क्या करें, जब गर्मी को लेकर दिमाग में डर बैठ जाए ! गर्मी के मौसम में ज्यादा थकान क्यों होती है ?

'समर एंग्जाइटी' की समस्या से तनावग्रस्त की समस्या 

(धर्म नगरी / 
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गर्मी में इन दिनों लोगों को 'समर एंग्जाइटी' हो रही है। यह डिसऑर्डर किसी भी समय हो सकता है और मानसिक थकावट की वजह बन सकता है। इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?

गर्मी के मौसम में कुछ लोगों को 'समर एंग्जाइटी' की समस्या होने लगती है। इस अवस्था में व्यक्ति अधिक मूडी और तनावग्रस्त होने का अनुभव करता है। व्यक्ति के मन में उदासी या अवसाद की भावना रहती है। शारीरिक रूप से घबराहट होती है, मांसपेशियों में जकड़न और तेज धड़कन अनुभव होती है, पैनिक अटैक का अनुभव होता है, नींद नहीं आती, घूमने-फिरने से डर लगता है और अनजानी चिंता बनी रहती है।

गर्मियों में दिन बड़े होते हैं, जिस कारण आपके सोने-जागने का चक्र गड़बड़ा जाता है। तापमान अगर ज्यादा होगा तो नींद में खलल पड़ सकता है। शारीरिक दृष्टिकोण से अधिक गर्मी के लक्षण चिंता (सांस की तकलीफ, पसीना, लालिमा और हृदय गति में वृद्धि) की तरह अनुभव हो सकते हैं, जिससे अधिक परेशानी हो सकती है। इस मौसम को आप नहीं बदल सकते, परन्तु स्वयं कुछ सावधानियां रख  सकते है, जैसे कि जब आपको लगे कि एंग्जाइटी (चिंता) हो रही है तो उसी समय उस माहौल से बाहर निकलने का प्रयास करें। कुछ देर के लिए खुद को आराम दें और ठीक से सांस लेने का प्रयास करें। जिन चीजों पर आप काम कर रहे हैं, उनसे छोटा-सा ब्रेक लेने से इस तरह की समस्याओं को हल करने में सहायता मिलती है।

आपको जब बेचैनी के लक्षण दिखाई देने लगे, तब किसी भी ऐसी चीज पर ध्यान केंद्रित करें, जिससे अच्छा अनुभव कर सकें। ऐसा करना चिंता कम करने में बहुत सहायक होता है। अपना ध्यान किसी काम पर केंद्रित रखने से ध्यान भटकने में मदद मिलती है। किसी विशेष वस्तु को पकड़ते समय गहरी सांसें लें और घबराहट की भावना पर नियन्त्रण पाने का प्रयास करें। गर्मी की तपिश और उमस परेशान कर सकती है। प्रयास करें-
✔ दोपहर के समय ठंडी जगह पर रहें
✔ ठंडे पानी से नहाने का प्रयास करें
✔ ताजा जूस और शेक से स्वयं को हाइड्रेट करें और खूब पानी पीएं
✔ हीट स्ट्रोक से बचने के लिए आप जहां भी जाएं, अपने हाथ में चलने वाले पंखे हमेशा साथ रखें
✔ ढीले-ढाले, सांस लेने वाले कपड़े पहनें और सीधे धूप में जाने से बचें
✔ सोने का अच्छा शेड्यूल बनाने का प्रयास करें और जितना हो सके, गर्मियों की धूप से बचें। 
इन सारे उपायों के बाद भी अगर आप 'समर एंग्जाइटी' की समस्या से जूझ रहे हैं तो चिकित्सकीय सहायता लेना आवश्यक हो जाता है।

सकारात्मक बातों में ध्यान लगाएं
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, गर्मियों में दिन बड़े होते हैं। इस कारण दिनचर्या गड़बड़ा जाती है। खाली समय में दिमाग सोचता रहता है और मन में
नकारात्मक विचार आते हैं। इससे मन में चिंता, भय और अवसाद घर कर जाता है। इससे बचने के लिए आवश्यक है, कि अपने काम को सुनियोजित करें। जो भी कार्य कर रहे हैं, उसे ध्यानपूर्वक करें। इस अवस्था से बाहर आने के लिए ध्यान, व्यायाम और डीप ब्रीथिंग का अभ्यास कर सकते हैं। सकारात्मक बातों पर अपना ध्यान लगाएं। अगर स्थिति ज्यादा खराब लगे, तो अविलंब चिकित्सक से परामर्श करें।

कब स्थिति गंभीर हो जाती है ?
गर्मी में जब तापमान बढ़ता है, ऐसे में हम जब बाहर जाते हैं, काम करते हैं तो थकान होती है. शरीर में एनर्जी की कमी का अनुभव होता है। इसका मुख्य कारण है, शरीर में पानी की कमी होना. ज़्यादा पसीना आता है। ऐसे में शरीर से कुछ इलेक्ट्रोलाइट निकलते हैं जैसे सोडियम, पोटाशियम, क्लोराइड. ये पसीने के माध्यम से शरीर से निकलते हैं। इनकी कमी हो जाती है। कई बार पानी की कमी के कारण बीपी कम हो जाता है। हीट सिंड्रोम में ज़्यादा गर्मी में रहने के कारण ज़्यादा पसीना आता है. मसल क्रैम्प्स होते हैं. उल्टी आती है. सिर दर्द होता है. चिड़चिड़ापन महसूस होता है। इसी के गंभीर रूप को हीट स्ट्रोक कहते हैं. अगर मेंटल कन्फ्यूजन हो रहा है, मूर्छा (बेहोशी) का अनुभव हो रही है, तो ये हीट स्ट्रोक के लक्षण हैं। हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान बढ़ने लगता है. पसीना आने से शरीर ठंडा रहता है. शरीर के तापमान को कम करने के लिए पसीना आता है. ज़्यादा देर गर्मी के रहने के बाद कई बार पसीना निकलना बंद हो जाता है. जब पसीना आना बंद हो जाता है तो शरीर का तापमान बढ़ने लगता है जो बहुत ख़तरनाक हो सकता है. अगर इसका इलाज नहीं किया गया तो मौत भी हो सकती है. अगर लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं। 

