माना गया है। इस पेड़ के प्रभाव से सकारात्मक ऊर्जा और धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। नियमित रूप से आंवले के पेड़ की पूजा और जल अर्पित करने से धन में वृद्धि होती है।
- इसके अलावा आमलकी एकादशी के अवसर पर आंवले को कुछ समय के लिए जल में रखें और इसके बाद पानी को पूरे घर में छिड़क दें। साथ ही 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से घर में सुख-शांति आती है और गृह क्लेश की परेशानी दूर होती है।

आमलकी एकादशी से जुड़ी पौराणिक कथा
पौराणिक कथा है, प्राचीन समय में वैदिक नामक नगर में चैत्ररथ नामक चंद्रवंशी राजा राज्य करते थे। इस नगर में सभी लोग विष्णु जी के भक्त थे और एकादशी का व्रत किया करते थे। एक बार फाल्गुन शुक्ल एकादशी के दिन सभी भक्तजन व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और रात्रि जागरण कर रहे थे, तभी वहां एक शिकारी आया। वह भी वहां रुककर भगवान विष्णु की कथा तथा एकादशी का महात्म्य सुनने लगा। इस प्रकार उस शिकारी ने अपनी पूरी रात जागरण करते हुए व्यतीत की। अगले दिन वह घर गया और भोजन करके सो गया। कुछ दिनों बाद ही उनका निधन हो गया। शिकारी के पापों के कारण उसे नरक भोगना पड़ता, लेकिन उसने अनजाने में आमलकी एकादशी व्रत कथा सुनी थी और जागरण भी किया था, इसलिए उसने राजा विदूरथ के घर जन्म लिया और उसका नाम वसुरथ रखा गया।

एक दिन वसुरथ जंगल में भटक गया और एक पेड़ के नीचे सो गया। उस पर कुछ डाकुओं ने हमला कर दिया, लेकिन उनके अस्त्र-शस्त्र का राजा पर कोई असर नहीं हुआ। जब राजा की नींद खुली तो उन्होंने पाया कि कुछ लोग जमीन पर मृत पड़े हुए हैं। उन्हें देखकर राजा समझ गए कि वह उसे मारने आए थे। तभी आकाशवाणी हुई कि हे राजन भगवान विष्णु ने तेरी जान बचाई है। तुमने पिछले जन्म में आमलकी एकादशी की व्रत कथा सुना था और यह उसी का फल है। मान्यता है जो विष्णु भक्त आमलकी एकादशी की पूजा- व्रत करके कथा सुनते हैं,उनके सभी कष्ट भगवान विष्णु स्वयं हर लेते हैं।    

आमलकी एकादशी को उक्त योग निम्न पांच राशियों के लिए भाग्यशाली रहेगा। इन राशियों के व्यापार में अच्छा सुधार आएगा, धर्म-कर्म के कार्यों में मन लगेगा। बुधवार का दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश और ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह को समर्पित है, ऐसे में कल इन 5 राशियों पर भगवान विष्णु के साथ भगवान गणेश का आशीर्वाद भी मिलेगा। इस दिन (20 मार्च) कुछ उपायों के करने से कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होगी और भगवान गणेश की कृपा से सभी विघ्न दूर होंगे...

मेष राशि  
मेष राशि वालों को अनेक शुभ समाचार मिलने के योग बन रहे हैं। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले अपने माता-पिता का आशीर्वाद अवश्य लें, जिससे आपके कार्य बिना किसी अड़चन के सफल होंगे। जीवनसाथी के साथ आप कहीं लॉन्ग ड्राइव पर जाने की योजना भी बना सकते हैं, जिससे आप दोनों के बीच दूरियां कम होंगी और प्रेम में बढ़ोतरी होगी। करियर के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का डटकर सामना करेंगे, जिससे बड़े लोगों आपसे प्रभावित होंगे एवं उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। मेष राशि के विद्यार्थी भगवान गणेश की कृपा से पढ़ाई लिखाई में एकाग्रता बढ़ेगी और शिक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे। उपाय- आर्थिक कष्टों से मुक्ति के लिए गणेशजी को सिंदूर अर्पित करें और हरे कपड़े में पांच मुट्ठी साबुत हरी मूंग बांधकर पोटली बना लें और उसे गणेश मंत्रों के साथ जल में प्रवाहित कर दें।

