महाकुम्भ के सबसे बड़े स्नान पर्व- मौनी अमावस्या पर 12 Km में बने 44 स्नान घाटों पर स्नान, रहेगा ट्रैफिक डायवर्जन
सभी घाटों पर दिनभर 5 से 6 राउंड पुष्प वर्षा
- पहले राउंड का आयोजन प्रातः 6.30 से 7 बजे के
धर्म नगरी / DN News महाकुंभ नगर
(वा.एप- 8109107075 महाकुंभ विशेषांको व 'स्मृति विशेषांक" में न्यूज़, कवरेज, कॉपी बटवाने हेतु)
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारी की है। मेला प्रशासन के अनुसार, 11 लाख श्रद्धालु हर घंटे संगम में डुबकी लगा सकेंगे, जबकि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ तक श्रद्धालुओं के 12 किलोमीटर की सीमा में बनाए गए 44 स्नान घाट स्नान करने का अनुमान है। इस अमृत स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं पर आसमान से लगभग 25 कुंतल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की जाएगी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पांच कुंतल अतिरिक्त गुलाब की पंखुड़ियां भी तैयार रखी गई हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पुष्प वर्षा की संख्या को बढ़ाया जा सके। मौनी अमावस्या पर सभी घाटों पर दिनभर 5 से 6 राउंड पुष्प वर्षा की जाएगी। पहले राउंड का आयोजन प्रातः 6.30 से 7 बजे के बीच होगा।
मौनी अमावस्या पर अनुमानित दस करोड़ लोगों के अमृत स्नान को दृष्टिगत रखते हुए बड़े स्तर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें- 10 जिलों के डीएम, 12 आइएएस और 70 पीसीएस अधिकारी सम्मिलित है। मेला एवं पुलिस प्रशासन की सभी 25 सेक्टरों में बसे मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर दृष्टि है, जिसके लिए 2700 सीसीटीवी कैमरों एवं दो कंट्रोल रूम कार्य कर रहे हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए प्लान एक, दो और तीन बनाए गए
वाराणसी, लखनऊ, कानपुर, बांदा, मीरजापुर समेत अन्य सड़क मार्ग, ट्रेन और हवाई जहाज से भी लगातार तीर्थ यात्री आ रहे हैं। इन सबको देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने "इनर कॉर्डन" और "आउटर कॉर्डन" के अनुरूप सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबंधन के अनुसार योजना बनाकर लागू की गई है। प्लान एक, दो और तीन बनाए गए हैं, जिसे भीड़ के अनुसार लागू किया जाएगा।
अस्पतालों में बढ़ी सतर्कता
मौनी अमावस्या के लिए मेला क्षेत्र से लेकर शहर तक के सभी अस्पतालों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। संगम और गंगा नदी के अन्य घाटों पर जल एंबुलेंस, आइसीयू, आकस्मिक सेवा कक्ष तथा वार्ड में आवश्यक चिकित्सा संसाधन, दवाएं, किसी बड़ी आपदा की स्थिति में जरूरी इलाज की व्यवस्था सुलभ कराई गई है। लगभग 1000 स्वास्थ्य कर्मी महाकुंभ मेला क्षेत्र के अस्पतालों में लगाए गए हैं। 125 एंबुलेंस और 23 अस्पताल 30 जनवरी तक हर पल मरीजों के इलाज के लिए तैयार रहेंगे।
पार्किंग स्थल वाहनों से भरे, रैन बसेरों में जगह नहीं
महाकुंभ नगर में मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर ही प्रमुख सड़कों से लेकर मेले के सभी मार्ग एवं उप-मार्ग (गाटा मार्ग) तक श्रद्धालुओं की भीड़ हैं। साधु-संतों से लेकर कल्पवासियों और संस्थाओं के शिविर में रुकने को कहीं कोई स्थान शेष नहीं बचे हैं। पार्किंग स्थल वाहनों से भर गए हैं। रैन बसेरों में रुकने के लिए कोई जगह ही नहीं बची है।
लगभग 7.50 लाख वाहनों की क्षमता के कुल 105 पार्किंग स्थलों में अधिकांश में कोई जगह नहीं बची है। मेला के प्रवेश मार्गों- शहर हो या यमुना पार नैनी, मेले के गंगा पार झूंसी या फाफामऊ, सभी सड़कें श्रद्धालुओं से भर गईं। संगम समेत सभी सहित 44 घाट मंगलवार-बुधवार (28-29 जनवरी) आधी रात से स्नानार्थियों से भरने लगे।
