#Mahakumbh_2025_ कलाओं और संस्कृति का अद्भुत संगम है, एकता का महायज्ञ है, प्रयागराज की इस धरती पर...
...एक नया इतिहास रचने जा रहा है : PM
- "महाकुंभ जैसे आयोजनों से होता है देश में सकारात्मकता का प्रसार" ![]() |
संगम नोज प्रयागराज में पूजा-अर्चना कर संगम में दूध चढ़ाते हुए #Dharm_Nagari_ |
प्रयागराज ब्यूरो (धर्म नगरी / DNNews)
(वाट्सएप 8109107075 -न्यूज़, महाकुंभ-2025 की कवरेज, सदस्यता, कॉपी बटवाने हेतु)
आज का प्रयागराज दुनिया में प्रमुख स्थान रखता है। यहां एकता और सामूहिकता का अनोखा समागम देखने को मिलता है। महाकुंभ मेला हजारों साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। यहां कलाओं और संस्कृति का अद्भुत संगम होता है। यह एकता का महायज्ञ है। यहां संगम में डुबकी लगाने वाला देश के कोने कोने से आते हैं और हरेक शख्स एक रंग में समा जाते हैं। महाकुंभ ऐसा अवसर लेकर आता है जहां जाति भेद, संप्रदाय भेद बिल्कुल मिट जाते हैं। ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (13 दिसंबर) प्रयागराज पहुंचने पर परेड ग्राउंड में आयोजित जनसभा अपने संबोधन में कहा।
संगम नोज पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने एक बार फिर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने साधु संतों से मिले एवं उनका अभिवादन किया। भेंट के समय एक संत ने प्रधानमंत्री को मोतियों की माला पहनाई। इसके बाद प्रधानमंत्री सीधे संगम नोज पर बने पंडाल में पहुंचे। यहां उपस्थित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। प्रधानमंत्री मोदी के अगल-बगल में योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल ने भी आसन ग्रहण किया।
पीएम मोदी ने ये भी कहा-
- इस बार के महाकुंभ की चर्चा पूरी दुनिया में होगी। मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता के लिए आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
- महाकुंभ जैसे आयोजनों से देश में सकारात्मकता का प्रसार होता है। इसके रूप अलग-अलग हो सकते हैं, स्थान अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सबका उद्देश्य एक ही है।
- पहले की सरकारों के दौर में महाकुंभ के रखरखाव पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया। आज हमारी सरकार में हम धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से प्रमुख शहरों को भव्य और दिव्य बनाने के अभियान में जुटे हैं।
प्रयागराज रचेगा नया इतिहास
महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाई कर्मियों का प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, यह दुनिया का इतना बड़ा आयोजन है, जहां रोजाना लाखों श्रद्धालु आएंगे। उनके स्वागत और सेवा की तैयारी, लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ, एक नया नगर बसाने का महा-अभियान, ये सब आसान बात नहीं। प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने 5,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा, इसका उद्देश्य प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए सुविधाएं बढ़ाना और शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
बताया प्रयागराज का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रयागराज में केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं हैज् जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं तो सभी दैवीय शक्तियां, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महर्षि प्रयाग में आ जाते हैं। ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते। यहां की प्रशंसा वेद की ऋचाओं में की गई है। प्रयाग वो जगह है, जहां पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहां पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं।
सुनें-
गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के "त्रिवेणी" संगम में पूजा-अर्चना कर संगम में दूध चढ़ाया। त्रिवेणी में अक्षत, चंदन,रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। आज से ठीक एक माह पश्चात 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। संगम में गंगा-पूजन के पूर्व प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। विशिष्ट रूप से तैयार किए गए "कुंभ-कलश" का कुंभाभिषेक भी किया। पौराणिक कालीन अक्षय वट (वृक्ष) और हनुमान मंदिर का भ्रमण किया। पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री द्वारा पूजित कुंभ कलश को कुंभ क्षेत्र में स्थापित करने के बजाय, उनके दिल्ली स्थित आवास पर भेजा गया। कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया, कि यह कलश प्रधानमंत्री के आग्रह पर उनके आवास पर स्थापित किया जाएगा।
