#Mahakumbh2025 : दक्षिण व पश्चिम भारत से आ रहे लोगो को रास्ते में स्वार्थी-मौकापरस्त लोग लूट रहे हैं, सोशल मीडिया से...

...स्थानीय परिचितों से कर रहे सहायता का आग्रह
-प्रयागराज आने वाले रास्तों पर कई Km तक भीषण जाम, हाईवे पर रेंगते  दिखे वाहन
नए यमुना पुल एवं यमुना बैंक रोड से मेले को जाते लोग 
मेले में शटल बस पर चढ़ने की होड़ 
धर्म नगरी 
DN News महाकुंभ नगर

(वा.एप 8109107075 महाकुंभ विशेषांक-II में न्यूज़, कवरेज, कॉपी बटवाने हेतु)

प्रयागराज महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हो रही है।  इसका एक विचित्र कारण-  संगम में (28-29 जनवरी) को भगदड़ एवं तीसरे व अंतिम "बसंत पंचमी के राजसी (शाही) स्नान  होने के बाच महाकुम्भ में भीड़ कम हो गई है। जबकि, वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है। ट्रेन, प्लेन, बस, कार आदि सभी से लगातार लोगों के आने से स्नान करने आने व स्नान करके जाने वालों में औसत 12 से 15 किलोमीटर तक चलना ही पड़ रहा है।अंतिम प्रमुख स्नान पर्व- माघ पूर्णिमा से पहले शहर में भारी जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी स्नान के लिए पहुंचे हैं, जिसके कारण शहर के हर कोने में वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। महाकुंभ में सम्मिलित होने के लिए देश भर से लोग आ रहे हैं, लेकिन भारी भीड़ और प्रशासन की असफल व्यवस्थाओं के कारण हालात खराब हो गए हैं।

प्रयागराज में हर घंटे लगभग 8,000 वाहन पहुंच रहे हैं, जिससे शहर के प्रमुख मार्गों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। शहर में आने के लिए प्रमुख हाइवे पर भारी ट्रैफिक जाम देखा जा रहा है, और वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। 5 किलोमीटर की दूरी पूरी करने में करीब 2 घंटे लग रहे हैं। पुलिस और प्रशासन जाम की स्थिति से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। निजी वाहनों और बसों ने चक्का जाम जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है। 

वाहनों को सीमावर्ती जिलों और अन्य राज्यों की ओर डायवर्ट किया जा रहा है, और प्रयागराज की सीमा से लगने वाले जिलों के प्रशासन ने भी लोग वापस जाने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लखनऊ, वाराणसी, रीवां, कानपुर और अन्य क्षेत्रों से हर घंटे हजारों वाहन प्रयागराज पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रशासन के अनुसार, लखनऊ हाइवे से लगभग 1500 से 2000 वाहन हर घंटे प्रयागराज पहुंच रहे हैं। जाम में VIP वाहनों, हूटरों की गूंज सुनाई दे रही है। 

दूसरी ओर महाकुंभ प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु व तीर्थयात्रियों को, विशेषकर रोड से आ रहे लोगों को कुछ स्वार्थी-मौकापरस्त लोग लूटने का मौका नहीं छोड़ रहे। संगम स्नान हेतु लाखों की संख्या में सनातनी श्रद्धालु जो दक्षिणी और पश्चिमी भारत के राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंधप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल से आ रहे हैं।  ये सभी श्रद्धालु NH-7 (नया NH-30) जो सिवनी जिले में खवासा बॉर्डर से सिवनी, लखनादौन, जबलपुर, कटनी, मैहर, रीवा होते हुए चाकघाट बॉर्डर से उप्र में प्रवेश कर प्रयागराज जाता है, के माध्यम से यात्रा कर रहे हैं। 

