महाकुंभ भगदड़ के चौथे दिन महाकुंभ में हेलीकॉप्टर से उतरते ही CM योगी ने अधिकारीयों से पूछें प्रश्न...

 ...योगी को उत्तर देने में अधिकारियों के छूटे पसीने
- संगम तट का निरीक्षण कर घटना की जानकारी ली
- वसंत पंचमी की तैयारियों को समझा एवं दिए दिशा-निर्देश
- मौनी अमावस्या भगदड़ में घायलों से मिले CM    
- देश दुनिया महाकुम्भ की व्यवस्थाओं की तारीफ कर रही है : योगी


मुख्यमंत्री ने आज तीर्थराज प्रयाग में महाकुंभ मेला क्षेत्र स्थित भारत सेवाश्रम संघ के शिविर में साधु-संतों से भेंट की। CM met revered saints and sages at the camp of Bharat Sevashram Sangh located in the Maha Kumbh Mela today (1 Feb.)

धर्म नगरी / 
DN News महाकुंभ नगर
(वा.एप 8109107075 महाकुंभ विशेषांक में न्यूज़, कवरेज, कॉपी बटवाने हेतु)

महाकुंभ के मुख्य राजसी स्नान पर्व- मौनी अमावस्या पर (28-29 जनवरी) की रात हुई भगदड़ की घटना के चौथे दिन आज (एक फरवरी) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए उन्होंने महाकुंभ मेला से जुड़े अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। सीएम योगी ने वसंत पंचमी पर होने वाले अगले स्नान पर्व की तैयारियों को भी समझा एवं अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुविधा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

महाकुंभ के मुख्य अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर संगम तट पर भगदड़ की घटना के चौथे दिन शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम नगरी पहुंचे। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद मुख्यमंत्री सीधे संगम तट घटनास्थल पहुंचे। महाकुंभ मेला से जुड़े अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। सीएम ने अधिकारीयों से पूछा- कैसे नहीं संभली भीड़ ? घटना के बाद तत्काल क्या कदम उठाए गए ?

मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सीएम योगी को बताया,  घटना के समय क्या हुआ था और किस तरह से तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। संगम तट पर ब्रह्म मुहूर्त की प्रतीक्षा में बैठे लाखों श्रद्धालुओं तथा पीछे से आई भीड़ बैरिकेडिंग तोड़ते हुए चढ़ गई थी।

मेलाधिकारी ने दुर्घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा, कि घटना के तत्काल बाद रेस्क्यू टीमें सक्रिय करते हुए सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों को रेस्क्यू में उतार दिया गया था। मेला के केंद्रीय अस्पताल से लेकर एसआरएन व बेली अस्पताल को भी हाई अलर्ट मोड पर रखा गया। सभी चिकित्सकों समेत स्टाफ को बुला लिया गया था। डीआईजी वैभव कृष्ण ने फोर्स की तैनाती तथा हाई अलर्ट घोषित करने से लेकर एंबुलेंस को रास्ता दिलाने तक के बारे में बताया।

मुख्यमंत्री ने तीसरे व अंतिम राजसी स्नान पर्व- वसंत पंचमी को लेकर की जा रही व्यवस्था को भी देखा। उन्होंने कहा, इस स्नान पर्व पर किसी भी स्तर पर चूक नहीं होनी चाहिए। स्नान घाटों से लेकर वापसी मार्ग और पार्किंग स्थलों तक पैनी दृष्टि होनी चाहिए। आने-जाने वाले मार्गों पर विशेष ध्यान रखा जाए। श्रद्धालुओं की सुविधा पर सर्वाधिक जोर हो। भगदड़ की घटना के दूसरे दिन (30 जनवरी) ही मुख्य सचिव मनोज कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार महाकुंभ नगर पहुंचे थे, जबकि तीसरे दिन (31 जनवरी) न्यायिक जांच महाकुंभ मेले में घटना स्थल पहुंचा था।