- पहले राउंड का आयोजन प्रातः 6.30 से 7 बजे के
धर्म नगरी / DN News महाकुंभ नगर
(वा.एप- 8109107075 महाकुंभ विशेषांको व 'स्मृति विशेषांक" में न्यूज़, कवरेज, कॉपी बटवाने हेतु)
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारी की है। मेला प्रशासन के अनुसार, 11 लाख श्रद्धालु हर घंटे संगम में डुबकी लगा सकेंगे, जबकि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ तक श्रद्धालुओं के 12 किलोमीटर की सीमा में बनाए गए 44 स्नान घाट स्नान करने का अनुमान है। इस अमृत स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं पर आसमान से लगभग 25 कुंतल गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की जाएगी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पांच कुंतल अतिरिक्त गुलाब की पंखुड़ियां भी तैयार रखी गई हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पुष्प वर्षा की संख्या को बढ़ाया जा सके। मौनी अमावस्या पर सभी घाटों पर दिनभर 5 से 6 राउंड पुष्प वर्षा की जाएगी। पहले राउंड का आयोजन प्रातः 6.30 से 7 बजे के बीच होगा।
मौनी अमावस्या पर अनुमानित दस करोड़ लोगों के अमृत स्नान को दृष्टिगत रखते हुए बड़े स्तर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें- 10 जिलों के डीएम, 12 आइएएस और 70 पीसीएस अधिकारी सम्मिलित है। मेला एवं पुलिस प्रशासन की सभी 25 सेक्टरों में बसे मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर दृष्टि है, जिसके लिए 2700 सीसीटीवी कैमरों एवं दो कंट्रोल रूम कार्य कर रहे हैं।
वाराणसी, लखनऊ, कानपुर, बांदा, मीरजापुर समेत अन्य सड़क मार्ग, ट्रेन और हवाई जहाज से भी लगातार तीर्थ यात्री आ रहे हैं। इन सबको देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने "इनर कॉर्डन" और "आउटर कॉर्डन" के अनुरूप सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबंधन के अनुसार योजना बनाकर लागू की गई है। प्लान एक, दो और तीन बनाए गए हैं, जिसे भीड़ के अनुसार लागू किया जाएगा।
मौनी अमावस्या के लिए मेला क्षेत्र से लेकर शहर तक के सभी अस्पतालों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। संगम और गंगा नदी के अन्य घाटों पर जल एंबुलेंस, आइसीयू, आकस्मिक सेवा कक्ष तथा वार्ड में आवश्यक चिकित्सा संसाधन, दवाएं, किसी बड़ी आपदा की स्थिति में जरूरी इलाज की व्यवस्था सुलभ कराई गई है। लगभग 1000 स्वास्थ्य कर्मी महाकुंभ मेला क्षेत्र के अस्पतालों में लगाए गए हैं। 125 एंबुलेंस और 23 अस्पताल 30 जनवरी तक हर पल मरीजों के इलाज के लिए तैयार रहेंगे।
पार्किंग स्थल वाहनों से भरे, रैन बसेरों में जगह नहीं
महाकुंभ नगर में मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर ही प्रमुख सड़कों से लेकर मेले के सभी मार्ग एवं उप-मार्ग (गाटा मार्ग) तक श्रद्धालुओं की भीड़ हैं। साधु-संतों से लेकर कल्पवासियों और संस्थाओं के शिविर में रुकने को कहीं कोई स्थान शेष नहीं बचे हैं। पार्किंग स्थल वाहनों से भर गए हैं। रैन बसेरों में रुकने के लिए कोई जगह ही नहीं बची है।
लगभग 7.50 लाख वाहनों की क्षमता के कुल 105 पार्किंग स्थलों में अधिकांश में कोई जगह नहीं बची है। मेला के प्रवेश मार्गों- शहर हो या यमुना पार नैनी, मेले के गंगा पार झूंसी या फाफामऊ, सभी सड़कें श्रद्धालुओं से भर गईं। संगम समेत सभी सहित 44 घाट मंगलवार-बुधवार (28-29 जनवरी) आधी रात से स्नानार्थियों से भरने लगे।
मौनी अमावस्या प्रमुख मार्गों का यातायात डायवर्जन
महाकुम्भ मेला के दूसरा व सबसे प्रमुख राजसी (शाही) स्नान मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ दो दिन पहले से आने लगी। इसे ध्यान में रखते हुए महाकुम्भ मेला मे श्रद्दालुओं के आने के प्रमुख मार्गों का यातायात डायवर्जन निम्न प्रकार किया है-
