अयोध्या, मथुरा, काशी, चित्रकूट व विंध्यवासिनी धाम में उमड़ा संगम से लौटे श्रद्धालुओं का रेला

मौनी अमावस्या स्नान कर पांचों स्थानों पर पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ 
- दर्शन हेतु लगी लंबी-लंबी लाइन, शहर में वाहनों से जाम की स्थिति
- मौनी अमवस्या के दूसरे दिन 30 जनवरी को "गुप्त नवरात्रि" का प्रथम दिन 
- चित्रकूट में मंदाकिनी में 20 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
धर्म नगरी / DN News महाकुंभ नगर
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मौनी अमावस्या पर तीर्थराज प्रयाग में अमृत स्नान के बाद लौटे श्रद्धालुओं का दबाव अमावस्या के अगले दिन (30 जनवरी) को अयोध्या, मथुरा, काशी सहित चित्रकूट एवं विंध्याचल धाम पर बढ़ गया। अनेक स्थानों पर भीड़ को नियंत्रण करने पुलिस ने बैरिकेड लगाए। वहीं, हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए घंटों लाइन में खड़े होकर प्रतीक्षा करते दिखे।

अयोध्या
दशरथ महल से हनुमानगढ़ी के रास्ते को बंद किया गया। गोंडा, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर व लखनऊ रोड पर होल्डिंग एरिया बनाया गया है। बाराबंकी से गुजरा लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे पुलिस के नियंत्रण में रहा। लगातार तीसरे दिन (30 जनवरी) अयोध्या की ओर वाहनों के जाने पर प्रतिबंध रहा। गोंडा जिले में पुराने सरयू पुल पर वाहनों के आने-जाने पर रोक है। अमेठी से लगती अयोध्या सीमा को सील कर दिया गया है।

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प्रयागराज महाकुंभ-2025 पर "धर्म नगरी" साधु-संतों, श्रद्धालुओं तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों, संस्थाओं आदि की सुविधा व जानकारी हेतु "महाकुंभ विशेषांकों" प्रकाशित कर रहा है। पहले विशेषांक के बाद दूसरे विशेषांक का प्रकाशन "मौनी अमावस्या" (29 जनवरी) के पहले "धर्म नगरी" द्वारा किया जा रहा है। विशेषांक में आप भी संगम क्षेत्र के आयोजित अपने शिविर (कैम्प) की जानकारी, शिविर में होने वाले कार्यक्रम प्रकाशित करवा सकते हैं। यदि आप विशेष कवरेज के साथ "विशेषांकों" को इसकी लागत (प्रेस में छपाई खर्च) देकर बटवाना भी चाहते हैं, तो संपर्क करें +91 8109107075 वाट्सएप ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com
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गंगा बड़ी न गोदावरी, न तीरथ बड़े प्रयाग !
सबसे बड़ी अयोध्या नगरी, जहां राम लीन्ह अवतार !!
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में आये श्रद्धालु बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिसे देखते हुए अमावस्या के एक दिन पहले (28 जनवरी)  श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए अयोध्या के पास-पड़ोस के भक्तजनों से श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने निवेदन किया- यदि आप 15-20 दिन के बाद दर्शन हेतु पधारें, जिससे दूर-दूर से (अन्य राज्यों से) आने वाले भक्त आसानी से रामलला के दर्शन कर पाएंगे।
अयोध्या में मौनी अमावस्या के एक दिन पहले (28 जनवरी) की भीड़ का वीडियो क्लिप देखें-
अयोध्या की गलियों में जहां तक नजर जा रही है, वहां तक सिर ही सिर नजर आ रहे हैं। ये लोगों की आस्था है जो किसी भी मुश्किल को झेलकर अपने आराध्य के दर्शन करना चाहते हैं।
Neither Ganga nor Godavari is big, nor Prayag is big as a pilgrimage!
The biggest city Ayodhya, where Ram took incarnation!!
As far as the eye can see in the streets of Ayodhya, there are heads everywhere. This is the faith of the people who want to have the darshan of their idol by facing any difficulty.

माँ विंध्यवासिनी
मीरजापुर जिले में गुप्त नवरात्र के पहले दिन (30 जनवरी) विंध्याचल धाम में श्रद्धालुओं की भादि भीड़ हो गई। स्थानीय प्रसाशन के अनुसार, 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए। गंगा में स्नान के बाद मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन का कर्म आधी रात से प्रारम्भ होकर दूसरे दिन गुरुवार देर शाम तक चलता रहा। सभी गलियां श्रद्धालुओं से पटी रहीं।
त्रिकोण-क्षेत्र मां विंध्यवासिनी के जयकारे गूंजते रहे। श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी के अनुसार, चैत्र और वासंतिक नवरात्र में भी एक दिन में कभी इतनी संख्या में श्रद्धालु नहीं आए। इस बार श्रद्धालुओं का नया रिकॉर्ड बना है।

चित्रकूट
चित्रकूट में गुरुवार (30 जनवरी) दिन में लगभग 40 हजार वाहन प्रयागराज से लौटे, तो शहर में दिनभर जाम लगा रहा। इससे श्रद्धालुओं को मंदाकिनी में स्नान करने 10-15 किमी पैदल जाना पड़ा। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गुरुवार को मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई। कामदगिरि की परिक्रमा लगाई। पुलिस जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं को रोकती रही। पूरी सुरक्षा व्यवस्था पैरामिलिट्री फोर्स ने संभाल रखी है।

वाराणसी
वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की लगभग दो किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। औसतन 6-7 घंटे तक लाइन में लगकर श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन हो रहे हैं। यही हाल बाबा काल भैरव के दर्शन का भी है। यहां भी भक्तों की लंबी लाइन लग रही हैं। गुरुवार को लगभग आठ लाख भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। भक्तों की लंबी कतारों के चलते केवल झांकी दर्शन ही हो पा रहे हैं। गुरुवार (30 जनवरी) भोर में 2:45 बजे मंगला-आरती आरंभ हुई। इसके पश्चात दर्शन-पूजन का क्रम आरंभ हुआ। गेट नंबर-4 की ओर से लगी लाइन चौक से होती हुई मैदागिन के आगे तक गई।

मथुरा-वृंदावन

मथुरा-वृंदावन में गुरुवार (30 जनवरी) को भीड़ का दबाव बढ़ने से समस्या हुई। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि और वृंदावन में सुबह से ही ठाकुरजी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर परिसर में दो श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव से स्वास्थ्य खराब होने की सूचना है। दोनों को उपचार के बाद सामान्य होने पर परिजन उन्हें ले गए। चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, मंदिर में अधिकांश भक्तों की स्वास्थ्य खराब होने का कारण भीड़ के बीच खाली पेट और अपनी नियमित दवा न लेकर आना है। इसलिए श्रद्धालुओं को सुझाव है कि मंदिर एवं भीड़ वाले स्थलों पर खाली पेट न आएं और यदि किसी रोग की दवा चल रही है, तो उसे साथ अवश्य लेकर आएं।

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महाकुंभ में भगदड़, डेढ़ दर्जन श्रद्धालुओं की मौत की सूचना, जो नीचे गिरा उठ नहीं सका
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गंगा, यमुना व सरस्वती पंडाल में प्रतिदिन सांस्कृतिक व भक्तिमय प्रस्तुति
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महाकुंभ में डुबकी लगानी है, तो मेला क्षेत्र में भी रखें कम से कम 8-10 किलोमीटर पैदल चलने का साहस
https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Mele-me-Sangam-snan-Traffic-plan-pilgrims-have-to-walk-8-10Km-or-more.html
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