महाकुंभ मेले की तैयारियों को देखने एवं विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने "तीर्थराज" पहुंचे पीएम ने कहा, हमारी सरकार ने विरासत के साथ-साथ विकास पर भी ध्यान दिया है। हम देश के धार्मिक शहरों को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के अभियान में जुटे हैं। उन्होंने महाकुंभ मेला की तैयारियों को देखने-समझने के साथ बढ़वा वाले (लेटे) हनुमान कॉरिडोर और अक्षयवट कॉरिडोर के विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली। साथ ही 5,500 करोड़ की स्वीकृत विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। अंत में पीएम ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं केशव मौर्य, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के "त्रिवेणी" संगम में पूजा-अर्चना कर संगम में दूध चढ़ाया। त्रिवेणी में अक्षत, चंदन,रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। आज से ठीक एक माह पश्चात 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। संगम में गंगा-पूजन के पूर्व प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। विशिष्ट रूप से तैयार किए गए "कुंभ-कलश" का कुंभाभिषेक भी किया। पौराणिक कालीन अक्षय वट (वृक्ष) और हनुमान मंदिर का भ्रमण किया। पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री द्वारा पूजित कुंभ कलश को कुंभ क्षेत्र में स्थापित करने के बजाय, उनके दिल्ली स्थित आवास पर भेजा गया। कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया, कि यह कलश प्रधानमंत्री के आग्रह पर उनके आवास पर स्थापित किया जाएगा।
महाकुंभ मेले की तैयारियों को देखने एवं विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने "तीर्थराज" पहुंचे पीएम ने कहा, हमारी सरकार ने विरासत के साथ-साथ विकास पर भी ध्यान दिया है। हम देश के धार्मिक शहरों को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के अभियान में जुटे हैं। उन्होंने महाकुंभ मेला की तैयारियों को देखने-समझने के साथ बढ़वा वाले (लेटे) हनुमान कॉरिडोर और अक्षयवट कॉरिडोर के विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली। साथ ही 5,500 करोड़ की स्वीकृत विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। अंत में पीएम ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं केशव मौर्य, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
----------------------------------------------
प्रयागराज महाकुंभ-2025 पर "धर्म नगरी" साधु-संतों, श्रद्धालुओं तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों, संस्थाओं आदि की सुविधा एवं जानकारी प्रदान करने हेतु "महाकुंभ विशेषांकों" प्रकाशित कर रहा है। इसके साथ महाकुंभ मेले हेतु "सूचना केंद्र, हेल्प-लाइन सेवा" शिविर का संचालन, प्रदर्शनी, तीर्थयात्रियों हेतु क्षेत्र में निःशुल्क चाय, दवा वितरण व पैर में थकान/पीड़ा से राहत देने मसाजर मशीन (शिविर में) आदि की सेवा प्रदान किया जाएगा। विशेष अंकों के प्रकाशन के साथ मेले में उपेक्षित हो / कर दिए जाने वाले धर्मनिष्ठ साधु-संतों धर्माचार्यं आदि को मीडिया-पीआर सेवा भी दिया जा रहा है। इन सभी कार्यों आर्थिक सहयोग करने या अन्य किसी प्रकार से स्वेच्छापूर्वक सहयोग करने हेतु धर्मनिष्ठ संत, सक्षम व्यक्ति, NRI कृपया निःसंकोच संपर्क करें +91-810 910 7075 मोबाइल/वाट्सएप ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com
----------------------------------------------
पीएम मोदी ने ये भी कहा-
- इस बार के महाकुंभ की चर्चा पूरी दुनिया में होगी। मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता के लिए आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
- महाकुंभ जैसे आयोजनों से देश में सकारात्मकता का प्रसार होता है। इसके रूप अलग-अलग हो सकते हैं, स्थान अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सबका उद्देश्य एक ही है।
- पहले की सरकारों के दौर में महाकुंभ के रखरखाव पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया। आज हमारी सरकार में हम धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से प्रमुख शहरों को भव्य और दिव्य बनाने के अभियान में जुटे हैं।
प्रयागराज रचेगा नया इतिहास
महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाई कर्मियों का प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, यह दुनिया का इतना बड़ा आयोजन है, जहां रोजाना लाखों श्रद्धालु आएंगे। उनके स्वागत और सेवा की तैयारी, लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ, एक नया नगर बसाने का महा-अभियान, ये सब आसान बात नहीं। प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने 5,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा, इसका उद्देश्य प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए सुविधाएं बढ़ाना और शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
बताया प्रयागराज का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रयागराज में केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं हैज् जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं तो सभी दैवीय शक्तियां, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महर्षि प्रयाग में आ जाते हैं। ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते। यहां की प्रशंसा वेद की ऋचाओं में की गई है। प्रयाग वो जगह है, जहां पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहां पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं।
PM inaugurated the major temple corridors
Prime Minister Modi launched development projects worth around 5500 crore Rupees, which includes various rail and road projects to boost infrastructure and provide seamless connectivity in Prayagraj. He inaugurated the major temple corridors, which include Bharadwaj Ashram corridor, Shringverpur Dham corridor, Akshayvat corridor, Hanuman Mandir corridor among others. He said that his government is working towards enrichment of the culture and heritage.