1.कौशाम्बी, से वाराणसी जाने वाले बड़े वाहनों को प्रयागराज शहर में न आने हेतु डायवर्जन प्लान-
जनपद कौशाम्बी की ओर से आने वाले वाहन कोखराज जनपद कौशाम्बी से बने बाईपास पर मोड़ दिया जायेगा, जो बाईपास से सीधे हण्डिया होते हुए वाराणसी की ओर चले जायेंगे। वापसी भी इसी मार्ग से होगी ।
इस योजना को सफल बनाये जाने का दायित्व पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी तथा हण्डिया में पुलिस उपायुक्त गंगानगर, प्रयागराज का होगा।
कानपुर से प्रयागराज आये बिना वाराणसी / बिहार की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान से फतेहपुर होकर रायबरेली -प्रतापगढ़-मुंगरा
क- कानपुर मछलीशहर - जौनपुर जलालपुर - फूलपुर- बाबतपुर एयरपोर्ट मंगारी- पलहीपट्टी - राजवारी सैदपुर चहनियां सकलडीहा चन्दौली सैयदराजा इसी मार्ग से होगी।
बिहार में प्रवेश
बादशाहपुर - चौबेपुर
-
वापसी भी
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर, पुलिस अधीक्षक रायबरेली, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़, पुलिस अधीक्षक जौनपुर पुलिस आयुक्त, वाराणसी एवं पुलिस अधीक्षक गाजीपुर, पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
ख- फतेहपुर से रायबरेली-प्रतापगढ़- मुंगराबादशाहपुर - मछलीशहर - मड़ियाहू - भदोही- औराई- कछवां— राजातालाब - अखरी बाईपास - नारायण बाईपास - चन्दौली - सैयदराजा - नौबतपुर - बिहार प्रवेश वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर, पुलिस अधीक्षक रायबरेली, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़, पुलिस अधीक्षक जौनपुर पुलिस अधीक्षक भदोही, पुलिस आयुक्त, वाराणसी एवं पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
2. कानपुर से प्रयागराज आये बिना बाँदा की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान-
जनपद कानपुर से फतेहपुर स्थित चौडगरा चौराहा से बिन्दकी से बँधवा तिराहा, ललौली चिल्ला होते हुए बाँदा की ओर वाहन भेजे जायेंगे वाहनों की वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर पुलिस अधीक्षक बाँदा द्वारा सुनिश्चित की जायेगी ।
3. कानपुर से प्रयागराज शहर आये बिना रीवा-मिर्जापुर की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान
चौडगरा से बिन्दकी से बँधवा तिराहा, ललौली चिल्ला से बाँदा की ओर वाहन भेजे जायेंगे। वहाँ से कर्वी - मऊ - शंकरगढ़ से जसरा नारीबारी मनगवां हनुमना लालगंज से मिर्जापुर जायेंगे। वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर पुलिस अधीक्षक बाँदा, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट, पुलिस उपायुक्त यमुनानगर प्रयागराज एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
गंगा, यमुना व सरस्वती पंडाल में प्रतिदिन सांस्कृतिक व भक्तिमय प्रस्तुति
जनपद कौशाम्बी की ओर से आने वाले वाहन कोखराज जनपद कौशाम्बी से बने बाईपास पर मोड़ दिया जायेगा, जो बाईपास से सीधे हण्डिया होते हुए वाराणसी की ओर चले जायेंगे। वापसी भी इसी मार्ग से होगी ।
इस योजना को सफल बनाये जाने का दायित्व पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी तथा हण्डिया में पुलिस उपायुक्त गंगानगर, प्रयागराज का होगा।
कानपुर से प्रयागराज आये बिना वाराणसी / बिहार की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान से फतेहपुर होकर रायबरेली -प्रतापगढ़-मुंगरा
क- कानपुर मछलीशहर - जौनपुर जलालपुर - फूलपुर- बाबतपुर एयरपोर्ट मंगारी- पलहीपट्टी - राजवारी सैदपुर चहनियां सकलडीहा चन्दौली सैयदराजा इसी मार्ग से होगी।
बिहार में प्रवेश
बादशाहपुर - चौबेपुर
-
वापसी भी