गर्मी में थकान अधिक क्यों होती है ? क्या होता है समर फैटीग
आपने अनुभ किया होगा, कि गर्मियों में बाकी मौसमों की तुलना में अधिक थकान होती है. इसे "समर फैटीग" कहते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं। गर्मियों के मौसम में थोड़ी देर काम करने में ही पसीने छूट जाते हैं. गर्मी में हम अधिक देर तक तक काम नहीं कर पाते हैं, कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा शरीर में होने वाली पानी की कमी की वजह से होता है. लेकिन सिर्फ पानी की कमी ही वजह नहीं है. बढ़ा तापमान (temperature) हमारे शरीर में ऊर्जा को घटाने का काम करता है. इसलिए गर्मियों के मौसम में व्यक्ति थकान का अनुभव अधिक करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, धूप में अधिक समय व्यतीत करने से शरीर के लिए इससे निपटना मुश्किल हो जाता है और हम समर फैटीग यानी गर्मियों में होने वाली थकान का अनुभव करते हैं। 

समर फैटीग की कई कारणों से हो सकता है, जिसमें पहला कारण अधिक देर तक धूप में समय बिताना है, इससे बॉडी में नींद लेने और उठने के लिए जिम्मेदार हार्मोन मेलाटोनिन प्रभावित होता है। यही कारण है, ज्यादा गर्मी में थकान भी ज्यादा ही होती है. लंबे समय तक या ज्यादातर बाहर रहने वाले लोगों के साथ ऐसा ज्यादा होता है. हालांकि, गर्मियों में ज्यादा थकान होने के कुछ और कारण भी हैं। 

इसका दूसरा कारण शरीर में पानी की कमी हो जाना है। बॉडी में पानी की कमी होने पर गर्मी का असर बढ़ जाता है. इसलिए गर्मियों के मौसम में ज्यादा पानी पीने की सलाह भी दी जाती है. इससे गर्मी लगने पर बढ़े तापमान के कारण निकलने वाले पसीने से होने वाली पानी की कमी को कंट्रोल किया जा सकता है। 

विशेष खान-पान भी आवश्यक 
एक शोध के अनुसार, गर्मी में होने वाली थकान से बचने ने लिए पानी के अतिरिक्त विशेष खान-पान भी आवश्यक होता है। इस मौसम में आपको अपने खान-पान को लेकर सतर्क रहना चाहिए. गर्मियों में अधिक कार्बोहाइडेड वाले फूड लेने से शरीर को इन्हे पचाने में काफी समय लगता है। जिस कारण से पाचन प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है, जिससे शरीर के तापमान को संतुलित रखने में दिक्कत होती है। 

अल्कोहल से बचें
रिपोर्ट के अनुसार, गर्मियों में अल्कोहल जैसी शरीर से अधिक पानी निकालने वाली चीजों के सेवन से बचना चाहिए. इनसे शरीर में पानी की कमी बढ़ जाती है. अपने आहार में सलाद, रसीले फल और सब्जियां सम्मिलित करना चाहिए। 

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गर्मियों के मौसम में तेज धूप और अधिक तापमान आपके शरीर से एनर्जी छीन लेते हैं। इस मौसम में शरीर से बहुत अधिक पसीना निकलता है, जिससे शरीर बहुत जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है। इसलिए गर्मियों में पानी का सेवन अधिक करने की सलाह दी जाती है। वहीं, गर्मियों में थकान होने का एक बड़ा कारण हमारा खानपान भी है। इस मौसम में हमें भूख कम लगती है, लेकिन शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान करने के लिए समय-समय पर भोजन करना महत्वपूर्ण है। अगर आप संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेते हैं, तो यह आपके गर्मियों में ठंडा और शांत अनुभव करने में भी मदद करता है, आपको हाइड्रेट रखता है और थकान से छुटकारा दिलाता है।

चुकंदर (Beetroot)- चुकंदर पोषक तत्वों से भरपूर फूड है। इसमें नाइट्रेट्स मौजूद होते हैं, जो हमारे रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। जो आपको प्राकृतिक रूप से एनर्जेटिक महसूस कराता है। साथ ही कुछ लोगों में हीमोग्लोबिन या खून की कमी के कारण भी थकान की समस्या होती है, जिससे छुटकारा दिलाने में चुकंदर बहुत फायदेमंद है। चुकंदर का सेवन करने से शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है।
पुदीना (Mint)-  पुदीने में मेंथोल नामक एक्टिव इंग्रीडिएंट होता है, जो आंत की परतों को ठीक करने में मदद करता है। आयुर्वेद की मानें तो यह शरीर की गर्मी (अग्नि) को कम करने में मदद करता है, जिससे आपको गर्मी के मौसम में भी ठंडा रहने में मदद मिलती है, आप थकान का भी अनुभव नहीं करते हैं।

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