देश दुनिया महाकुंभ की व्यवस्थाओं की तारीफ कर रही है : योगी  
मुख्यमंत्री योगी ने आज (एक फरवरी) प्रयागराज में तीसरे एवं अंतिम राजसी (शाही) स्नान पर्व- 'बसंत पंचमी' की तैयारियों की समीक्षा करते हुए व्यवस्थाओं को 'जीरो एरर' रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए परिवहन निगम और मेला प्रशासन के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा- 
- देश व दुनिया महाकुम्भ की व्यवस्थाओं और इसकी भव्यता की तारीफ कर रही है। हर कोई प्रयागराज संगम आने को उत्सुक है। यह भाव सतत बना रहे, इसके लिए सभी को अपना योगदान देना होगा (The country and the world are praising the arrangements and grandeur of the Maha Kumbh. Everyone is eager to come to Prayagraj Sangam. Everyone will have to contribute to ensure that this feeling remains forever.)
- ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि पावन संगम स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम पैदल चलना पड़े (Ensure such arrangements that devotees coming to take bath in the holy Sangam have to walk as little as possible.)
- ट्रैफिक सिस्टम को और अधिक दुरुस्त किया जाए, कहीं भी जाम की स्थिति न बनने दें (The traffic system should be made more efficient, do not allow traffic jams to occur anywhere.) 
- संतगण हों, कल्पवासी हों, देशभर से आए श्रद्धालु हों या देशी-विदेशी पर्यटक, हर एक की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित होनी चाहिए (Be it saints, Kalpvasis, devotees from across the country or domestic and foreign tourists, safety and convenience of everyone should be ensured) 
- बसंत पंचमी के अवसर पर पूज्य अखाड़ों की पारंपरिक शोभायात्रा धूमधाम से निकलेगी। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं (On the occasion of Basant Panchami, the traditional procession of Pujya Akhadas will be taken out with great pomp. All the necessary preparations for this should be completed on time.)

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"धर्म नगरी" के साथ करें तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं का सहयोग    
महाकुंभ के समय (13 जनवरी से 12 फरवरी 2025 तक) मेला क्षेत्र में शिविर में रहने वाले आश्रम-मठ-मंदिर से जुड़े लोग जो "धर्म नगरी" की प्रतियां शिविर में महाराजजी को दे सकें, शिविर में आयोजनों की जानकारी ले सकें, उनकी आवश्यकता है। ऐसे सहयोगी / प्रतिनिधि को अपने ही सेक्टर, मार्ग या मार्ग की किसी एक पटरी पर लगे शिविरों में संपर्क करना होगा। हमें अर्द्धकुम्भ-2019 की तरह महाकुंभ-2025 में अबतक उत्तर प्रदेश सरकार से आर्थिक सहयोग के रूप में कोई विज्ञापन  नहीं मिला, फिर भी हम अपने संसाधनों एवं धर्मनिष्ठ संतों-धर्माचार्यों के सहयोग से "महाकुम्भ विशेषांकों" का प्रकाशन कर सीधे शिविर में निःशुल्क दे रहे हैं। 
विशेषांकों को मेले में वितरित करने में सहयोग देने वालों को नियमानुसार ससम्मान राशि दी जाएगी एवं धर्म नगरी "महाकुंभ स्मृति विशेषांक" उनके नाम-फोटो व भी प्रकाशित होंगें। वास्तव में इच्छुक लोग अभी संपर्क करें और अपना वर्तमान नाम-पता एवं महाकुंभ में लग रहे शिविर का पता वाट्सएप करें- 8109107075 email- prayagrajkumbh2025@gmail.com या कॉल करें- 6261868110 Twitter- @DharmNagari
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सुनें-
संतजन सनातन धर्म के आधार स्तम्भ हैं... आपका व्यवहार और आचरण सनातन धर्म को ही नहीं बल्कि पूरे देश और दुनिया को नई दिशा देता है (Saints are the pillars of Sanatan Dharma...
Your behavior and conduct gives a new direction not only to Sanatan Dharma but to the entire country and the world.
...हमें विपरीत परिस्थितियों में धैर्य के साथ चुनौतियों का सामना करते हुए अपने इस अभियान को आगे बढ़ाना है। मौनी अमावस्या के दिन एक चुनौती हमारे सामने आई, ऐसे में सभी पूज्य संतों ने धैर्य के साथ एक अभिभावक के रूप में उस परिस्थिति का सामना किया (...We have to carry forward this campaign by facing the challenges with patience in adverse circumstances. A challenge came before us on the day of Mauni Amavasya, in such a situation all the revered saints faced that situation with patience as a guardian.)