प्रयागराज से 300 दूर कटनी (मध्य प्रदेश) श्रद्धालुओं को रोका जा रहा, श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों से पुलिस अपील कर रही है, कि महाकुंभ जाने के बजाय लौट जाएं। पुलिस रविवार (9 फरवरी) रात बार-बार श्रद्धालुओं से वापस लौट जाने की अपील करती रही। सड़क मार्ग से ही नहीं, बल्कि प्लेन से महाकुंभ आने वालों की होड़ से मची है। एक स्पाइसजेट का प्लेन संभवतः रनवे का क्लीयरेंस न मिलने से महाकुंभ क्षेत्र के पास हवा में चक्कर काटते हुए देखा गया। देखें-     
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प्रयागराज महाकुंभ-2025 पर "धर्म नगरी" साधु-संतों, श्रद्धालुओं तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों, संस्थाओं आदि की सुविधा व जानकारी हेतु "महाकुंभ विशेषांकों" प्रकाशित कर रहा है। पहले विशेषांक के री-प्रिंट के बाद दूसरा  विशेषांक भी प्रकाशित हो गया। अब दूसरे विशेषांक री-प्रिंट होना है। विशेषांक में आप भी अपने शिविर (कैम्प) की जानकारी, कार्यक्रम प्रकाशित करवा सकते हैं। विशेष कवरेज के साथ "विशेषांकों" को लागत देकर बटवाना  चाहते हैं, तो संपर्क करें +91 8109107075 वाट्सएप ईमेल- prayagrajkumbh2025@gmail.com 
 महाकुंभ के स्मृति विशेषांक के प्रकाशन हेतु तयारी हो रही है। स्मृति विशेषांक में "शुभकामना देने वालो" को निरंतर उनके पते पर कॉपियाँ भेजी जाएंगी। 
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प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं एवं महाकुंभ आते-जाते हुए लोगों को रेलवे स्टेशन, बस अड्डे सहित पार्किंग्स आदि पर भारी भीड़ का सामना करना पड़ रहा है। निजी वाहनों और बसों से संगम नगरी पहुंचना बहुत कठिन हो गया है। स्थिति यह है, कि हर घंटे सात से आठ हजार वाहन संगम नगरी पहुंच रहे हैं।

किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन 
संगम नगरी आने वाले सभी मार्गों पर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई है।लाखों श्रद्धालु जाम में फंसे हुए हैं। जगह-जगह जाम में रुकने के बाद रेंग-रेंग कर वाहन आगे बढ़ रहे हैं। यातायात सुचारु करने के लिए सीमावर्ती सभी जिलों के साथ दूसरे राज्यों में भी वाहनों को डायवर्ट किया गया है। संगम नगरी से वापस हो रहे वाहनों की बड़ी संख्या से भी जगह-जगह जाम लग रहा है। अयोध्या, मिर्जापुर, जौनपुर, वाराणसी की सड़कों पर लंबा जाम है।

शुक्रवार, शनिवार के बाद रविवार (9 फरवरी) को यातायात व्यवस्था लगभग अनियंत्रित हो गई। यही हाल आज सोमवार (10 फरवरी) को भी है। रीवां-चित्रकूट, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, कानपुर, कौशांबी मार्ग से हर घंटे हजारों वाहन संगम नगरी में प्रवेश कर रहे हैं।संगम नगरी के अंदर प्रवेश करते ही वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं।

जाम से बचने के लिए जानकार अभी महाकुंभ यात्रा टालने या निजी वाहनों के बजाय रेल, बस या हवाई यात्रा का सुझाव दे रहे हैं। जो श्रद्धालु संगम स्थल पहुंच चुके हैं और जाम के कारण निकल नहीं पा रहे हैं, वे मेले में किसी शिविर या किसी आश्रय स्थल पर ठहरकर भीड़ कम होने की प्रतीक्षा कर सकते हैं। निजी वाहन से पहुंचने वाले श्रद्धालु निकट पार्किंग में अपनी गाड़ी पार्क कर पैदल या ऑटो से मेले तक जाने का विचार रखने वालें की भी अग्नि परीक्षा है, क्योकिं भीड़ के कारण सोमवार को लगभग असंभव था।

महाकुंभ मेला में वाहनों के प्रतिबंध की वजह से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बंद हो गई है।दूध,सब्जी और पानी की बोतल तक की आपूर्ति ठप हो गई है। दूध की सप्लाई बंद होने से कल्पवासियों से लेकर श्रद्धालु तक हैरान-परेशान हो रहे हैं।

झूंसी के अंदावा के कई पेट्रोल पंपों पर डीजल और पेट्रोल की भी किल्लत हो रही है।गाड़ी नहीं आ पा रही है इसलिए इसकी कमी हो रही है। कुछ पेट्रोल पंप पर पेट्रोल खत्म हो चुका है।

पिछले कई दिनों से महाकुंभ में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ से वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को भी मेला में नहीं जाने दिया जा रहा है। स्नान पर्वों पर तो वाहनों के प्रवेश पर रोक थी, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ के कार यह प्रतिबंध अब बढ़ा दिया गया है। इस कारण से दूध तक आपूर्ति बंद हो गई है। सुबह और शाम विभिन्न दूध कंपनियों की ओर से सप्लाई की जाती थी, मगर उनके वाहन नहीं आ पा रहे हैं।

कौशांबी में कानपुर हाईवे से संगम नगरी जाने के लिए किसी तरह की रोक नहीं है। वाहनों को टुकड़ी में संगम नगरी के लिए रवाना किया जा रहा है। पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात है। कुछ स्थानों पर वाहनों को रोकने पर जाम की समस्या हुई, लेकिन कुछ देर में आवागमन सुचारु रूप से जारी है।

चित्रकूट में महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं की रविवार (9 फरवरी ) शाम को बहुत भीड़ थी, जबकि जाने वाले वाहन भी बहुत थे। जिसके कारण झांसी-मिर्जापुर हाईवे पर देर रात लगभग एक बजे तक जाम की स्थित थी, लेकिन उसके बाद अब हालात सामान्य है।