In line with his commitment towards Swachh and Nirmal Ganga, the PM inaugurated projects of interception, tapping, diversion and treatment of minor drains leading to river Ganga, which will ensure zero discharge of untreated water into the river. While speaking at a public gathering in Sangam area of Prayagraj, after formally inaugurating the Mahakumbh-2025, which will officially start from 13th of January next year, PM Narendra Modi said-
- Mahakumbh 2025 will be such a Mahayagya of Unity and Equality, which will guide the nation and will be discussed all over the world.
- A new history will be created on the sacred land of Prayagraj during Mahakumbh, which is a rare event symbolizing the power of collectiveness and ending every kind of inequality.
----------------------------------------------
इसे भी पढ़ें / देखें-
☟
http://www.dharmnagari.com/2024/12/Railway-Minister-Ashwini-Vaishnaw-inspected-Prayagraj-Junction--other-stations-said-Rly-expend-5000-Cr-for-Mahakumbh-preparation.html
#Mahakumbh_2025_ अब तक के सभी कुंभ से भव्य-दिव्य होगा महाकुंभ : योगी
☟
http://www.dharmnagari.com/2024/12/CM-Yogi-hold-meetings-visit-several-places-gave-instructions.html
महाकुंभ नगर के नाम पर जल्द बनेगा नया जिला, लापता बच्चों को खोजेंगे "फेस रिकग्निशन" कैमरे
☟
http://www.dharmnagari.com/2024/10/Mahakumbh-Nagar-a-new-temporary-district-will-be-soon-Mahakumbh-2025.html
----------------------------------------------
"धर्म नगरी" व DN News का विस्तार प्रत्येक जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में हो रहा है। प्रतियों को नि:शुल्क देशभर में धर्मनिष्ठ संतो आश्रम को भेजने हेतु हमें दानदाताओं की आवश्यकता है। साथ ही "धर्म नगरी" के विस्तार हेतु बिजनेस पार्टनर / प्रसार प्रबंधक की आवश्यकता है। -प्रबंध संपादक email- dharm.nagari@gmail.com Twitter- @DharmNagari W.app- 8109107075
बैंक का डिटेल "धर्म नगरी" की सदस्यता, शुभकामना-विज्ञापन या दान अथवा अपने नाम (की सील के साथ) से लेख / कॉलम / इंटरव्यू सहित "धर्म नगरी" की प्रतियां अपनों को देशभर में भिजवाने हेतु है। आपके सहयोग से हम आपके ही नाम से "धर्म नगरी" की प्रति आप जहाँ चाहते हैं, भिजवाते / बटवाते हैं। सहयोग हेतु हम किसी झूठ या फर्जी बातों का सहारा नहीं लेते, क्योंकि "धर्म नगरी" का जनवरी 2012 से अव्यावसायिक रूप से प्रकाशन किया जा रहा है -प्रसार प्रबंधक
महाकुंभ-2025 में प्रकाशित हो रहे विशेषांकों में अपना सहयोग (आपके जिले से लगने वाले मेले में शिविर की न्यूज़, शुभकामना, विज्ञापन आदि) से अपने जिले या महाकुंभ मेला के समय "मेले के किसी भी सेक्टर" में रहते हुए आप भी "धर्म नगरी" से जुड़ सकते हैं। सम्पर्क करें- 6261 868 110 या 9752 404020 या अपने बारे में ईमेल करें- prayagrajkumbh2025@gmail.com