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कर्क राशि 
 कर्क राशि वालों के जीवन के सभी क्षेत्रों में कल प्रगति के पूर्ण योग हैं, वाहन व संपत्ति आदि की प्राप्ति भी हो सकती है। 
धन आने से आर्थिक स्थिति प्रबल होने के प्रबल योग हैं। प्रफेशनल लाइफ में किए जाने वाले प्रयासों में अच्छी सफलता मिलेगी, जिससे आपकों वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सराहना मिलेगी। सरकारी योजनाओं का आपको पूरा लाभ मिलने की भी पूरी संभावना है।  व्यापारियों को भी उल्लेखनीय लाभ होगा और अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में भी सक्षम होंगे। कोई लंबित महत्वपूर्ण काम आमलकी एकादशी (20 मार्च) को भगवान गणेश की कृपा से पूरा हो जाएगा। उपाय- आर्थिक उन्नति के लिए बुधवार को 7 साबुत कौड़ियां और एक मुट्ठी हरी मूंग दाल को हरे कपड़े में बांधकर मंदिर की सीढ़ियों पर रखें दें।

तुला राशि 
जिन कार्यों में अड़चन का सामना करना पड़ रहा है, भगवान गणेश की कृपा से अड़चन दूर हो जाएगी और कार्य पूरे हो जाएंगे। परिवार के सदस्यों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे, संतान पक्ष से आपको कोई शुभ समाचार मिलने एवं परिवार में किसी शुभ आयोजन को लेकर चर्चा हो सकती है। व्यापार में किसी बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ा परिश्रम करेंगे, जिसमें सफल होने के पूर्ण योग भी बन रहे हैं। सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिलने के पूर्ण योग बन रहे हैं। घर और बाहर सभी जगह अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे और प्रतिष्ठा व ऐश्वर्य में अच्छी वृद्धि भी होगी। उपाय- मनोकामना पूर्ति के लिए सात बुधवार तक मूंग के लड्डुओं का भोग गणेशजी को लगाएं। इससे कुंडली में बुध की स्थिति भी मजबूत होती है।

धनु राशि  
धनु राशि वालों का कल एकादशी होने से धार्मिक कार्यों में मन लगेगा, दान-पुण्य के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। अधिकाधिक धन कमाने की इच्छा रहेगी और भाग्य इसमें आपका साथ भी देगा। 
परिवार में सुख शांति रहेगी और सभी सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बना रहेगा। साझेदारी में कोई काम शुरू करना आपके लिए अच्छा रहेगा और दीर्घकालिक निवेश से भी आपको अच्छा फायदा मिलेगा। अगर आप बच्चे के करियर को लेकर चिंतित हैं, तो कल आप किसी दोस्त से इस बारे में बात कर सकते हैं, जिससे आपको अच्छी सलाह होगी। बिजनस में कहीं फंसा हुआ आपका पैसा कल वापस मिलने के योग हैं। उपाय- बाधाओं और रोगों से मुक्ति के लिए बुधवार को किन्नरों को हरे वस्त्र दान करें, मंदिर या अभावग्रस्त लोगों को हरी मूंग का दान करें।

कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों हेतु यह दिन 
शुभ होगा। अपने सभी लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास करेंगे और भगवान गणेश की कृपा से आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति भी मिलेगी। विद्यार्थी बेहतर परीक्षा परिणाम से खुश रहेंगे और वे अपने परिवार से कोई फरमाइश कर सकते हैं। आप कुछ पैसा निवेश योजनाओं में लगा सकते हैं, जिससे आपके बैंक बैलेंस पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। व्यापारियों को अपने निर्णय लेने की क्षमता का पूरा लाभ मिलेगा और व्यापार में अच्छा फायदा भी होगा। सामाजिक गतिविधियों में शामिल होकर आप अच्छा नाम कमाएंगे और खास लोगों से आपकी जान पहचान भी बढ़ेगी। आपको भाइयों से अच्छा लाभ मिलेगा और कल कोई नया काम शुरू करना आपके लिए बेहतर रहेगा। उपाय- नौकरी व व्यवसाय में उन्नति के लिए बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर उसमें घी व शक्कर मिलाकर गाय को खिला दें।
(विशेष- उक्त जानकारी एवं उपाय विशेषज्ञों के अनुसार है। आप अपने ज्योतिष सलाह लेते हुए उपायों को पूर्ण आस्था व विश्वास के साथ करें।)   

आमलकी एकादशी पर करें ये शुभ काम
 श्रीकृष्ण का अभिषेक करें और कृं कृष्णाय नम: मंत्र का जप करें। श्रीकृष्ण के साथ गौ माता की भी पूजा जरूर करें। किसी गौशाला में गायों की देखभाल के लिए दान-पुण्य करें,
 भगवान विष्णु की पूजा के साथ ही विष्णुजी के मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जप करते रहें,
किसी मंदिर में पूजन सामग्री का सामान जैसे कुमकुम, चंदन, मिठाई, तेल-घी, हार-फूल, भगवान के वस्त्र आदि का दान करें,
 आमलकी एकादशी पर खाने में आंवले का सेवन जरूर करें। आंवले का रस भी पी सकते हैं। आंवले का दान भी करें,
 माता अन्नपूर्णा अन्न की देवी है। इस तिथि पर देवी की पूजा करें और अभावग्रस्त लोगों अन्न का दान करें।

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