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर, पुलिस अधीक्षक रायबरेली, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़, पुलिस अधीक्षक जौनपुर पुलिस आयुक्त, वाराणसी एवं पुलिस अधीक्षक गाजीपुर, पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
ख- फतेहपुर से रायबरेली-प्रतापगढ़- मुंगराबादशाहपुर - मछलीशहर - मड़ियाहू - भदोही- औराई- कछवां— राजातालाब - अखरी बाईपास - नारायण बाईपास - चन्दौली - सैयदराजा - नौबतपुर - बिहार प्रवेश वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर, पुलिस अधीक्षक रायबरेली, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़, पुलिस अधीक्षक जौनपुर पुलिस अधीक्षक भदोही, पुलिस आयुक्त, वाराणसी एवं पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
2. कानपुर से प्रयागराज आये बिना बाँदा की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान-
जनपद कानपुर से फतेहपुर स्थित चौडगरा चौराहा से बिन्दकी से बँधवा तिराहा, ललौली चिल्ला होते हुए बाँदा की ओर वाहन भेजे जायेंगे वाहनों की वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर पुलिस अधीक्षक बाँदा द्वारा सुनिश्चित की जायेगी ।
3. कानपुर से प्रयागराज शहर आये बिना रीवा-मिर्जापुर की ओर जाने हेतु डायवर्जन प्लान
चौडगरा से बिन्दकी से बँधवा तिराहा, ललौली चिल्ला से बाँदा की ओर वाहन भेजे जायेंगे। वहाँ से कर्वी - मऊ - शंकरगढ़ से जसरा नारीबारी मनगवां हनुमना लालगंज से मिर्जापुर जायेंगे। वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
उपरोक्त की यातायात व्यवस्था पुलिस अधीक्षक फतेहपुर पुलिस अधीक्षक बाँदा, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट, पुलिस उपायुक्त यमुनानगर प्रयागराज एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।
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प्रयागराज महाकुंभ-2025 पर "धर्म नगरी" साधु-संतों, श्रद्धालुओं तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों, संस्थाओं आदि की सुविधा व जानकारी हेतु "महाकुंभ विशेषांकों" प्रकाशित कर रहा है। पहले विशेषांक के बाद दूसरे विशेषांक का प्रकाशन "मौनी अमावस्या" (29 जनवरी) के पहले "धर्म नगरी" द्वारा किया जा रहा है। विशेषांक में आप भी संगम क्षेत्र के आयोजित अपने शिविर (कैम्प) की जानकारी, शिविर में होने वाले कार्यक्रम प्रकाशित करवा सकते हैं। यदि आप विशेष कवरेज के साथ "विशेषांकों" को इसकी लागत (प्रेस में छपाई खर्च) देकर बटवाना भी चाहते हैं, तो संपर्क करें +91 8109107075 वाट्सएप ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com
धर्म नगरी "सूचना केंद्र हेल्पलाइन सेवा" स्थान- लोवर संगम मार्ग, पश्चिम पटरी (लोवर संगम मार्ग-गंगोत्री शिवाला चौराहा, सेक्टर-19)
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इसे भी पढ़ें / देखें-
महाकुंभ प्रयागराज में सामान्य दिनों की यातायात व्यवस्था
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https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Traffic-arrangement-on-common-days.html
गंगा, यमुना व सरस्वती पंडाल में प्रतिदिन सांस्कृतिक व भक्तिमय प्रस्तुति
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https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Ganga-Yamuna-Saraswati-Pandal-me-daily-dultural-programmes.htmlमहाकुंभ में डुबकी लगानी है, तो मेला क्षेत्र में भी रखें कम से कम 8-10 किलोमीटर पैदल चलने का साहस
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https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Mele-me-Sangam-snan-Traffic-plan-pilgrims-have-to-walk-8-10Km-or-more.html
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