महाकुंभ प्रयागराज में संगम स्नान हेतु लाखों की संख्या में सनातनी श्रद्धालु जो दक्षिणी और पश्चिमी भारत के राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंधप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल से आ रहे हैं और ये सभी श्रद्धालु NH-7 (नया NH-30) जो सिवनी जिले में खवासा बॉर्डर से सिवनी, लखनादौन, जबलपुर, कटनी, मैहर, रीवा होते हुए चाकघाट बॉर्डर से उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर प्रयागराज जाता है, के माध्यम से यात्रा कर रहे हैं। 

प्रयागराज में अत्यधिक भीड़ बढ़ जाने के कारण इन श्रद्धालुओं को जगह जगह रोका जा रहा है और इन सभी श्रद्धालुओं को मार्ग पर पड़ने वाले ढाबों और रेस्तरां में स्वार्थी जमकर लूटा जा रहा है और इन्हें खाने पानी और टॉयलेट्स आदि की भी सुविधा नहीं मिल पा रही है। कई जगहों पर तो इन श्रद्धालुओं को भारी दुर्व्यवहार का भी सामना करना पड़ रहा है, जिससे इन बेचारे श्रद्धालुओं को बहुत कड़वे अनुभव हो रहे हैं। 

सोशल मीडिया में जागरूक सनातनी अपने परिचितों, मित्रों आदि से निवेदन है कि अपने अपने क्षेत्रों में जिस किसी भी स्वयंसेवी सनातनी संस्थाओं को जानते हैं, उनसे आग्रह करें कि वे मार्ग पर श्रद्धालुओं को सहायता देने हेतु भंडारा, पेयजल एवं महिलाओं के टॉयलेट्स आदि की व्यवस्था करने के लिए आगे आएं और यथासंभव मदद करें। पर्व आदि पर तो बहुत भंडारा आदि आयोजित करते हैं और कोई खाने वाला नहीं होता या वो लोग खाते हैं, जिन्हें कोई आवश्यकता नहीं होती, लेकिन इस समय इन तीर्थ-यात्री, सनातनी श्रद्धालुओ को हमारी सहायता की बहुत आवश्यकता है और हमारी छोटी सी सहायता भी इन परदेशी श्रद्धालुओं को कम से कम कुछ कटु अनुभवों से बचा सकती है और सनातनियों की एकजुटता का भी परिचायक बन सकती है।

प्रयागराज महाकुंभ मेले में लाखों की संख्या में संगम करने श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का प्रयागराज संगम स्टेशन रविवार 9 फरवरी को अपराह्न 1:30 से 14 फरवरी के रात्रि 12 बजे तक आवागमन के लिए बंद रहेगा। वहीं, महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले अन्य 8 स्टेशनों- प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग एवं झूसी से नियमित और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन नियमित रूप से चल रहा है। रेलवे प्रशासन द्वारा लिये निर्णय के अनुसार महाकुम्भ मेला के दौरान गाड़ियों का शार्ट टर्मिनेशन / शार्ट ओरिजिनेशन निम्नवत किया जायेगा-

- बस्ती से 10 फरवरी को चलने वाली 14232 बस्ती-प्रयागराज संगम मनवर संगम एक्सप्रेस प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन पर 19.42 बजे यात्रा समाप्त करेगी।
- मनकापुर से 10 फरवरी को चलने वाली 14234 मनकापुर-प्रयागराज संगम सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन पर 07.48 बजे यात्रा समाप्त करेगी।
- गाजीपुर सिटी से 10 फरवरी को चलने वाली 65117 गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम मेमू गाड़ी प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन पर 09.35 बजे यात्रा समाप्त करेगी।
- प्रयागराज संगम से 10 फरवरी को चलने वाली 14231 प्रयागराज संगम-बस्ती मनवर संगम एक्सप्रेस प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन से 05.08 बजे चलाई जायेगी।
- प्रयागराज संगम से 09 एवं 10 फरवरी को चलने वाली 14233 प्रयागराज संगम-मनकापुर सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन से 18.48 बजे चलाई जायेगी। - प्रयागराज संगम से 09 एवं 10 फरवरी, 2025 को चलने वाली 65118 प्रयागराज संगम-गाजीपुर सिटी मेमू गाड़ी प्रयागराज संगम के स्थान पर प्रयाग स्टेशन से 17.48 बजे चलाई जायेगी।
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संगम नोज पर भगदड़ के बाद CM योगी ने श्रद्धालुओं से कहा- संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें
https://www.dharmnagari.com/2025/01/CM-Yogi-said-after-stampede-at-Mahakumbh-avoid-sangam-nose.html

महाकुंभ प्रयागराज में सामान्य दिनों की यातायात व्यवस्था
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