"प्रबंध बेहतर मगर ज्यादा पैदल चलना पड़ रहा"
घटनास्थल का निरीक्षण कर लौटते समय मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित श्रद्धालुओं में कुछ से बातचीत भी की। बैरिकेडिंग के बहुत निकट जाकर श्रद्धालुओं से मिले, उनसे हाल पूछा। मुख्यमंत्री योगी को अपने निकट पाकर श्रद्धालुओं का उत्साह भी चरम पर था। श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव, जय श्रीराम और गंगा मैया की जय जैसे जयकारों से सीएम योगी का अभिनंदन किया। इस बीच कुछ श्रद्धालुओं ने तेज स्वर में मुख्यमंत्री के द्वारा महाकुंभ में की गई व्यवस्था और सुविधाओं को उत्तम बताया।

हवाई सर्वे कर 
महाकुंभ जाने वाली सभी सड़कों को देखा 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रयागराज दौरे पर पूरे प्रयागराज शहर का हवाई सर्वे किया। शहर के एरियल सर्वे के समय उन्होंने प्रयागराज महाकुुंभ क्षेत्र की ओर जाने वाली सभी सड़कों महाकुंभ क्षेत्र का निरीक्षण किया। एरियल सर्वे के समय मुख्यमंत्री का विशेष ध्यान उन मार्गों पर रहा, जो विभिन्न जनपदों से प्रयागराज को जोड़ते हैं। मौनी अमावस्या स्नान पर्व के दौरान इन मार्गों पर अत्यधिक मात्रा में ट्रैफिक देखा गया था। प्रयागराज को विभिन्न जनपदों से जोड़ने वाले सात प्रमुख मार्ग हैं।
देखें-

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 इसे भी पढ़ें / देखें-
अयोध्या, मथुरा, काशी, चित्रकूट व विंध्यवासिनी धाम में उमड़ा संगम से लौटे श्रद्धालुओं का रेला
https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Mauni-Amavashya-amrit-snan-kar-dusre-din-Ayodhya-Kashi-Vindhyachal-Chitrakoot-Vrindavan-pahuche-lakho-sraddhalu.html

महाकुंभ में भगदड़, जो नीचे गिरा उठ नहीं सका
https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-stampede-Mauni-Amavasya-at-Prayagraj-Sangam.html

गंगा, यमुना व सरस्वती पंडाल में प्रतिदिन सांस्कृतिक व भक्तिमय प्रस्तुति
https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Ganga-Yamuna-Saraswati-Pandal-me-daily-dultural-programmes.html

महाकुंभ में डुबकी लगानी है, तो मेला क्षेत्र में भी रखें कम से कम 8-10 किलोमीटर पैदल चलने का साहस
https://www.dharmnagari.com/2025/01/Mahakumbh-Mele-me-Sangam-snan-Traffic-plan-pilgrims-have-to-walk-8-10Km-or-more.html
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मौनी अमावस्या भगदड़ में घायलों से मिले CM    
घायलों से मिलने के पश्चात उन्होंने "X" पर लिखा-
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में हुई दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हुए श्रद्धालुओं से आज मिलकर उनका कुशल-क्षेम जाना। कुशल चिकित्सकों की देखरेख में सभी घायलों का समुचित उपचार किया जा रहा है।
गंगा मैया सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें, यही प्रार्थना है। प्रदेश सरकार प्रत्येक श्रद्धालु की हर संभव सहायता हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है। (Today I met the devotees injured in the sad and unfortunate incident that took place at Mahakumbh-2025, Prayagraj and enquired about their well-being.All the injured are being properly treated under the supervision of skilled doctors.
May Mother Ganga provide speedy recovery to all the injured, this is my prayer. The state government is fully committed to provide every possible assistance to every devotee.)
...आप घबड़ाओ मत, सब ठीक हो जाई माई...
(ये नाथ संप्रदाय के संस्कार, कड़ी दीक्षा है जो योगीजी बोलते हैं- "माई" (माँ)




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