☞ "धर्म नगरी" को मिलने वाले शुभकामना, किसी प्रकार के सहयोग या विज्ञापन से हम संबंधित व्यक्ति, आश्रम, संस्था के नाम से प्रतियां भेजते हैं, क्योंकि "धर्म नगरी" का प्रकाशन अव्यावसायिक है। कृपया अपना सहयोग (दान) केवल "धर्म नगरी" के चालू खाते नंबर- 325397 99922, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) IFS Code- CBIN0007932, भोपाल के माध्यम से अथवा ऑनलाइन मोबाइल द्वारा- 8109107075 पर (धर्म नगरी के नाम) या नीचे QR कोड को स्कैन कर सीधे भेजें एवं इसकी जानकारी तुरंत हमें दें। प्रकाशन में विभिन्न आर्थिक खर्च भी है, इसलिए हम राष्ट्रवादी व सनातन हिंदुत्व -प्रेमियों से आर्थिक सहयोग की अपेक्षा करते है।
कथा हेतु- व्यासपीठ की गरिमा एवं मर्यादा के अनुसार श्रीराम कथा, वाल्मीकि रामायण, श्रीमद भागवत कथा, शिव महापुराण या अन्य पौराणिक कथा करवाने हेतु संपर्क करें। कथा आप अपने बजट या आर्थिक क्षमता के अनुसार शहरी या ग्रामीण क्षेत्र में अथवा विदेश में करवाएं, हमारा कथा के आयोजन की योजना, मीडिया-प्रचार आदि में सहयोग रहेगा। -प्रसार प्रबंधक "धर्म नगरी / DN News" मो.9752404020, 8109107075-वाट्सएप ट्वीटर / Koo / इंस्टाग्राम- @DharmNagari ईमेल- dharm.nagari@gmail.com यूट्यूब- #DharmNagari_News
अपनी प्रतिक्रिया, सुझाव या विचार नीचे कमेंट बॉक्स [POST A COMMENT] में अवश्य दें...
------------------------------------------------
----------------------------------------------
आपके नाम से होगा
यदि आप भी महाकुंभ-2025 जैसे पवित्र एवं धार्मिक आयोजन में, साधु-संतों, श्रद्धालुओं तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों, संस्थाओं आदि की सुविधा एवं जानकारी प्रदान करने हेतु प्रकाशित हो रहे "महाकुंभ विशेषांकों" या अन्य सेवा कार्यों में किसी भी प्रकार से स्वेच्छापूर्वक सहयोग देना चाहते हों या सहभागी बनना चाहते हों, तो आप भी संगम तीर्थ-क्षेत्र में पुण्य के कार्य से जुड़ें। संपर्क करें +91-810 910 7075 मोबाइल/वाट्सएप ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com
उल्लेखनीय है, महाकुंभ मेले हेतु "सूचना केंद्र, हेल्प-लाइन सेवा" शिविर का संचालन, प्रदर्शनी, तीर्थयात्रियों हेतु क्षेत्र में निःशुल्क चाय, दवा वितरण व पैर में थकान/पीड़ा से राहत देने मसाजर मशीन (शिविर में) आदि की सेवा प्रदान किया जाएगा। विशेष अंकों के प्रकाशन के साथ मेले में उपेक्षित हो/कर दिए जाने वाले धर्मनिष्ठ साधु-संतों धर्माचार्यं आदि को मीडिया-पीआर सेवा भी दिया जा रहा है। ये सभी कार्य जितने महत्वपूर्ण एवं उपयोगी हैं, हमारे पास संसाधन उतने ही सीमित हैं। मेले हेतु सर्वे-संपर्क व कॉलिंग का कार्य बीते नवंबर से हो रहा है, ताकि मेले की समस्त महत्वपूर्ण एवं आवश्यक जानकारी मेले से पहले एकत्र कर कंप्यूटर में feed हो जाए। इन सभी कार्यों आर्थिक सहयोग करने या अन्य किसी प्रकार से स्वेच्छापूर्वक सहयोग करने हेतु धर्मनिष्ठ संत, सक्षम व्यक्ति, NRI कृपया निःसंकोच संपर्क करें +91-6261868110 मोबाइल / वाट्सएप या ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com पर पूरी जानकारी हेतु मेल करें।
----------------------------------------------
Post a Comment