माघ मेला के अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालुओं ने किया स्नान, CM योगी ने की सभी के कल्याण की कामना


प्रयागराज संगम क्षेत्र में "शिवरात्रि" पर स्नान करते श्रद्धालु @DharmNagari 
प्रयागराज ब्यूरो 
 (धर्म नगरी / DN News)    
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माघ मेला के अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार को सुबह से ही संगम के घाटों पर स्नान करने वालों भक्तों की भारी भीड़ आने लगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयाग में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आए सभी साधु-संतों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन किया है। उन्होंने कहा- "भगवान भोलेनाथ और माँ गंगा सभी का कल्याण करें, यही प्रार्थना है।" 

मेला प्रशासन के अनुसार, सुबह आठ बजे तक लगभग चार लाख भक्तों ने स्नान कर पुण्य अर्जित किया। लाखों शिवभक्तों ने संगम तट स्थित त्रिवेणी में स्नान करने के बाद शिव मंदिरों में भगवान शिव की आराधना करने के लिए भीड़ उमड़ी रही। दर्शन कराने हेतु मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था की पूरी व्यवस्था किये गये हैं। जगह-जगह भण्डारे भी चल रहे हैं।

माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर शाम 6 बजे तक 9.70 लाख लोगों ने यहां गंगा और पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। माघ मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि आज सुबह से स्नानार्थियों का संगम क्षेत्र में आना जारी रहा और शाम छह बजे तक करीब 9.70 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया। नगर के विभिन्न शिव मंदिरों में भारी संख्या में लोगों ने शिवलिंग पर माला फूल, दुग्ध आदि चढ़ाए और अभिषेक किया।

पुलिस उपमहानिरीक्षक (माघ मेला) डाक्टर राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि नगर के मनकामेश्वर मंदिर, सोमेश्वर महादेव मंदिर और नागवासुकी मंदिर पर सुरक्षा के व्यापक व्यवस्था किए गए और वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान सुनिश्चित किए गए।

मेला प्रशासन के अनुसार, स्नानार्थियों की सुविधा के लिए घाटों की लंबाई 6800 फुट से बढ़ाई गई और कुल 12 घाट बनाए गए। सभी घाटों पर पर्याप्त संख्या में वस्त्र बदलने की सुविधा स्थापित की गई है। मान्यता है, कि महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन भोलेनाथ का विभिन्न पवित्र वस्तुओं से पूजन एवं अभिषेक किया जाता है विशेषकर बेलपत्र, धतूरा, अबीर, गुलाल, बेर आदि अर्पित किया जाता है।

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ऐसी मान्यता है, कि महाशिवरात्रि पर सच्चे हृदय से व्रत रखकर संगम में डुबकी लगाकर शिव स्तुति करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। 
शिव मंदिर ॐ नमः शिवाय के जाप से गुंजायमान हो उठे। शिवालयों में भगवान शंकर का अभिषेक, पूजन चल रहा है। शिव मंदिरों में भक्तों ने शिव की आराधना करने के दौरान ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप किया और शिव को खुश करने के लिए दूध, बेल पत्ती, मदार, धतूरा, भांग, भस्म, कनेर का पुष्प आदि चढ़ाया। इसके साथ ही शिव भक्तों ने शिव चालीसा, शिव तांडव, शिव पुराण आदि का पाठ भी किया। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित शिवभक्तों ने मंदिर में भजन कीर्तन शुरू किया। शहर के तमाम शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का आवागमन जारी है।
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